अधीनस्थ कार्यालयों की कार्यप्रणाली को ही परखें एसडीएम-कलेक्टर
- राजस्व कार्यो की समीक्षा दौरान अद्यतन प्रगति से अवगत हुए
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने गुरूवार को राजस्व कार्यो की समीक्षा की। बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देश दिए है कि कार्यक्षेत्रों के अधीनस्थ कार्यालयों की कार्यप्रणाली को भी बीच-बीच में परखें। खासकर हितग्राहीमूलक योजनाओं को क्रियान्वयन करने वाले विभागों के खण्ड स्तरीय अमले द्वारा किसी भी प्रकार की अनदेखी तो नही की जा रही है। कलेक्टर डॉ जैन ने वन अधिकार अधिनियम के तहत प्रदाय किए जाने वाले पट्टो के धरातलीय परीक्षण कर सुपात्रों को पट्टे समय पर मिलें के प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने कहा कि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि सम्पन्न व्यक्ति आड में अपने स्वार्थ सिद्व ना कर पाए। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूर्व की रणनीतियों पर पुनः विचार कर क्रियान्वित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि अब खण्ड स्तरीय अर्थात अनुविभागीय अधिकारी को अपने-अपने अनुविभाग क्षेत्र में लॉक डाउन को फालो कराना है अतः स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार लॉक डाउन की अवधि को कम ज्यादा करने के निर्णय लेने के अधिकार हेतु खण्ड स्तरीय समितियां स्वतंत्र है। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि पूरे जिले में लॉक डाउन की स्थिति के संबंध में जिला स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने समस्त राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए निर्धारित गाइड लाइन का अनुपालन समस्त एसडीएम अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में अनिवार्यतः कराएं। उन्होंने सोशल डिस्टेन्सिग ओर मास्क का उपयोग नही करने वालो के खिलाफ जुर्माना वसूलने की कार्यवाही में तेजी लाने पर बल दिया है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने वर्षाकाल अवधि को ध्यानगत रखते हुए बाढ़ आपदा प्रबंधन हेतु किए गए प्रबंधो की पुनः समीक्षा करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि अतिवर्षा के कारण जिन क्षेत्रों में जलभराव होता है अतः निकासी के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने सड़कों और पुल-पुलियों पर जलमग्न के दौरान आवागमन पूरी तरह अवरूद्व रहें के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करते हुए समय अंतराल पर परीक्षण अनिवार्यतः कराएं। खासकर पुल-पुलियों पर बेरिकेट्स की व्यवस्था के साथ-साथ चौकीदार की तैनाती पर उन्होंने विशेष बल दिया है। वर्षाकाल के दौरान प्रभावितों को सुरक्षित स्थलों पर रखने हेतु राहत शिविरों का चिन्हांकन तथा आवश्यक खाद्य सामग्री, दवा, पेयजल आपूर्ति के अलावा अन्य सामग्री के प्रबंध पूर्व में ही सुनिश्चित कर लिए जाए ताकि अचानक आपदा आती है तो अविलम्ब राहत संबंधी कार्य पूरे किए जा सकें। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने राजस्व विभाग में लंबित सीएम हेल्पलाइन के अलावा अन्य आवेदनों के निराकरण पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि आवेदनों पर समय सीमा में स्पष्ट कार्यवाही करते हुए पूरी जानकारी उत्तरा पोर्टल पर अंकित की जाए। इसी प्रकार की समीक्षा समस्त एसडीएम अपने-अपने अनुविभाग अंतर्गत खण्ड स्तरीय विभागों की आहूत कर सीएम हेल्पलाइन के आवेदनो का अनुविभाग स्तर पर शत प्रतिशत निराकरण आवेदकों की समस्याओं का निदान करेंगे। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने राजस्व कार्यो के तहत मुख्यतः सीमांकन, भू-अर्जन, राजस्व वसूली, राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की पृथक-पृथक समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान अनेक तहसीलो में देखने में आया है कि पेशी की तिथियां अनावश्यक रूप से बढाई जा रही है जो कतिपय उचित नही है। न्यायालयों के रिकार्ड अपडेट रहें जो भी आवेदन आते है उन्हें अनिवार्यतः दर्ज किया जाए। बिना पंजीकृत आवेदन पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने निर्देश दिए है कि राहत के प्रकरण लंबित ना रहें का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों का पूर्ण पारदर्शिता के साथ-साथ समय सीमा में क्रियान्वयन कराए जाने के निर्देश दिए है। कलेक्टर के द्वारा राजस्व प्रकरणों के निदान करने वाले टॉप फाइव एवं बाटम फाइव का अवलोकन किया। उन्होंने राजस्व अभियान के तहत सम्पादित कार्यो की अपडेट जानकारी से अवगत कराने के निर्देश दिए है।
