- उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बी.एल.ओ. को दिया गया प्रशस्ति पत्र
दरभंगा। भारत निर्वाचन आयोग के निदेशानुसार प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 25 जनवरी को 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन जिला स्तर पर दरभंगा समाहरणालय अवस्थित वेयर हाउस के सामने किया गया। जिला स्तर पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने समारोह में उपस्थित उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, पदाधिकारीगण, बी.एल.ओ., सभी सरकारी कर्मी, मीडिया एवं सभी लोगों को हार्दिक अभिनन्दन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस को वार्षिक समारोह की तरह प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है, जिसमें पिछले साल के चुनाव व अन्य निर्वाचन संबंधित कार्यों में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया जाता है और इसे उत्सव के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में विधानसभा आम निर्वाचन हुआ, जिसमें दरभंगा जिला के 10 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। जिला स्तर पर गठित सभी कोषांग के पदाधिकारीगण/कर्मीगण, सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी अनुमंडल स्तर के कर्मीगण, प्रखंड स्तर के कर्मीगण तथा निर्वाचन कार्य में लगे सभी को जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने ढेर सारी शुभकामनाएं दी और कहा कि उनके सहयोग की वजह से ही निर्वाचन कार्य सु-व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस के दिन हमें संकल्प लेना है कि छूटे हुए मतदाताओं को अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने हेतु प्रेरित करेंगे। यह लोकतंत्र की प्रक्रिया में भाग लेने का पहला कदम है। इसलिए पहले कदम को सफल बनाने के लिए बी.एल.ओ को क्रियाशील रहना होगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचन का काम ऐसा है कि एक बार निर्वाचन हो जाने के बाद यह समाप्त नहीं होत। यह एक संवैधानिक कार्य है, जो लगातार चलता रहता है। निर्वाचन के दौरान जितनी गंभीरता के साथ हम निर्वाचन के कार्य में लगे रहते हैं, प्रायः देखा जाता है कि निर्वाचन के बाद उतनी गंभीरता नहीं रहती, इसे सुधारने की आवश्यकता है। इसमें सबसे पहले वैसे लोग, जो निर्वाचक सूची में नहीं जुड़े हैं, वैसी महिलाएं, महादलित परिवार, या ऐसे लोग जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है, या जो 18 साल के हो चुके हैं, लेकिन, हम पहल नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता के साथ हमे निर्वाचक सूची में जोड़ने की आवश्यकता है। इसके साथ ही हमारे निर्वाचक सूची शुद्धिकरण में कई सुधार की आवश्यकता है। निर्वाचक सूची ही निर्वाचन की लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक मजबूत आधार बनाता है। इसमें हम देख सकते हैं कि महिलाओं का अनुपात पुरुष के अनुपात से काफी कम है, इस पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को एक अभियान के तौर पर ऐसे गांव, ऐसे बूथ का चयन करना चाहिए, जहां महिलाओं का अनुपात पुरुषों से कम हो वहां अनुपात बढ़ाने हेतु कार्य करना चाहिए। इसके साथ ही 18 वर्ष वाले वोटरों को चिन्हित करना चाहिए जहां भी वोटर टर्न आउट कम परिलक्षित हुआ है। उसे चिन्हित करके हमे वोटर टर्न आउट बढ़ाने का कार्य करना चाहिए। ये काम हमे लगातार करते रहना चाहिए। आज निर्वाचन आयोग के इतिहास को भी मनाने का दिन है। भारत निर्वाचन आयोग का गठन 25 जनवरी 1950 को हुआ। उसके बाद लगातार यह कार्यक्रम 25 जनवरी को मनाया जा रहा है और बहुत ही अच्छी तरह मनाया जाता है। इसके लिए जागरूकता और जानकारी भी लोगों की होनी चाहिए। हमारा लोकतंत्र एक मजबूत लोकतंत्र है। पूरी दुनिया के लिए यह मिसाल पेश करता है। यहां सभी के वोट का मूल्य एक समान है। गरीब के एक वोट का मूल्य एक है और अमीर के एक वोट का मूल्य भी एक ही है। ऐसे लोकतंत्र की बनावट अपने आप में एक विशेषता रखता है, जो सब लोगों की एक सामान भागीदारी सुनिश्चित करता है। इसके इतिहास को भी सेलिब्रेट करने के लिए हमे लोगों तक पहुंचाने के लिए निर्वाचन आयोग का जो भी फंक्शन है, उनका जो भी प्राकृति है। यथा आयोग कैसे काम करता है, किस पारदर्शिता के साथ काम करता है, यह भी एक बड़ी बात है। इतने सालों में निर्वाचन आयोग के कार्य में कोई उंगली नहीं उठा सका है। इन सभी बातों को लेकर हमें लोगों तक जानकारी पहुंचानी आवश्यक है और पिछले साल के अपने योगदान को अपग्रेड करने की आवश्यकता है। इसमें जो हमारी परिकल्पना है। हम कैसे इसे आगे बढ़ाना चाहेंगे, सुधार करना चाहेंगे, उस पर भी सोचने, समझने एवं कार्य योजना बनाने का दिन है। उस पर रूपरेखा बनाकर हमे उसके अनुरूप आगे बढ़ना है। उन्होंने पुनः 11 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामना दी और सबकी भागीदारी को अहम और सराहनीय बताया। इसके उपरांत जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को *लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए अपने देश के लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखने तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करते रहने* की शपथ दिलायी गयी। इसके बाद बिहार विधान सभा आम निर्वाचन, 2020 में अपने दायित्वों का तत्परता पूर्वक निर्वह्न करने वाले सभी निर्वाची निबंधन पदाधिकारी, सभी कोषांगों के पदाधिकारियों, कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही मतदाता सूची अद्यतीकरण में अत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए जिले के कई बी.एल.ओ. को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस समारोह में उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी, अपर समाहर्त्ता विभागीय जांच अखिलेश प्रसाद सिंह उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजीव रंजन प्रभाकर, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर राकेश कुमार गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी बिरौल, अनुमंडल पदाधिकारी बेनीपुर सहित सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
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