किसानों के साथ वार्ता का ढोंग कर रही है सरकार : कांग्रेस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 6 दिसंबर 2020

किसानों के साथ वार्ता का ढोंग कर रही है सरकार : कांग्रेस

government-is-pretending-to-negotiate-with-farmers
नयी दिल्ली 06 दिसंबर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए गंभीर नहीं है और वह किसानों के साथ वार्ता का ढोंग कर देश के अन्नदाता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक तरफ सरकार आंदोलनरत किसानों के साथ कई दौर की वार्ता कर रही है और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वार्ता शुरू होने से दो दिन पहले वाराणसी में घोषणा कर रहे हैं कि किसान जिन कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इस घोषणा से यह साफ हो जाता है कि सरकार के किसानों के साथ वार्ता के दरवाजे बंद है और वह उन्हें सिर्फ गुमराह करने का प्रयास कर रही है। उनका कहना था कि जब उनकी मांग पर विचार ही नहीं करना है तो फिर वार्ता का स्वांग क्यों किया जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा कि किसानों के साथ सरकार जिस तरह का बर्ताव कर रही है, उससे स्पष्ट है कि उनके लिए दिल्ली के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर दुनिया में तरह-तरह की बात की जा रही है और इससे देश की छवि खराब हो रही है इसलिए सरकार को जग हंसाई कराने की बजाय किसानों से तत्काल बातचीत कर उनकी बात माननी चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: