पटना,17 अक्टूबर, बिहार विधानसभा के लिए 28 अक्टूबर को प्रथम चरण की 71 सीटों पर होने वाले चुनाव में 21 सीट ऐसी हैं जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और महागठबंधन के प्रत्याशी वर्ष 2015 के चुनाव के अपने प्रतिद्वंदी से फिर लोहा लेते नजर आयेंगे। बिहार की हाईप्रोफाइल सीट में शामिल गया जिले की इमामगंज (सु) सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री तथा निवर्तमान विधायक जीतनराम मांझी चुनावी अखाड़े में अपना जौहर दिखाने जा रहे हैं, जहां उनकी टक्कर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार उदय नारायण चौधरी से होगी। वर्ष 2015 के चुनाव में भी दोनों कद्दावर नेता आमने-सामने थे। हालांकि उस चुनाव में उदय नारायाण चौधरी ने जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के टिकट पर किस्मत आजमायी थी, जहां उन्हें हम उम्मीदवार जीतन राम मांझी से 29408 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। गया जिले की शेरघाटी से जदयू ने निवर्तमान विधायक विनोद प्रसाद यादव को चुनावी समर में फिर से उतार दिया है। वहीं राजद ने मंजू अग्रवाल को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2015 में जदयू विधायक विनोद प्रसाद यादव ने (हम) उम्मीदवार मुकेश कुमार यादव को 4834 मतों के अंतर से शिकस्त दी थी।मंजू अग्रवाल ने पिछले चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमायी थी और उन्हें तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। जदयू प्रत्याशी विनोद प्रसाद यादव और राजद उम्मीदवार मंजू अग्रवाल फिर से चुनावी रणभूमि में आमने-सामने हैं। पटना जिले की मसौढ़ी (सु) से राजद की टिकट पर निवर्तमान विधायक रेखा देवी चुनावी रण में फिर से ताल ठोंक रही हैं, जिनकी टक्कर जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रही नूतन पासवान से होगी। वर्ष 2015 में भी इन दोनों प्रत्याशियों के बीच टक्कर देखने को मिली थी। इस चुनाव में नूतन पासवान ने (हम) के टिकट पर जोर आजमाया था लेकिन उन्हें राजद प्रत्याशी रेखा देवी से 39186 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
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