दो अलग -अलग जगहों पर दो की मौत हो गई है. पहली मौत सासाराम के काराकाट विधानसभा के उदयपुर गांव में मतदान करने आये एक अधेड़ की मौत मतदान केंद्र पर हो गई. वहीं दूसरी मौत नवादा के एक मतदान केंद्र पर बीजेपी के एक पोलिंग एजेंड की हार्टअटैक से मौत हो गई है...
पटना। आज प्रथम चरण का चुनाव संपन्न हो गया.16 जिले के 71 विधानसभा के 1066 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है. इस चुनाव में भाजपा नीत गठबंधन के नीतीश सरकार के आठ मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है. इन मंत्रियों में जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, गया टाउन से कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, जमालपुर से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, दिनारा से विज्ञान व प्रावैधिकी मंत्री जयकुमार सिंह, बांका से राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल, चैनपुर से खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद, लखीसराय से श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिंह तथा राजपुर से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला शामिल हैं, जिनके भाग्य का फैसला पहले चरण के चुनाव में ही हो जाएगा. इनके अलावा जो प्रमुख हस्तियां पहले चरण के चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहीं हैं उनमें पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) प्रमुख जीतनराम मांझी, ख्यात निशानेबाज श्रेयसी सिंह (भाजपा), बाहुबली अनंत सिंह (कांग्रेस), बागी भाजपा नेता रामेश्वर चौरसिया (लोजपा) तथा बागी भाजपा नेता राजेंद्र सिंह (लोजपा) शामिल हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरौड़ा ने कहा कि बिहार में चुनौतीपूर्ण माहौल में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुआ.प्रथम चरण की सीख को द्वितीय चरण 3 नवम्बर को भी दोहराएंगे.इससे बेहतर अंजाम देने के लिए कृतसंकल्प है.सभी को धन्यवाद दिये.इस बीच निर्वाचन आयोग ने वोटिंग प्रतिशत पर खुशी जाहिर की है. एच आर श्रीनिवास ने कहा कि कोरोना संक्रमण में 54 फीसदी मतदान होना अच्छा टर्न आउट है. 2015 विधान सभा चुनाव की तुलना में कोई ज्यादा कम वोटिंग नहीं है. 2015 में 54.75 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं, एडीजी जितेंद्र कुमार ने कहा कि बिहार चुनाव का पहला चरण शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ. गया में प्रत्याशी प्रेम कुमार पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में प्राथमिक दर्ज हुई है. वहीं, जमुई में कम मतदान होने पर सीईओ ने कहा कि पिछली बार के मुकाबले थोड़ा कम मतदान हुआ है. ईवीएम में खराबी की बजह से मतदान बाधित हुआ है. 6 बजे के बाद भी मतदान हो रहा है. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान समाप्त हो गया. पहले चरण में शाम 6 बजे तक कुल 53.53 फीसदी वोटिंग हुई. इस दौरान सबसे कम मतदान मुंगेर में 47.36 फीसदी हुआ. जबकि जमुई में सबसे अधिक 57.41 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं, भागलपुर-54.20, बांका- 59.57, मुंगेर- 47.36, लखीसराय- 55.44, शेखपुरा- 55.96, पटना-52.51, भोजपुर-48.29, बक्सर- 54.07, कैमूर-56.20, रोहतास- 49.59, अरवल- 53.85, जहानाबाद-53.93, औरंगाबाद- 52.85, गया-57.05, नवादा-52.34 और जमुई में 57.41 फीसदी मतदान हुआ.
