इस जीत से टीम का मनोबल और बढ़ा : रोहित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 17 अक्तूबर 2020

इस जीत से टीम का मनोबल और बढ़ा : रोहित

win-increase-confidance-rohit-sharma
अबु धाबी, 17 अक्टूबर, कोलकाता नाइट राइडर्स को पराजित करने के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करना विशेष है और इस जीत से टीम का मनोबल और बढ़ा है। मुंबई ने कोलकाता के 149 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए क्विंटन डी कॉक के नाबाद 78 रन की अर्धशतकीय पारी के दम पर आठ विकेट से जीत हासिल की। मुंबई की टूर्नामेंट में यह लगातार पांचवीं जीत है। रोहित ने कहा, “लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करना विशेष है और इससे टीम का मनोबल पहले से बढ़ा है। टूर्नामेंट के पहले हॉफ में हमने ज्यादा लक्ष्य का पीछा नहीं किया लेकिन मेरे ख्याल से हम बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा कर रहे हैं तथा कोलकाता के खिलाफ टीम ने उम्मीद के अनुरुप ही प्रदर्शन किया।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमने शुरुआत से ही मैच में पकड़ बना ली थी। मेरा मानना है कि मैच में कई बार उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन हमें टीम के रुप में सफलता हासिल हुई है। मैच की परिस्थिति को समझना जरुरी है और यह स्वाभाविक भी है।” कप्तान ने कहा, “क्रुणाल पांड्या और राहुल चाहर ने भी आंद्रे रसेल को गेंदबाजी की लेकिन मुझे पता था कि जसप्रीत बुमराह उनके खिलाफ बेहतर साबित होंगे। डी कॉक के साथ मैं बल्लेबाजी करना पसंद करता हूं और वह काफी सरल हैं तथा पहली गेंद से ही गेंदबाज पर दबाव बनाते हैं लेकिन साथ ही परिस्थिति को भी देखते हैं। मैं उन्हें उनके हिसाब से खेलने देना चाहता हूं और डी कॉक पर दबाव नहीं बनाना चाहता।” रोहित ने कहा, “यह टूर्नामेंट काफी मजेदार है और हम ऐसे समय कोई गलती नहीं कर सकते। हमने कई बार देखा है कि टीम अच्छा करते हुए हार जाती है। खिलाड़ियों में खेलने की भूख है, इन्होंने पिछले छह महीनों से नहीं खेला है। ईशान किशन हों या हार्दिक पांड्या, ये खिलाड़ी खेलना और जीत हासिल करना चाहते हैं।”  

कोई टिप्पणी नहीं: