बिहार : टूटते पुलों और पथों के घोटालों के लिए नीतीश : तेजस्वी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 19 सितंबर 2020

बिहार : टूटते पुलों और पथों के घोटालों के लिए नीतीश : तेजस्वी

tejaswi-attack-nitish-for-scam
पटना : बिहार में उद्घाटन से पहले लगातार टूट रहे पुलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार पुल-पुलिया के निर्माण पर बिहार को लूट रही है। बिना पहुँच पथ के पुल-पुलिया बनाकर निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार जारी है। तेजस्वी ने कहा कि गोपालगंज में 263 करोड़ और 509 करोड़ दो बड़े सेतु टूटने के बाद फिर किशनगंज में करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन पुल टूट गया। समझ नहीं आता इस सरकार में लगातार पुल कैसे टूट रहे है? किसी भी निर्माण और पुल का सर्वप्रथम डिजाइन बनवाया जाता है। निर्माण से पहले स्थल का निरीक्षण कर मिट्टी जांच (Soil test) किया गया होगा, उसके बाद पुल के पिलर के फाउंडेशन (foundation) के डेप्थ (Depth) का डिजाइन किया गया होगा, उसके बाद डेक स्लैब (Deck Slab) आदि का डिज़ाइन (Design) हुआ होगा। आवागमन को देखते हुए छोटी बड़ी नदियों के पानी के बहाव के जरुरत के अनुसार ब्रिज का निर्माण होता है। सत्ता पक्ष के किसी भी व्यक्ति को बिना तकनीकी (Technical) जानकारी के डैमेज ब्रिज (Damage Bridge) के विषय में नहीं बोलना चाहिए कि नदी में अधिक पानी के कारण पुल ध्वस्त हुआ है इत्यादि। विशेषज्ञों की राय है कि पुल के नींव की गहराई के अनुसार कार्य नहीं करके बल्कि नदी के तट पर ही हल्का खुदाई किया गया है और नींव के कार्य में ठेकेदार एवं अभियंताओं के मिलीभगत से करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है, साथ ही ध्वस्त पुल से स्पष्ट होता है कि पुल के नींव के ऊपर किया गया कार्य भी गुणवत्ता एवं मापदंड के अनुसार नहीं किया गया है। हज़ारों करोड़ के लगातार टूटते पुलों और पथों के घोटालों के लिए भ्रष्ट नीतीश सरकार दोषी है।

कोई टिप्पणी नहीं: