व्यापारी संघ द्वारा आयोजित रात्री कालीन प्लासटीक बाल क्रिकेट प्रतियोगीता का हुआ समापन, टीम वी 8 ने लहराया परचम
भाजपा मंडल पेटलावद की कार्यकारिणी घोषित, महामंत्री संजय कहार एवं कालूसिंह मेड़ा बनाए गए
झाबुआ। प्रदेष भाजपा संगठन की अनुसंषा एवं भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक की सहमति से पेटलावद भाजपा मंडल की कार्यकारिणी का गठन मंडल अध्यक्ष संदीप मांडोत ने किया। जिसमंे 19 मंडल पदाधिकारी एवं 61 कार्यकारिणी सदस्य सम्मिलित किए गए है। जानकारी देते हुए भाजपा जिला मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नाहर ने बताया कि पिछले दिनों भाजपा जिला कार्यालय पर हुई भाजपा के 19 मंडलों की कार्यकारिणी में से 2 मंडल मेघनगर एवं पेटलावद की कार्यकारिणी की घोषणा होना शेष रह गई थी। जिसके बाद मेघनगर मंडल और अब पेटलावद मंडल की कार्यकारिणी मंडल अध्यक्ष श्री मांडोत ने भाजपा जिलाध्यक्ष श्री नायक की सहमति से की है।
यह है मंडल पदाधिकारी
गठित कार्यकारिणी मंे 6 मंडल उपाध्यक्ष श्रीमती ममता प्रवीण पंवार (पेटलावद), सुभाषचन्द्र गंगाराम राठौार (करडावद), रमेष वरदा सोलंकी (अजब बोराली), प्रदीप मोहनलाल काग (रूपगढ़), गौतम धन्नालाल गेहलोत (पेटलावद) एवं विनेष सुरतान कटारा (कोदली), 2 मंडल महामंत्री संजय शंकरलाल कहार (पेटलावद) एवं कालूसिंह देवीसिंह मेड़ा (दुलाखेड़ी), 6 मंत्री श्रीमती पान्ना दुलेसिंह बारिया (नाहरपुरा), हीरालाल अंबालाल पाटीदार (अमरगढ़), दीपक रमेषचन्द्र राठौर (पेटलावद), राजाराम दषरथ आंजना (करड़ावद), दयाराम गलिया भाबर (गोपालपुरा) एवं जितेन्द्र बाबुलाल जाटव (पेटलावद), 1 कोषाध्यक्ष संजय कन्हैयालाल मालवीय (पेटलावद), 1 कार्यालय मंत्री जितेन्द्र रतनलाल मेहता (पेटलावद), 1 कार्यालय सह-मंत्री भारतसिंह चैहान (पेटलावद), 1 मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र (लोकू) रमेष परिहार (पेटलावद) तथा एक आईटी सेल संयोजक उत्सव राजेष सोनी (बामनिया) को मनोनीत किया गया है। इसके अलावा 61 कार्यकारिणी सदस्यों में मंडल क्षेत्र के सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता शामिल है।
सकल व्यापारी संघ की वीपीएल आयोजन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक 30 दिसंबर, बुधवार को, आयोजन को लेकर अंतिम रूप प्रदान किया जाएगा
झाबुआ। सकल व्यापारी संघ झाबुआ द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता (व्यापारी प्रीमियर लीग) बीपीएल के आयोजन को लेकर व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर की अध्यक्षता मंें स्थानीय पैलेस गार्डन पर आपात बैठक का आयोजन कर मंथन किया गया। जिसमें निर्णय लिया गया कि आगामी 30 दिसंबर, बुधवार रात्रि 8 बजे व्यापारियों, सहयोगियों, खिलाड़ियों एवं पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन कर विस्तृत चर्चा की जाएगी एवं आयोजन के संबंध मंे अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बैठक के दौरान उपस्थित पदाधिकारी-सदस्यों में सकल व्यापारी संघ सचिव पंकज जैन मोगरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमलेश पटेल, सह-सचिव हरिशशाह लालाभाई, कोषाध्यक्ष राजेश शाह, अमित जैन, युवा व्यापारी खिलाड़ी पराग रनवाल, मयंक रूनवाल, अंकुश काठी, विवेक कटकानी, वाहिद शेख, रत्नदीप सकलेचा आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर वीपीएल का आयोजन आगामी जनवरी माह 2010 में किए जाने की बात पर विशेष बल दिया।
वीपीएल को लेकर व्यापारी खिलाड़ियों में है उमंग और उत्साह
रात्रिकालीन इस टूर्नामेंट को लेकर 30 दिसंबर, बुधवार को आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। व्यापारी प्रीमियर लीग को लेकर अभी से व्यापारी खिलाड़ियों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है, क्योंकि गत वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हो पाया था। उसके पूर्व 2 वर्ष तक की गई इस प्रतियोगिता को अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई थी।
भव्य स्तर पर होता है आयोजन
रात्रिकालीन इस आयोजन को देखने के लिए शहर की महिलाएं, बच्चे विशेषकर बड़ी संख्या में शिरकत करते हैं। साथ ही सभी के बैठने की अलग-अलग सुव्यवस्थित व्यवस्था भी की जाती है। ,क्रिकेट ग्राउंड को हमेशा दुल्हन की तरह सजाया जाता है। शहरवासियांे में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह का माहौल बना हुआ है।
थांदला सिविल अस्पताल में चलन से बाहर हुई एक्सरें का अभी भी उपयोग
- थांदला शासकीय सिविल अस्पताल में डिजिटल एक्सरे की आवश्यकता
थांदला। झाबुआ जिला मुख्यालय की अगर बात अगर छोड़ दी जाए तो पूरे वनांचल में सर्वाधिक मरीज थांदला ब्लॉक में आते है बावजूद इसके यहाँ मूलभूत सुविधाओं की मांग जस की तस बनी हुई है। थांदला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल का दर्जा मिल जाने से यहाँ 30 बेड के स्थान पर 60 नही अपितु 100 बेड स्वीकृत हो चुके है लेकिन आज भी यहाँ न तो पर्याप्त बेड उपलब्ध हो पाए है न ही अन्य कोई सुविधा। स्वीकृत स्टॉफ की संख्या भी पूरी नही हो पाने से मरीजों की जान पर बन आती है। यहाँ स्थापित अधिकांश उपकरण तो अब चलन से ही बाहर हो चुके है व अब उनकी रिपोर्ट भी सही नही आती है बावजूद इसके आज भी यहाँ उन्ही का उपयोग किया जा रहा है। आज से 40 वर्ष पूर्व वर्ष 1980 में स्थापित हुई एक्सरे मशीन को वर्ष 1983 से आज तक एम एस सिसौदिया इकलौते ऐसे ऑपरेटर है जो इस मशीन को चलाने में सक्षम है, लेकिन अब इस मशीन का चलन खत्म हो गया है। वैसे भी शासन की गाइड लाइन के अनुसार यह मशीन सन 2016 में ही डिस्मेंटल (खत्म) मानी जा चुकी है लेकिन फिर भी इसको थांदला स्वस्थ्य विभाग चलाने को मजबूर है। जिसका कारण यहाँ की डूंगरनुमा बसावट के साथ साथ पेटलावद रोड़ व कुशलगढ़ रोड़ के घाट सेक्शन है जहाँ आए दिन कोई न कोई दुर्घटना होती ही रहती है। सूत्रों की माने तो चलन से बाहर यह मशीन झाबुआ ही नही अपितु पूरे मध्यप्रदेश में शायद इकलौती बची है बावजूद इसके यहाँ नई डिजिटल एक्सरे मशीन स्थापित नही होने के पीछे राजनीतिक दबाव व अन्य स्थानों के निजी क्लिनिक में स्थापित डिजिटल एक्सरे मशीन के लिए कमीशन को बड़ा फेक्टर माना जा रहा है। शासन प्रशासन ने पूर्व में यहाँ बन्द पड़ी सोनोग्राफी मशीन भी प्रदान की जो एक वर्ष से ज्यादा समय होने पर भी शुरू नही हो पाई है तथा वह भी अब चलन से बाहर होने की कागार पर है। जिला स्वास्थ्य प्रबंधन इस मामले में इतना लापरवाह है फिर भी ऐसे लापरवाह गैर जिम्मेदार पर कार्यवाही नही होना बड़ी सेटिंग की तरफ इशारा कर रहा है। हालांकि इनकी लापरवाही का खामियाजा थांदला विकासखण्ड की जनता को भुगतना पड़ रहा है जो छोटी छोटी बीमारी व सर्जरी के लिए बाहर जाने पर मजबूर हो रही है। हर सप्ताह होने वाली बैठक में जिला कलेक्टर यदि इस दिशा में कोई पहल करें तब ही कोई निर्णय निकल सकता है।
