पटना .बृहस्पतिवार को केंद्र ने कहा कि दो जनवरी को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया जाएगा जिससे कि अभियान में आने वाली चुनौतियों की पहचान की जा सके और योजना तथा क्रियान्यवन के बीच की कड़ियों को परखा जा सके. इस कवायद को सभी राज्यों की राजधानियों में कम से कम तीन सत्र स्थलों पर अंजाम दिए जाने का प्रस्ताव है. बिहार में 2 जनवरी को तीन जिलों में ड्राई रन चलाने के बाद, एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. स्टेट लेवल पर बनी टास्क फोर्स उसका रिव्यू करेगी.इसके बाद रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी जाएगी. केंद्रीय स्तर पर चारों राज्यों में चले ड्राई रन की फाइंडिंग्स का फिर रिव्यू होगा.अगर प्लान में बदलाव की जरूरत महसूस हुई तो वह भी किया जाएगा.अगर सबकुछ ठीक रहता है तो अभी के प्लान के हिसाब से ही जनवरी में टीकाकरण अभियान लॉन्च कर दिया जाएगा. इस अभियान में बिहार के तीन जिलों राजधानी पटना, जमुई और पश्चिमी चंपारण के बेतिया को चुना गया है.ड्राई रन के लिए तीनों जिले में तीन-तीन केंद्र को चुनाव हुआ है. पटना के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पताल में टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जाएगा. इनमें फुलवारीशरीफ अस्पताल, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल व शास्त्रीनगर अस्पताल शामिल हैं.पश्चिम चंपारण के बेतिया के पीएचसी, चनपटिया, पीएचसी, मझौलिया व बेतिया शहरी अस्पताल तथा जमुई के बहुद्देशीय स्कूल, जमुई, प्लस टू स्कूल, जमुई और ऑक्सफोर्ड स्कूल, जमुई में पूर्वाभ्यास किया जाएगा. इसके लिए इन अस्पतालों में कोरोना टीकाकरण को लेकर सभी सुविधाओं से युक्त टीकाकरण केंद्र (इम्यूनाइजेशन बूथ) बनाए गए हैं. बिहार में इस टीकाकरण अभियान का जिम्मा संभाल रहे स्टेट हेल्थ सोसायटी के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि मॉक ड्रिल में टीकाकरण अभियान के लिए इस्तेमाल की जा रही टेक्नोलॉजी का टेस्ट किया जाएगा.केंद्र सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक, टीकाकरण को-विन (Co-WIN) पोर्टल के माध्यम से होगा.इस पोर्टल में टीका लगाने वाले से लेकर जिसे टीका लगाना है, उसका डेटाबेस मौजूद है. उन्होंने बताया कि जिन्हें टीका लगाना है, उनके मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा.इसके माध्यम से उन्हें दूसरी बार कब टीका लगना है, इसकी जानकारी भी दी जाएगी. हर केंद्र के लिए 25 लोगों को चुनाव किया गया है और ये सभी हेल्थ केयर वर्कर्स हैं.जिन्हें टीका लगेगा, उनका पूरा विवरण को-विन पोर्टल पर अपलॉड किया जाएगा.उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के एसओपी का पालन करते हुए इस पूरी प्रक्रिया को पूरा करेंगे. मनोज कुमार ने बताया कि अभी तक 35 हजार हेल्थ केयर वर्कर्स ने टीकाकरण के लिए अप्लाई किया है.उन्होंने कहा हर टीकाकरण केंद्र पर एक वेटिंग हॉल, एक टीकाकरण रूम और एक ऑब्जर्वेशन हॉल बनाया गया है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि ड्राई रन के बाद जैसे वैक्सीन आ जाएगी, वैसे ही टीकाकरण शुरू हो जाएगा.मंत्री ने कहा कि टीकाकरण को लेकर सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि 2021 में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का काम सरकार करेगी. साथ ही खाली पदों को भरने की प्राथमिकता होगी. मंगल पांडेय ने कहा कि गांव से लेकर शहर तक के अस्पतालों में दवाई की उपलब्धता और बढ़ाएंगे. कोरोना वैक्सीनेशन की जगह पर तीन कमरे होंगे. जिसमें एक प्रतीक्षालय, वैक्सीनेशन रूम और ऑर्ब्जवेशन कक्ष होगा. हर टीम में पांच सदस्य होंगे. जिसमें एक वैक्सीनेटर और 4 वैक्सीनेट अधिकारी होंगे जो पुलिस, सूचना तकनीकी और हेल्थ सेक्टर से होंगे. पूरे भारत में इससे पहले ड्राई रन आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात और पजाब में सफलतापूर्वक हो चुका है.
क्या होगा ड्राई रन में
- जब वैक्सीन की खेप आएगी तो उसके भंडारण का इंतजाम क्या होगा.
- कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज के लिए कोल्डचैन तैयार की गई है.
- कोल्ड स्टोरेज से अलग-अलग राज्यों में वैक्सीन भेजी जाएगी.
- इसके बाद वैक्सीन को जिलों में पहुंचाया जाएगा.
- वैक्सीन के पहुंचाने का काम मेडिकल टीम की निगरानी में किया जा रहा है.
- लोगों तक वैक्सीन को सही तरीके से पहुंचाने की पहली परीक्षा ही ड्राई रन है.
- ड्राई रन में मेन डिपो से वैक्सीन की खेप अलग-अलग जिलों में पहुंचाई जाएगी.
- वैक्सीन को लाने और पहुंचाने के दौरान तापमान का खास ध्यान रखना होगा.
- जिन्हें इस दौरान वैक्सीन लगनी है उन्हें एमएमएस भेजा जाएगा.
- इस एमएमएस में वैक्सीनेशन करने वाली टीम का जिक्र होगा.
बिहार में कोरोना का कहर लगातार जारी है. हालाँकि राज्य में कोरोना की रफ़्तार धीमी है. आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किये गए अपडेट के अनुसार बिहार में कोरोना के 463 नए मरीज मिले हैं. इनमें सबसे अधिक संख्या पटना जिले में हैं. जहाँ कोरोना के 237 नए मरीज मिले हैं. अन्य जिलों की बात करें तो भागलपुर में 14, कैमूर में 22, मुजफ्फरपुर में 23 और वैशाली में 10 मरीज मिले हैं. वहीं सुपौल में 4, सहरसा में 4, नवादा में 2 और बक्सर में 2 मरीज मिले हैं. बिहार में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 5172 हो गयी है.
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