स्वामी विवेकानन्द की 158वीं जयन्ति युवा दिवस के रूप में मनाई गई। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 12 जनवरी 2021

स्वामी विवेकानन्द की 158वीं जयन्ति युवा दिवस के रूप में मनाई गई।

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अरुण कुमार ( बेगूसराय ) आज दिनांक 12 जनवरी 2021 को सर्वोदय नगर स्थित सुखदेव सभागार में सुखदेव सिंह समन्वय समिति की ओर से 158 वीं जयंती स्वामी विवेकानंद की मनाई गई, जिसकी अध्यक्षता कर रहे शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि स्वामी जी का जन्म 12 जनवरी 1863 ईस्वी को कोलकाता में हुआ था,उनका मूल नाम नरेंद्र नाथ दत्ता था वे अमेरिका, ब्रिटेन,जर्मनी,रूस,यूरोप,आदि देशों की यात्रा की।उनकी मृत्यु 4 जुलाई 1902 ईस्वी को अल्पायु में हो गया।वे वेदांत के संदेश को दुनिया भर में फैलाया।ऐसे महान युवा नेता को शत शत नमन करता हूँ।इस अवसर पर फिल्म अभिनेता अमिया कश्यप ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान दार्शनिक प्रवर्तक और अतुलनीय संत थे। उनका जीवन विडंबना से भर रहा उसके बावजूद भी उन्होंने पराजय स्वीकार नहीं किया ऐसे महान विभूतियों को मैं शत-शत नमन करता हूँ इस अवसर  पर नगर निगम के उप मेयर राजीव रंजन ने कहा कि स्वामी जी एक महान आत्मा की महान खोज थे वह देश के सच्चे हीरे थे। एक उत्कृष्ट जोहरी ही सच्चे हीरे की पहचान कर सकता है वह कोई और नहीं स्वयं रामकृष्ण परमहंस थे। उनकी दिव्य दृष्टि उन पर परी और नरेंद्र नाथ से विश्व विख्यात स्वामी विवेकानंद हो गए। मोहम्मद अब्दुल हलीम जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष बुनकर प्रकोष्ठ ने कहा कि विश्व के क्षितिज पर स्वामी जी का आविर्भाव किसी दैनिक घटना से कम नहीं था।भारतीय सभ्यता, संस्कृति, और आध्यात्मिक उत्कर्ष का आगोश से भारतीयों के मान सम्मान,आत्म गौरव एवं स्वाभिमान में कम नहीं थे। चंद्रशेखर चौरसिया साहित्यकार ने कहा की स्वामी विवेकानंद अतुल्य व्यक्ति मसीहा थे देश में प्रतिभाशाली तो और भी हुए किंतु वह प्रतिभा के प्रकाश स्तंभ रहे,ऐसे ही महान युवा नेता को शत शत नमन।छात्रा अनाया कुमारी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद शिकागो में शून्य पर कई दिनों तक बोलते रहे ऐसे महान नेता को मेरे और मेरी साथी छात्राओं की ओर से शत शत नमन।इस अवसर पर जेके स्कूल की शिक्षिका ललिता कुमारी, महिला सेल के सचिव सुनीता देवी,राजेंद्र महतो अधिवक्ता,राजीव कुमार उर्फ मुन्ना अधिवक्ता,राम बहादुर सिंह शिक्षक,आसमा,अनाया कुमारी,अशोक गुप्ता,आदि के साथ अनेकों बुद्धिजीवीयों ने ऐसे महान पुरुष योगी को शत शत नमन करते हुए उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पाञ्जलि अर्पण करते हुए जयन्ति समारोह व युवा दिवस मनाया।

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