दिल्ली को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में सर्वाधिक अंक स्कूलों के कायाकल्प से - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 20 जनवरी 2021

दिल्ली को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में सर्वाधिक अंक स्कूलों के कायाकल्प से

delhi-schools-makes-delhi-proud
नयी दिल्ली, 20 जनवरी, नीति आयोग ने दिल्ली में सरकारी स्कूलों के ऐतिहासिक कायाकल्प की बुधवार को सराहना की। दरअसल, सरकार से सहायता प्राप्त स्कूलों ने देश की राजधानी को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) में सर्वाधिक ‘अंक’ हासिल करने में मदद की है। ‘भारत नवाचार सूचकांक 2020’ में सभी राज्यों ने औसतन 35.66 अंक प्राप्त किये हैं। सूचकांक के मुताबिक दिल्ली की अधिक आय और सरकारी स्कूलों के ऐतिहासिक कायाकल्प के चलते राष्ट्रीय राजधानी ने उच्चतम एनएएस ‘स्कोर’ (44.73) हासिल किए। इसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि किसी राज्य की आय का स्तर भी एक बड़ी भूमिका निभाता है। सूचकांक में कहा गया है कि सरकार से सहायता प्राप्त स्कूलों में अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनश्चित कर राज्य एनएएस ‘स्कोर’ बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। सूचकांक के मुताबिक देश भर में इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में दाखिले में कमी दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में छात्रों का दाखिला देश के दक्षिणी हिस्सों में केंद्रित रहा, हालांकि यह आंकड़ा पूर्वोत्तर राज्यों में कम रहा।

कोई टिप्पणी नहीं: