सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 19 अप्रैल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 19 अप्रैल 2021

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 19 अप्रैल

माइक्रो कंटेनमेंट में रहने वालों को रोजमर्रा की चीजों के लिए परेशानी न हो -कलेक्टर

  • अधिकारियों को कोविड केयर सेंटर के नियमित निरीक्षण के कलेक्टर ने दिये निर्देश 
  

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कोरोना संक्रमण को रोकने तथा संक्रमित मरीजों को समुचित इलाज के कलेक्टर ने अधिकारियों चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं ताकि कोविड के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। साथ ही अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं मॉनीटरिंग हो सके और जहां जरूरत हो वहां सुधार किया जा सके।  कलेक्टर श्री गुप्ता के निर्देश पर आज सीहोर, नसरूल्लागंज, आष्टा सहित अनेक स्थानों में अधिकारियों द्वारा कोविड केयर सेंटरों का सघन निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं तथा मरीजों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है। जिले में मुख्यालय सहित सभी विकासखंडों में कोविड-19 टीकाकरण का कार्य भी निरंतर जारी है। राजस्व अधिकारियों द्वारा अपने-अपने अनुभागों में लोगों को मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की समझाइश दी जा रही है। इसी प्रकार कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही भी की जा रही है।

माइक्रो कंटेनमेंट में रहने वालों को रोजमर्रा की चीजों के लिए परेशानी ना हो - कलेक्टर

जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देश पर जहां संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उस घर या परिसर को माइक्रो कंटेंटमेन्ट एरिया बनाया जा रहा है। कंटेंटमेंट बनाए जाने से करोना संक्रमण के प्रसार पर विराम लगेगा। माइक्रो कंटेंटमेंट बनाने के बाद इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है, कि उस घर में रहे लोगों को अपनी रोजमर्रा की चीजों के लिए किसी तरह कोई परेशानी न हो। इसके अलावा नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और दवाएं दी जा रही।


कोविड कमाण्ड एंड कंट्रोल सेन्टर

कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार होम आइसोलेशन की मॉनीटरिंग के लिये जिले में कमाण्ड एंड कंट्रोल सेन्टर बनाया गया है। इस सेंटर में कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है। मरीज को दवाओं की किट, चिकित्सकीय परामर्श के साथ ही उनसे बात करने तथा समय-समय पर वीडियो कॉलिंग के भी निर्देश कलेक्टर श्री गुप्ता ने दिये हैं । जल संसाधन विभाग कार्यपालन यंत्री श्री दीपक चौकसे को इसका प्रभारी बनाया गया है।


रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आयुष विभाग द्वारा आयुर्वेद औषधि का वितरण    


कोरोना संक्रमण से बचाव तथा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देश पर आयुष विभाग द्वारा जिले में आयुष संस्थाओं द्वारा त्रिकटु चूर्ण, संशमनी वटी, होम्योपैथी एवं यूनानी औषधियों का वितरण किया जा रहा है। आयुष विभाग द्वारा जिले भर में कुल 2805 लोगों को त्रिकटु चूर्ण 619, संशमनी वटी के 580, होम्योपैथी के 1394 एवं यूनानी औषधि के 212 पैकेट वितरित किए गए।  आयुष विभाग द्वारा सीहोर विकासखंड अन्तर्गत 680 व्यक्तियों को त्रिकटु चूर्ण के 366, संशमनी वटी के 149, होम्योपैथी औषधि के 162 पैकेट एवं यूनानी औषधि के 3 पैकेट वितरित किए गए। इसी प्रकार आष्टा अन्तर्गत 311 व्यक्तियों को त्रिकटु चूर्ण के 37, संशमनी वटी के 102, होम्योपैथी औषधि के 59 एवं यूनानी औषधि के 113 पैकेट वितरित किए गए। बुदनी अन्तर्गत 746 व्यक्तियों को त्रिकटु चूर्ण के 26, होम्योपैथी औषधि के 720 पैकेट वितरित किए गए। इछावर अन्तर्गत 913 व्यक्तियों को त्रिकटु चूर्ण के 186, संशमनी वटी के 287, होम्योपैथी औषधि के 380 एवं यूनानी औषधि के 60 पैकेट वितरित किए गए। नसरुल्लागंज अन्तर्गत 155 व्यक्तियों को त्रिकटु चूर्ण के 4, संशमनी वटी के 4, होम्योपैथी के 73 एवं यूनानी औषधि के 36 पैकेट वितरित किए गए।  जिला आयुष अधिकारी डॉ नरेन्द्र सिंह लोधी ने जानकारी दी कि आयुष विभाग मध्यप्रदेश के आदेशानुसार विगत वर्ष विभाग द्वारा औषधियों का वितरण घर-घर जाकर किया गया था। वर्तमान में भी इन औषधियों का वितरण संस्था स्तर से कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जा रहा है।


यह युद्ध है, सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा

  • संक्रमण की चेन तोड़ना आवश्यक, 30 अप्रैल तक अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें कोई भी लक्षण होने पर तुरंत जाँच कराकर इलाज लें पूरा विश्वास है कोरोना शीघ्र हारेगा हम जीतेंगे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना के विरुद्ध लडा़ई में सभी से सहयोग की अपील की    

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना का संकट अत्यंत विकट है, यह एक युद्ध है, जिसमें सबको सारे मतभेद भुलाकर एकजुट होकर लड़ना पड़ेगा। सरकार अपने स्तर पर पूरे प्रयास कर रही है, परन्तु जब तक समाज का पूरा सहयोग नहीं मिलेगा, हम कोरोना को शीघ्र नियंत्रित नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बीमारी के थोड़े भी लक्षण दिखने पर तुंरत जाँच करवायें तथा होम आइसोलेशन अथवा कोविड केयर सेंटर में रहकर इलाज लें। यहाँ सरकार द्वारा दवाओं, डॉक्टर का परामर्श आदि की पूरी व्यवस्था की गई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए संक्रमण की चेन को तोड़ना बहुत आवश्यक है। उन्होंने जनता से अपील की कि आगामी 30 अप्रैल तक कोई भी अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले। गाँव, मोहल्लों, कॉलोनियों, बिल्डिंग्स आदि में लोग जनता कर्फ्यू लगाएँ। इस दौरान आवश्यक वस्तुएँ दो-चार व्यक्ति जाकर ले आएँ। बाहर जाते समय मास्क अनिवार्य रूप से लगाएँ। सामाजिक दूरी रखें तथा अन्य कोरोना संबंधी सावधानियों का पालन करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सभी के सहयोग से हम इस लड़ाई को जल्दी जीतेंगे। कोरोना शीघ्र हारेगा। उन्होंने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक तथा अन्य संगठनों एवं जन-सामान्य से पूरा सहयोग करने की अपील की। होम आइसोलेशन में सभी सुविधाएँ उन्होंन कहा कि होम आइसोलेशन में सरकार द्वारा कोरोना के इलाज की सभी सुविधाएँ प्रदान की जा रही है। आवश्यकता होने पर अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की जा रही है। जिन मरीजों के घर में जगह कम है, वे कोविड केयर सेंटर में रहें। वहाँ पर दवाई के अलावा भोजन, चाय-नाश्ता आदि की व्यवस्था भी की गई है।


सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर चालू हो गए हैं। बिस्तरों की संख्या निरंतर बढ़ाई जा रही है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या लगातार बढ़ा रही है। जहाँ एक अप्रैल को हमारे पास कुल 21 हजार 159 बिस्तर उपलब्ध थे, वहीं आज बिस्तरों की संख्या बढ़कर 40 हजार 784 हो गई है। पिछले तीन दिनों में लगभग 3 हजार बेड्स बढ़े हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन आपूर्ति मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 8 अप्रैल से अब तक सरकारी सप्लाई और निजी क्षेत्र की सप्लाई मिलाकर लगभग एक लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन आ चुके हैं। आज हैटरो कंपनी से 12 हजार इंजेक्शन की सरकारी सप्लाई प्राप्त हो रही है। मॉयलॉन कंपनी से 20 अप्रैल को 20 हजार इंजेक्शन प्राप्त होंगे। निरंतर बढ़ रही है ऑक्सीजन की आपूर्ति मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति निरंतर बढ़ाई जा रही है। प्रदेश में 8 अप्रैल को 130 एमटी ऑक्सीजन की आपूर्ति थी। वहीं 14 अप्रैल को यह बढ़कर 280 एमटी, 16 अप्रैल को 350 एमटी तथा 17 अप्रैल को 390 एमटी हो गई। आगामी 30 अप्रैल तक प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति 700 एमटी हो जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिलों में छोटे-छोटे ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ किए जा रहे हैं, तथा बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी भिजवाए जा रहे है। सरकारी भवनों में भी प्रारंभ किए जा सकेंगे निजी अस्पताल मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के इलाज में निजी अस्पतालों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि यदि इस समय कोई निजी अस्पताल चालू करना चाहता है, तो उसे शासकीय भवन व अन्य सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी। इन्दौर में राधा स्वामी सत्संग व्यास द्वारा एक बड़ा कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया गया है। कोरोना वॉलेंटियर्स बनें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वॉलेंटियर्स कोरोना के नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सेवा का इच्छुक कोई भी व्यक्ति 181 पर कॉल कर कोरोना वॉलेंटियर्स बन सकता है। प्रदेश में अभी तक 97 हजार 500 कोरोना वॉलेंटियर्स पंजीकृत हुए हैं।  


ऑनलाइन माध्यम से करें बिजली बिल का भुगतान    


वर्तमान में कोविड-19 के बढ़ते विस्तार और लॉकडाउन को देखते हुए उपभोक्ताओं से अपील है कि बिजली बिलों का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करें। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए ऑनलाइन भुगतान सुविधा का लाभ लें। उपभोक्ताओं को बिजली बिलों के ऑनलाइन भुगतान की सुविधा कम्पनी की वेबसाइट portal.mpcz.in  (नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई, ईसीएस, बीबीपीएस, कैश कार्ड एवं वॉलेट आदि) या 50 से अधिक बैंकों की इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से उपलब्ध है। इसके अलावा उपभोक्ता फोन-पे, गूगल-पे, एचडीएफसी पे-एप, अमेजान-पे, पेटीएम एप एवं उपाय मोबाइल एप के माध्यम से भी बिजली बिलों का भुगतान कर सकते हैं। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री गणेश शंकर मिश्रा ने निम्नदाब उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे ऑनलाईन बिजली बिल का भुगतान कर अधिकतम 20 रूपये तक अपने बिल में छूट प्राप्त कर सकते हैं। इसी प्रकार उच्चदाब उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान कर अधिकतम एक हजार रूपये की छूट प्राप्त कर सकते हैं। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया है कि यदि कोई उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान करता है तो उसके द्वारा कुल जमा किए गए बिल पर आधा प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह छूट अधिकतम 20 रूपये तक होगी और न्यूनतम 5 रूपये होगी। इसी प्रकार जो उच्चदाब उपभोक्ता हैं यदि वे ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान करते हैं तो उनके द्वारा कुल जमा किए गए बिजली बिल पर आधा प्रतिशत छूट प्रदान की जाएगी। यह छूट अधिकतम एक हजार तक हो सकती है।ऑन लाइन भुगतान : कहाँ क्लिक करें portal.mpcz.in पर क्लिक करें। ऑनलाइन बिल भुगतान के ऑपशन पर क्लिक करें। View-Pay का बटन क्लिक करें। बिजली बिल का अकाउंट आई.डी. टाइप करें। अब उपभोक्ता का बिल कम्प्यूटर स्क्रीन पर होगा। भुगतान के लिए चार विकल्पों में से किसी एक का चुनाव करें। डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/नेट बैंकिंग/कैश कार्ड। भुगतान के लिए आगे बढ़े और भुगतान करें। भुगतान होने पर रसीद प्रिन्ट करें। भुगतान पूर्णतया सुरक्षित है। 


दवाइयों की कालाबाजारी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई - मुख्यमंत्री श्री चौहान

  • 37 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे मॉयलॉन लैब के बाद हैटरो हैल्थकेयर से एक लाख इंजेक्शन आपूर्ति का निर्णय ऑक्सीजन एक्सप्रेस के सुझाव को मिली केन्द्र की हरी झण्डी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए जन-प्रतिनिधियों से निरंतर परामर्श किया जाए। उनसे प्राप्त सूचनाओं पर कमिश्नर्स त्वरित कार्रवाई करें। प्रदेश में सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करते हुए पॉजिटिविटी रेट घटाने के पूरे प्रयत्न हों। किस अस्पताल में कितने बेड हैं, इसकी जानकारी प्रचार माध्यमों के साथ ही हिन्दी एप के माध्यम से भी दी जाए। समाजसेवी संगठनों को जोड़कर लोगों की मदद के लिए प्रेरित किया जाए। कोरोना संक्रमित लोग कोविड केयर सेंटर से लाभान्वित हों। होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों से चिकित्सक सम्पर्क में रहें और जरूरी मार्गदर्शन देते रहें। औषधियों और इंजेक्शन के वितरण की न्यायपूर्ण व्यवस्था हो। इनकी कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा प्रदेश के कमिश्नर्स, प्रभारी अधिकारियों से कोरोना संक्रमण पर चर्चा एवं समीक्षा कर रहे थे।


