गया : नक्सली नहीं चाहते कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में थाना खुले - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 17 नवंबर 2020

गया : नक्सली नहीं चाहते कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में थाना खुले

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गया. गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के बोधि बिगहा में जोरदार धमाका कर नक्सलियों ने डायनामाइट से सामुदायिक भवन को उड़ाकर सरकार काे कड़ी चुनौती दे डाली है.इस भवन में थाना खोला जाना था.अब तक बोधि बिगहा में तीन बार नक्सली हमले किए जा चुके हैं.नक्सली नहीं चाहते कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में थाना खुले. गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के बोधि बिगहा में नक्सलियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है. जिस सामुदायिक भवन में यहां थाना खोला जाना था, उसे नक्सलियों ने डायनामाइट से उड़ा दिया है. इससे पूर्व अब तक बोधि बिगहा में तीन बार नक्सली हमले किए जा चुके हैं.डुमरिया क्षेत्र में चार पुलिस थाना खोला जाना है. उन चार में बोधि बिगहा का भी नाम शामिल था.इस बात की जानकारी मिलते ही नक्सलियों ने सरकार की इस मंशा को ध्वस्त कर दिया. नक्सली नहीं चाहते कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में थाना खुले और उनके लिए समस्या पैदा हो.यही वजह है कि वह स्कूल व सामुदायिक भवन को टारगेट करते हैं और उसे क्षतिग्रस्त कर देते हैं. रविवार की देर रात भाकपा माओवादी पीएलजी के दस्ते ने सामुदायिक भवन को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया.इस भवन का दो माह पूर्व ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उद्घाटन किया था. विस्फोट इतनी जोरदार था कि बोधि बिगहा सहित पोखरपुर, सुज्जी, भोकहा, टेकरा व कुसडीह सहित आसपास के गांवों के लोग किसी बड़ी अनहोनी की घटना की बात सोच अपनी जान माल की सुरक्षा में जुट गए.विस्फोट करने के बाद नक्सिलयों ने सामुदायिक भवन के निकट से ही ताबड़तोड़ फायरिंग की.सूत्रों का कहना है कि फायरिंग किसी ऑटोमेटिक हथियार से की जा रही थी. घटना के दौरान नक्सलियों ने एक पर्चा भी गिराया है जिस पर पूर्व एमएलसी अनुज सिंह को चेतावनी दी गई है कि वह पुलिस की दलाली करना बंद कर दे, नहीं तो अंजाम बहुत बुरा होगा. इसके अलावा नक्सलियों ने अनुज सिंह से दो करोड़ रुपये की मांग भी की है.साथ ही आम जनता से भी अपील की गई है कि वह सर्तक रहे और पुलिस की मुखबिरी न करें.दो वर्ष पूर्व नक्सलियों ने पूर्व एमएलसी अनुज सिंह के पैतृक घर (बोधि बिगहा) को 2019 के दिसंबर में उड़ा दिया था.यही नहीं, नक्सलियों ने उनके चाचा की भी बुरी तरह से पिटाई की थी.साथ ही रास्ते में खड़ी बस व ट्रैक्टर को भी क्षति पहुंचाया था.इसके अलावा घटना को चुपके से देख रहे एक परिवार के घर में घुसकर भी मार-पिटाई की थी.


बता दें कि बिहार चुनाव में कड़े सुरक्षा इंतजामों के कारण नक्सलियों की एक नहीं चली. चुनाव में नक्सलियों पर प्रशासन ने नकेल कसा, उसके बाद उनकी बौखलाहट सामुदायिक भवन को उड़ा दिया गया. इतना ही नहीं नक्सलियों ने गया जिले मैं जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष के खिलाफ धमकी भरा पर्चा भी छोड़ा है. भाजपा के पूर्व एमएलसी अनुज सिंह फिलहाल जदयू में हैं.इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए प्रत्याशी जीतन राम मांझी को समर्थन देने को लेकर भी पूर्व एमएलसी को कई धमकी भरे पत्र दिए गए थे. वे बताते हैं कि राजनीतिक मंशा के कारण उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. नक्सलियों को एक सथानीय राजनेता का संरक्षण प्राप्त है. इस घटना के बाद भी वे पूरी तरह सजग और तैयार हैं. वे डरने वाले नहीं है. डुमरिया थाना अध्यक्ष और सीआरपीएफ के जवान पूर्व एमएलसी के घर पहुंचकर छानबीन में जुट गए हैं.एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि नक्सलियों ने इससे बड़ी घटना को डुमरिया थाना क्षेत्र के बोधी बिगहा में अंजाम दिया है. नक्सलियों ने ना केवल सामुदायिक भवन को डायनामाइट ब्लास्ट के जरिए उड़ा दिया बल्कि पूर्व एमएलसी और जेडीयू के नेता अनुज सिंह के खिलाफ पर्चा भी छोड़ा है. पूर्व एमएलसी अनुज सिंह बोधी बिगहा के ही रहने वाले हैं. पैसे से कॉन्टैक्टर रहे अनिल सिंह के ऊपर नक्सली संगठन लगातार लेवी को लेकर दबाव बनाते रहे हैं. एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि नक्सली संगठन अनुज सिंह को टारगेट करने की कोशिश कर रहे हैं. साल 2013 में भी नक्सलियों ने अनुज सिंह के घर पर हमला किया था और वहां खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी थी . एक बार फिर से नक्सली अपना वर्चस्व कायम करने के लिए पूर्व विधान पार्षद को निशाना बनाने की तैयारी में है. जिस सामुदायिक भवन को नक्सलियों ने ब्लास्ट के जरिए उड़ाया है उसका निर्माण 20 लाख की राशि से कराया गया था. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया था, मांझी इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. इससे पहले गया में नक्सलियों ने विस्फोट कर उड़ाया सामुदायिक भवन उड़ा चुके हैं.बिहार के नक्सल प्रभावित गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र में देर रात नक्सलियों ने विस्फोटक लगाकर एक सामुदायिक भवन को उड़ा दिया.इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं.बिहार के नक्सल प्रभावित गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र में देर रात नक्सलियों ने विस्फोटक लगाकर एक सामुदायिक भवन को उड़ा दिया.इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.पुलिस के अनुसार, बिहार और झारखंड की सीमा पर बसे धनगाई गांव में सशस्त्र नक्सलियों ने देर रात धावा बोल दिया और गांव में स्थित सामुदायिक भवन में डायनामाइट विस्फोट कर भवन को उड़ा दिया. बाराचट्टी के थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के मुताबिक इस घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली गांव से वापस लौट गए.नक्सलियों की संख्या 30 से 40 बताई जा रही थी.उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिास घटनास्थल पर पहुंच गई तथा पूरे मामले की छानबीन की गयी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस भवन में पुलिस पिकेट खोलने की तैयारी चल रही थी.सम्भवत: नक्सलियों को इसकी जानकारी मिल गई और नक्सलियों ने भवन को ही ध्वस्त कर दिया.

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