बिहार में पहले चरण का मतदान शाम 6 बजे समाप्त हो गया. पहले चरण में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से निपटा. इस दौरान कोरोना नियमों का हर जगह पालन किया गया. वहीं, मतदान खत्म होने के बाद बीजेपी ने एनडीए की जीत का दावा किया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'बिहार चुनाव के पहले चरण में शाम 5 बजे तक 51.68% मतदान हुआ है. 56 से 58% तक कुल मतदान होने की संभावना है. ये इस बात का संकेत है कि बिहार की जनता शांति, विकास और स्थायित्व चाहती है.' बिहार में 5 बजे तक मतदान कुल 51.91 फीसदी वोटिंग हुई है. चुनाव आयोग के मुताबिक 5 बजे तक भागलपुर- 52.16, बांका-53.04, मुंगेर- 43.64, लखीसराय- 55.44, शेखपुरा- 52.01, पटना- 51.02,भोजपुर-47.77, बक्सर-53.84, कैमूर-55.95, रोहतास-49.53, अरवल-53.85, जहानाबाद-50.99, औरंगाबाद-49.90, गया-54.71, नवादा-52.34 और जमुई में 57.41 फीसदी मतदान हुआ है. बिहार में कुछ सीटों पर शाम पांच बजे तक मतदान खत्म हो गया. इसमें अरवल जिला के कुर्था और अरवल विधानसभा सीट, जहानाबाद जिला के जहानाबाद विधानसभा, घोसी, मखदुमपुर में वोटिंग शाम 5 बजे तक हुई. बता दें कि कई सीटों पर 3 और 4 बजे तक मतदान संपन्न हो गया. हालांकि, जो लोग पोलिंग बूथ पर पहले से लाइन में लगे थे, उन्हें समय खत्म होने के बाद भी वोट देने दिया गया. बाकी जगहों पर शाम 6 बजे मतदान खत्म होगा. बिहार के औरंगाबाद जिला के नवीनगर, रफीगंज और कुटुंबा तथा कैमूर जिला के चैनपुर विधानसभा सीट पर 3 बजे तक मतदान समाप्त हो गया. इसके अलावा शाम चार बजे तक बांका के कटोरिया और बेलहर, मुंगेर के मुंगेर विधानसभा तारापुर और जमालपुर, लखीसराय के सूर्यगढ़ा, पटना के मसौढ़ी और पालीगंज, रोहतास के चेनारी,सासाराम और काराकाट, औरंगाबाद के गोह, औरंगाबाद, ओबरा और गुरुआ, गया के शेरघाटी, इमामगंज,बाराचट्टी ,बोधगया,टिकारी और रजौली, नवादा के गोबिंदपुर और सिकन्दरा, जमुई, झाझा और चकाई में मतदान समाप्त हो गया. इन जगहों पर अब जो लाइन में पहले से लगे हैं, उन्हें ही वोट देने दिया जा रहा है.
बिहार में 3 बजे तक मतदान कुल 46.29 फीसदी वोटिंग हुई है. चुनाव आयोग के मुताबिक,भागलपुर- 45.41, बांका- 47.44, मुंगेर- 41.93, लखीसराय- 49.84, शेखपुरा- 41.67, पटना- 45.77, भोजपुर- 43.08, बक्सर- 48.92, कैमूर-49.26, रोहतास- 43.79, अरवल- 42.43,जहानाबाद- 44.21, औरंगाबाद- 48.59,गया - 48.14,नवादा- 45.70 और जमुई में 49.88 फीसदी वोटिंग हुई. सख्त सुरक्षा में जारी वोटिंग के बीच गया के टिकारी क्षेत्र में महागठबंधन क्षेत्र के उम्मीदवार भोजपुर जिले के बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के छीने गांव में राजद प्रत्याशी व विधायक सरोज यादव पर हमला किया गया.वहीं दो अलग -अलग जगहों पर दो की मौत हो गई है. पहली मौत सासाराम के काराकाट विधानसभा के उदयपुर गांव में मतदान करने आये एक अधेड़ की मौत मतदान केंद्र पर हो गई. वहीं दूसरी मौत नवादा के एक मतदान केंद्र पर बीजेपी के एक पोलिंग एजेंड की हार्टअटैक से मौत हो गई है.गया के बोधगया विधानसभा क्षेत्र के 85 वर्षीय बालचंद यादव ने वोट देने के बाद ली अंतिम सांस. बोधगया मतदान केंद्र संख्या 123 काजीचक वोट देने के बाद घर लौटे और उनकी मृत्यु हो गई. वहीं कई जगहों पर बड़़ी संख्या में ईवीएम खराब मिल रही है. इसकी वजह वोटर भी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.उधर कड़ी सुरक्षा के बीच हो रहे मतदान के बीच औरंगाबाद जिले के ढिबरा इलाके से सुरक्षाबलों ने दो इंप्रोवाइज्ड विस्फोटक उपकरण(IED) बरामद किया है. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र के इस पर्व में कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखकर मतदान करने की अपील की है.उधर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी मतदान के दौरान मंदिर पहुंचे. पहले चरण के लिए अलग-अलग गठबंधनों के तहत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 42, जनता दल यू के 35, भारतीय जनता पार्टी के 29, कांग्रेस के 21, माले के आठ, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के छह, विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के एक,, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के 43, लोक जनशक्ति पार्टी के 42, बहुजन समाज पार्टी के 27 प्रत्याशी मैदान में हैं. वर्तमान में 25 सीट पर राजद, 23 पर जदयू, 13 पर भाजपा, आठ पर कांग्रेस, एक पर हम तथा एक-एक सीट पर माले व निर्दलीय का कब्जा है. जातिगत तौर पर देखें तो इन 71 सीटों में से 22 पर यादव, सात-सात पर राजपूत,कुशवाहा व भूमिहार जाति के विधायकों का कब्जा है. पार्टियों ने जिस तरह की रणनीति अपनाई है इस बार भी जीत-हार में जाति निर्णायक फैक्टर होगा. पार्टियों ने भी इसी हिसाब से उम्मीदवार उतारे हैं और इसे ही ध्यान में रख गोलबंदी भी की जा रही है.
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