कोविंद ने जगन्नाथ मंदिर में की पूजा, एक लाख रुपये दिये दान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 23 मार्च 2021

कोविंद ने जगन्नाथ मंदिर में की पूजा, एक लाख रुपये दिये दान

kovind-donate-in-jagannath-temple
पुरी, 22 मार्च, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अपने तीन दिवसीय ओडिशा दौरे के अंतिम दिन सोमवार को पत्नी तथा पुत्री के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। श्री कोविंद कड़ी सुरक्षा के बीच पूर्वाह्न लगभग 9.10 मिनट पर मंदिर पहुंचे। गजपति दिब्यसिंह देव मंदिर के अध्यक्ष के साथ-साथ भगवान जगन्नाथ के प्रथम पुजारी, श्री जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक डॉ.कृष्ण कुमार, जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा, पुलिस अधीक्षक के. विशाल सिंह और अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) यशवंत जेठवा ने मंदिर के गेट पर श्री कोविंद का गर्मजोशी से स्वागत किया। गजपति दिब्यसिंह देब ने राष्ट्रपति को धार्मिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला विशेष रेशम कपड़ा से बना एक पारंपरिक वस्त्र ‘खंडुआ पाटा’ भेंट किया। राष्ट्रपति ने मंदिर में अपने परिवार के सदस्यों के साथ भगवान जगन्नाथ तथा उनके भाई बलभद्र तथा बहन सुभाद्रा की पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य मंदिर में देवी विमला तथा महालक्ष्मी का दर्शन किया और मुक्ति मंडप पर बैठे पंडितों को भजन सुना। डॉ. कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति ने मुख्य मंदिर के हुंडी में एक लिफाफा डाला। उन्होंने बताया कि मंदिर हो रहे बदलावों को देखकर राष्ट्रपति खुश हुए। इस दौरान मंदिर प्रशासन ने श्री कोविद को एक पट्टाचित्र भेंट किया। श्री कोविंद अपने परिवार के साथ करीब 45 मिनट तक मंदिर में रहे। मंदिर से निकलने के बाद उन्होंने पत्रकारों के साथ फोटों खिंचवाई तथा वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। श्री कोविंद ने मंदिर के विकास के लिए मंदिर प्रशासन को एक लाख रुपये का दान दिया। 

कोई टिप्पणी नहीं: