अडानी और अंम्बानी के दबाव में किसान व जन बिरोधी तीन काले कृषि कानून पर हठ कर रही मोदी सरकार।- माले।
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) भाकपा-माले के राज्यब्यापी आह्वान के तहत किसान आंदोलन के समर्थन में मधुबनी रेलवे स्टेशन चौक पर माले कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन किया। पुतला दहन के माध्यम से आंदोलनकारी किसानों के मांगों को मानने की अपील किया। कार्यक्रम को भाकपा-माले के मधुबनी जिला कमिटी सदस्य अनिल कुमार सिंह ,बिशंम्भर कामत,इनौस के जिला संयोजक मनीष मिश्रा, किसान महासभा के जिला सह सचिव गणेश यादव ने संबोधित किया। अपने संबोधन में बिभिन्न वक्ताओं ने कहा कि देश के किसान ही देश है। किसान से देश चलता है। किसान से देश की माटी और धरती बनती है। मोदी सरकार देश में कंपनी राज लाना चाहती है।इसी बिहार के चंपारण में निलहों का राज देखा है। गांधी जी के नेतृत्व में आजादी की पहली लड़ाई किसानों ने लड़ी थी। अब आजादी की दूसरी लड़ाई किसानों को लड़ना पर रहा है। भाजपा की मोदी सरकार कंपनियों और कारपोरेटों का भारत बनाना चाहती है।हम लोग और देश के लाखों करोड़ों किसान किसानों और मजदूरों का भारत बनाना चाहते है।यही दो अलग-अलग रास्तों और मकसदों की लड़ाई है। भाजपा हारेगी और किसान मजदूर जितेंगे।26 जनवरी को लाखों किसानों का ट्रक्टर पैरेड देश व दुनिया को एक ऐतिहासिक संदेश देगा। कार्यक्रम को माले नेता शैलेन्द्र सिंमांचल, उत्तम चंद्र झा,मनोज झा, शिवजी राम, सत्येंद्र राम,पवन झा, राम बृक्ष पासवान, कृपा नंद झा, सुरेश पासवान, सुबोध यादव, हरिश्चंद्र पासवान सहित दर्जनों माले कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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