जिम्मेदार बोलें ---1.नगर में चिकित्सा व्यवस्था चरमराई हुई है। रोगी कल्याण समिति भी नाम मात्र की बन कर रह गई है ऐसे में थांदला के मरीजों का बाहर जाना मजबूरी बन गया है। शासन प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। : विक्रम सिंगाड़ समाजसेवी
2.थांदला नगर में आये दिन एक न एक एक्सीडेंट केस आते ही है ऐसे में यहाँ आर्थोपेडिक सर्जन व एक्सरे का न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को इस और ध्यान देना चाहिए। : बीएल पाटीदार विपणन संस्था प्रबंधक
3.राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग की पहल पर यहाँ सोनोग्राफी मशीन मिली तो सही पर वह भी बन्द पड़ी है, वही एक्सरे का हाल बेहाल है ऐसे में अब मरीजों को अपनी जान आफत में डालने से बेहतर है, बाहर जाकर ईलाज करवाये यह स्वास्थ्य विभाग की मौजूदा नाकामी है जो यहाँ के खाली पड़े अस्पताल बता रहे है जिसे जल्द सुधार किया जाना आवश्यक है। : पवन नाहर (समाजसेवी संगठन प्रमुख)
4.थांदला सिविल अस्पताल में पर्याप्त स्टॉफ के साथ बेड, डिजिटल एक्सरे व सोनोग्राफी मशीन की सुविधा बहाल होना चाहिए वरना इनकी कमी से क्षेत्र में होने वाली मौत के लिए प्रशासन जिम्मेदार है उसे अपनी जिम्मेदारी का ठीक निर्वहन करना चाहिए। : श्रीमती आशुका कमलेश लोढ़ा (पार्षद)
5 थांदला में आवश्यक सामग्री का व एक्सरे मशीन आदि के विषय में अनेक बार जिला स्वास्थ्य प्रबंधन को लिखा जा चुका है, अब हमारें हाथ में कुछ नही है। : डॉ. अनिल राठौर (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर)
6.थांदला नगर की आवश्यकताओं को जल्द दूर करने का प्रयास किया जाएगा। रही बात एक्सरे व सोनोग्राफी मशीन की तो जल्द ही उन्हें बदला जाएगा इस सम्बंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। : डॉ. जयपालसिंह ठाकुर (जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी)
दूध में मिलावट की मौके पर जांच
एक परिसर एक शाला
झाबुआ। विभाग अंतर्गत एक ही परिसर में विभिन्न स्तर की शालायें पृथक-पृथक ईकाई के रूप संचालित है तथा उक्त विद्यालयों का शैक्षणिक एवं प्रशासकीय नियंत्रण अलग-अलग प्रधानाध्यापक, प्राचार्य के द्वारा किया जा रहा है। एक ही परिसर में स्थित विभिन्न विद्यालयों में उपलब्ध मानवीय एवं भौतिक संशाधनों का अधिकतम और प्रभावी उपयोग एवं एक ही परिसर में संचालित आश्रम, शालाओं, प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी को एकीकृत विद्यालय के रूप में संचालित करने से निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 आर.टी.ईत्र के प्रावधान की पूर्ति के साथ ही विभिन्न शालाओं पर पृथक-पृथक होने वाले व्यय को एकीकृत करने से समग्र रूप से राशि की बचत होगी। सहायक आयुक्त श्री प्रशांत आर्या ने अवगत कराया कि जिले में आदिम जाति कल्याण विभाग अंतर्गत 150 मीटर की परिधि में लगने वाले आश्रम, शालाओं, प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी 707 स्कूलों को एकीकृत कर 309 परिसर निर्मित कर शालाओं के रूप में संचालित किया जावेगा। उक्त योजना में कोई भी शाला को बन्द नहीं किया जा रहा है, जबकि शैक्षणिक एवं प्रशासकीय व्यवस्था को सृदृढ़ बनाये जाने का प्रया किया जा रहा है।
अपर कलेक्टर (विकास) श्री जैन द्वारा जन सुनवाई , 39 आवेदन पत्र प्राप्त
फिट इण्डिया सायक्लोथोन, आओ सब सेहत बनाये सब मिलकर सायकल चलायें
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