नयी दिल्ली, छह दिसंबर, भारत में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 96.44 लाख हो गई है, जिनमें से 91 लाख से अधिक लोगों के स्वस्थ हो जाने के बाद संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 94.37 प्रतिशत हो गई है। देश में उपचाराधीन लोगों की संख्या करीब चार लाख रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के 36,011 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 96,44,222 हो गई है, जिनमें से 482 और लोगों की मौत होने के बाद संक्रमण के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1.40 लाख के पार हो गई है।
देश में संक्रमित होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 91,00,792 हो गई है, जिसके बाद लोगों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 94.37 प्रतिशत हो गई है, जबकि कोविड-19 के कारण मरने वालों की दर 1.45 प्रतिशत बनी हुई है। आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 4,03,248 लोगों का इलाज चल रहा है जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.18 प्रतिशत है। भारत में सात अगस्त को संक्रमित लोगों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, पांच दिसंबर तक 14,69,86,575 नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से शनिवार को 11,01,063 नमूनों की जांच की गई। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 482 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 95, दिल्ली में 77, पश्चिम बंगाल में 49, केरल में 32, हरियाणा में 25, पंजाब में 24, उत्तर प्रदेश में 23, छत्तीसगढ़ में 21 और राजस्थान में 20 लोगों की जान गई है। देश में अब तक कुल 1,40,182 लोग संक्रमण के कारण जान गंवा चुके हैं, जिनमें से महाराष्ट्र में 47,694, कर्नाटक में 11,846, तमिलनाडु में 11,777, दिल्ली में 9,574, पश्चिम बंगाल में 8,677, उत्तर प्रदेश में 7,900, आंध्र प्रदेश में 7,024, पंजाब में 4,906, गुजरात में 4,064 और मध्य प्रदेश में 3,326 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि मृतकों में से 70 फीसदी से ज्यादा लोग पहले से ही अन्य बीमारियों के शिकार थे। मंत्रालय ने कहा, ‘‘ हमारे आंकड़ों का मिलान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से किया जा रहा है।’’
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