मुंगेर में मूर्ति विसर्जन पर पुलिस फायरिंग निंदनीय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 28 अक्तूबर 2020

मुंगेर में मूर्ति विसर्जन पर पुलिस फायरिंग निंदनीय

बर्बर पुलिसिया दमन भाजपा-जदयू सरकार की पहचान. 
दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग, लिपि सिंह को तत्काल हटाया जाए. चुनाव के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का किया जा रहा प्रयास.

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पटना 28 अक्टूबर,
भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने मंुगेर में दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान आम लोगों पर बर्बर पुलिसिया दमन व फायरिंग की घटना की कड़ी निंदा की है. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार विसर्जन के लिए मूर्तियां शहर के सिकरिया चैक पर इकट्ठी हुईं. प्रशासन की ओर से मूर्ति विसर्जन तत्काल करने का दबाव था लेकिन इसे धैर्यपूर्वक अंजाम देने की बजाए उसने आम लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. जब लोगों ने इसका विरोध किया, तब पुलिस ने एक कदम और बढ़ते हुए उनपर फायरिंग कर दी. फायरिंग में एक व्यक्ति के सर में गोली लगी और घटनास्थल पर ही पर उनकी मौत हो गई. लगभग 7 लोगों के बुरी तरह से घायल होने की भी खबर है. एक घायल व्यक्ति, जिन्हें भागलपुर में इलाज के लिए भेजा गया था, उनकी भी मौत की खबर मिल रही है.  माले महासचिव ने कहा कि बिहार की पुलिस पूरी तरह से बेलगाम हो चुकी है. भाजपा-जदयू शासन में लगातार पुलिस दमन की घटनाएं हुई हैं और बर्बर पुलिसिया दमन इस सरकार की पहचान बन गई है. इस सरकार ने शिक्षकों से लेकर हर तबके के आंदोलनों को बर्बर पुलिसिया दमन के जरिए कुचलने का ही काम किया है. सड़क की मांग कर रहे फारबिसगंज गोलीकांड जैसी बर्बरता को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. भाकपा-माले मुंगेर की एसपी और जदयू सांसद आरसीपी सिंह की बेटी लिपि सिंह और अन्य दोषी पुलिस अधिकारियों, जो इस घटना के लिए पूरी तरह से जिम्मेवार हैं, पर कड़ी कार्रवाई की मांग करती है. इनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए और उनकी अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए. साथ ही, यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं के जरिए चुनाव के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके प्रति हमें पूरी तरह से सावधान रहना है.

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