एक ने मना कर रखा तो दूसरे ने कब्रिस्तान में मिस्सा शुरू करवाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 27 फ़रवरी 2021

एक ने मना कर रखा तो दूसरे ने कब्रिस्तान में मिस्सा शुरू करवाया

start-missa-betiya
बेतिया. पश्चिम चम्पारण में है बेतिया क्रिश्चियन क्वाटर्स. कुछ साल पहले फादर सुशील साह कुर्जी पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित थे.उनको पदोन्नत कर कैथेड्रल ऑफ़ द नेटिविटी ऑफ़ द ब्लेस्ड वर्जिन मेरी नामक चर्च के प्रधान पल्ली पुरोहित बनाये गये थे.वहां पर बीमार पड़ने के बाद एक्सटीटीआई जेवियर भवन में विश्राम कर रहे हैं.  जानकार लोगों ने बेतिया से जानकारी दी है कि जब बेतिया के पैरिश priest Fr.Sushil Sah थे,तब वे 2 November काे मृत परिजनों को दफनाने वाले  graveyard में मिस्सा पूजा बंद कर देना चाहते थे.इसका बेतिया पल्ली वासियों ने जोरदार ढंग से घोर विरोध किया था एवम भारी नाराजगी भी व्यक्त की थी.बीमार पड़ जाने के कारण लागू नहीं कर सके. इधर नवीनतम जानकारी दी गयी है कि कब्रिस्तान की बलि बेदी का रिनोवेशन किया गया है.अब हर माह के अंतिम शनिवार को graveyard में मिस्सा होगा.यह व्यवस्था बेतिया धर्मप्रांत के बिशप पीटर सेबास्टियन गोबियास ने कर दी है.बिशप स्वामी जी के द्वारा उठाया गया कदमों को बेतिया के ईसाई भक्तगण अत्यंत ही सराहनीय कदम घोषित कर दिया है.यह विश्वास भी व्यक्त किये हैं कि अन्य धर्मप्रांत के बिशप भी अनुशरण करेंगे. आज नए बेदी पर पवित्र आशीष देने के बाद पवित्र मिस्सा किया गया.आज शाम 4.30 बजे से मिस्सा किया गया. आज पहला मिस्सा था. संख्या तो बताना मुश्किल है पर अच्छे खासे लोग थे.कब्रो की सजावट कर मोमबतियां जलाया गया. आज बेतिया कैथोलिक कब्रिस्तान में मृत रिश्तेदारों की आत्मा की शांति के लिए मासिक प्रार्थना सभा हुआ है जिसमें मुख्य आयोजक की भूमिका बेतिया धर्मप्रांत के Bishop Peter Sebastian Goveas थे.अन्य सहयोगी पुरोहितों में फादर हेनरी फर्नांडो और अन्य पुरोहित थे. आज सभी रिश्तेदारों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया इस अवसर पर सामाजिक दूरी बनाकर हाथ को सैनिटाइज कर तथा मार्क्स पहनकर विश्वासी घन कब्रिस्तान में उपस्थित हुए. इस अवसर पर लोगों ने अपने रिश्तेदार का कब्रों की साफ-सफाई की और उनके आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया या आयोजन प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को कब्रिस्तान में आयोजित होगा. इस अवसर पर राजेश पौल सर के आर स्कूल राकेश डिकूज  सर के अलावा सुनील डिक्रूज अनिल डिक्रूज के साथ-साथ पटना से और अन्य जगहों से विश्वासी गांव पधारे थे जिनमें ईटीवी बिहार से डेरिक लोरेन्स सर विशेष रुप से पधारे थे.

कोई टिप्पणी नहीं: