नयी दिल्ली, 01 सितंबर, पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग इलाके मेें बढ़े तनाव के बीच भारत ने मंगलवार को कहा कि वह चीनी पक्ष से अपेक्षा करता है कि वह पहले से बनी समझदारी के अनुरूप काम करे और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति तथा सद्भाव बहाल करने के लिए ईमानदारी से काम करे। भारत-चीन के सीमावर्ती इलाकों में हाल की गतिविधियों के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा,“ भारतीय पक्ष शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सभी मुद्दों को हल करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।” श्री श्रीवास्तव ने इसी संदर्भ में कहा,“हम उम्मीद करते हैं कि चीनी पक्ष पूर्व में हुई समझदारी से काम करेगा एवं स्थिति को सुलझाने तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सद्भाव बहाल करने के लिए भारत के साथ ईमानदारी से काम करेगा।”
गौरतलब है कि गत 29-30 अगस्त की रात चीन की सेना ने यथास्थिति को बदलने के लिए भड़काऊ सैन्य गतिविधियों को अंजाम दिया था। भारतीय सैनिकों ने भी पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे चीनी सेना की गतिविधि को रोकने, अपनी स्थिति को मजबूत करने और जमीन पर तथ्यों को एकतरफा बदलने के चीनी इरादों को विफल करने के लिए अपनी तरफ उपाय किए हैं। भारतीय सेना ने एक बयान में कहा है “सेना बातचीत के माध्यम से शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़ है।” गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा पर मौजूदा स्थिति के समाधान के लिए दोनों पड़ोसी देश पिछले तीन महीनों से राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से निकटता से संपर्क बनाए हुए हैं।
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