पुरस्कृत
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने समीक्षा बैठक के दौरान उत्कृष्ट कार्यो का सम्पादन करने वाले तहसीलदार व नायब तहसीलदार को प्रमाण पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया है। नायब तहसीलदार श्री सिद्वांत सिंगला को राजस्व प्रकरणों के निराकरण क्षेत्र हेतु जबकि तहसीलदार द्वय श्री अजय शर्मा और श्रीमती अलका सिंह को राजस्व अभियान के दरम्यिन प्राप्त आवेदनों का शत प्रतिशत निराकरण करने पर पुरस्कृत किया गया है। राजस्व कार्यो की समीक्षा बैठक मेंं अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह समेत समस्त एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मिल्क रूट क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन पर बल
जिले में निर्धारित मिल्क रूट पर दुग्ध उत्पादन में वृद्वि करने के प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश जिला पंचायत के सीईओ श्री मयंक अग्रवाल के द्वारा संबंधितों को जारी किए गए है। जिपं सीईओ द्वारा जारी पत्र में सभी जनपदों के सीईओ एवं एसआरएलएम के सभी ब्लाक मैनेजरों को विशेष तौर पर निर्देश दिए है। उन्होंने भोपाल संभागायुक्त द्वारा व्हीसी में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में कार्यवाही करने तथा भोपाल सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित के अंतर्गत विदिशा, ग्यारसपुर, लटेरी, पचमा (बासौदा), दुग्ध शीत केन्द्रोंं के रूप में संचालित है। उक्त शीत केन्द्रों में विदिशा अंतर्गत कार्यरत रूट हसलपुर, भटख्ेडी, देवखजूरी, बरखेडामाखू तथा जनपद पंचायत लटेरी अंतर्गत बरेज, सनोटी, दौलतपुरा, कालूखेडी, इब्राहिमपुर, बरेदा, जनपद पंचायत ग्यारसपुर तहत सीहोद, मैनवाडा, पठारी तथा जनपद पंचायत बासौदा अंतर्गत ऊहर, स्वरूपनगर, रिटहरी, पैराखेडी मिल्क रूट है। इन मिल्क रूटों पर पंजीकृत समितियां है जिनके सचिव के नाम, मोबाइल नम्बर पूर्व उल्लेखितों को प्रेषित किए गए है। जिनकी बैठके आहूत कर उसमें सहायक पशु विस्तार अधिकारी एवं बीएम, एसआरएलएम को अनिवार्य रूप से उपस्थित कराना सुनिश्चित करें ताकि मिल्क रूट पर एसआरएलएम से महिला समूहों को जो परम्परागत रूप से दुग्ध व्यवसाय से जुड़ी हुई है। उन्हें दुग्ध पशु उपलब्ध कराए जाएं जिससे मिल्क रूट पर दुग्ध उत्पादन बढ़ सकें। जिपं सीईओ श्री अग्रवाल ने केसीसीधारक ऐेसे पशुपालकों को जिन्हें पशुओं के संधारण में आवश्यक धनराशि का अभाव हो उन्हें बैंक से रखरखाव हेतु पशु शेड की आवश्यकता होने पर उनके पशु शेड मनरेगा योजना के अंतर्गत बनाए जाए जिससे जिले में दुग्ध उत्पादकता बढ सकें।
जिले में अब तक 403.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज
विदिशा जिले में एक जून से आज दिनांक तक 403.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। जबकि गतवर्ष उक्त अवधि में 219.2 मिमी वर्षा हुई थी। गुरूवार 16 जुलाई को जिले में 7.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। जिले की तहसीलो में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर 16 जुलाई को दर्ज वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा मेंं एक मिमी, कुरवाई में 12.4 मिमी, सिरोंज में दो मिमी, लटेरी में 16 मिमी, ग्यारसपुर में 13 मिमी और गुलाबगंज में 16 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। शेष अन्य तहसीलों में वर्षा नगण्य रही।
दो प्र्रकरणों में चार-चार लाख रूपए की मदद जारी
विदिशा उपखण्ड अधिकारी श्री गोपाल सिंह वर्मा ने अनुविभाग क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने के कारण हुई मृत्यु के दो प्रकरणों में आरबीसी के प्रावधानो के तहत क्रमशः चार-चार लाख रूपए की सहायता निकटतम वारिश को जारी कर दी है। एसडीएम श्री वर्मा के द्वारा जारी आदेश में उल्लेख है कि ग्राम सगोदा के अमान सिंह एवं ग्राम मूंगोद के खिलान सिंह की मृत्यु आकाशीय बिजली से हो जाने के कारण तहसीलदार के पालन प्रतिवेदन पर मध्यप्रदेश राज्य पुस्तक परिपथ 6(4) की कंडिका पांच के अंतर्गत चार-चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है तदानुसार मृतक अमान सिंह की पत्नि श्रीमती रेवाबाई एवं मृतक खिलान सिंह की पत्नि श्रीमती सुनीता बाई को आर्थिक मदद जारी की गई है।
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