नए ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे

समीक्षा में बताया गया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति इस माह के आखरी तक 700 मीट्रिक टन हो जाएगी। आज प्रदेश को 390 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हुई है। प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति निरंतर बढ़ रही है। टेंकर्स की संख्या भी अब 46 हो गई है। प्रदेश के 37 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे। ये प्लांट आगामी एक से तीन माह में स्थापित करने की तैयारी है। इससे भविष्य की दिक्कतें समाप्त होंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा पीआईयू और कार्य एजेंसी इन संयंत्रों के लिए स्थल चयन करें, तेजी से कार्य सम्पन्न हो। इंजेक्शन की नहीं होगी कमी, बढ़ रही आपूर्ति - बैठक में बताया गया कि प्रदेश में संभागों को आज 17 हजार इंजेक्शन भेजे जा चुके हैं। संभागों से जिलों तक इनका वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की आज हैटरो हैल्थकेयर लिमिटेड से भी इंजेक्शन आपूर्ति के संबंध में चर्चा हुई है। कंपनी को एक लाख इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए कहा गया है। इसके पूर्व मॉयलॉन लैब ने भी इंजेक्शन की आपूर्ति की है। निरंतर अनुश्रवण से परिणाम मिल रहे हैं और मध्यप्रदेश को होने वाली ऑक्सीजन की आपूर्ति में निरंतर वृद्धि हुई है। रोगियों के हित में जल्दी मिले रिपोर्ट मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जाँच रिपोर्ट 24 घंटे में उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाए। टेस्ट रिपोर्ट आने तक जाँच करवाने व्यक्ति को आइसोलेशन में रहना है, यह परामर्श दिया जाए। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रयासों में कोई कमी नहीं रहना चाहिए। ऐसे निर्धन परिवार, जो होम आइसोलेशन में हैं यदि उनके लक्षण गंभीर होते हैं तो प्राथमिकता से कोविड केयर सेंटर ले जाया जाए। इन केन्द्रों में चाय, नाश्ता, भोजन उपलब्ध करवाया जाए। रोगियों की पूरी देखभाल की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोगियों को एक अस्पताल से दूसरे में न जाना पड़े, इसके लिए बेड की उपलब्धता प्रदर्शित करें। निर्धारित नंबरों पर नागरिकों को जानकारी मिलना चाहिए। गंभीर रोगियों को सभी जिले में प्रशासनिक अधिकारी अथवा अस्पताल द्वारा उपचार देने में पूरा सहयोग प्रदान किया जाए। इंदौर में राधास्वामी सत्संग ब्यास द्वारा की गई पहल अनुकरणीय है। अन्य संभाग में भी यह पहल हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसी भी स्थिति में संक्रमण की चेन तोड़ना है। ऐसे प्रयास करें कि यह कार्य एक अभियान बन जाए। प्रांतों से मिल रहा सहयोग मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि उन्होंने मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन और औषधियों के आवश्यक प्रबंध के लिए गुजरात, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की है। सभी राज्यों से सहयोग मिल रहा है। मध्यप्रदेश में उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से भी ऑक्सीजन आपूर्ति में सहयोग मिला है। संकट के दौर में सभी राज्यों में परस्पर सहयोग और समन्वय की भावना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कमिश्नर्स से चर्चा के दौरान निर्देश दिए कि सभी संभागों में रोगियों की संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन के न्यायपूर्ण वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित हो। कमिश्नर भोपाल ने बताया कि संभाग में टेस्टिंग और ट्रीटमेंट का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। कल भोपाल में 8566 टेस्ट हुए हैं। जबलपुर कमिश्नर को मेडिकल कॉलेज जबलपुर में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए स्थान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। टेस्ट क्षमता में वृद्धि के लिए कमिश्नर रीवा को भी निर्देशदिए गए। कमिश्नर सागर को संभाग के सभी जिलों में जाँच और उपचार की सुविधाओं को बढ़ाने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में सागर में 500 बेड क्षमता है। अभी 398 बेड का उपयोग हो रहा है। कमिश्नर इंदौर ने बताया कि इंदौर में 7400 बेड उपलब्ध हैं, वर्तमान में 6422 बेड का ही उपयोग हो रहा है।


जन-सहयोग है जरूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आम जनता खुद कर्फ्यू व्यवस्था को लागू करें। जन-सहयोग से हम शीघ्र ही इस संक्रमण पर विजय प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे सोमवार को मंत्रियों से भी चर्चा कर उनके सुझावों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश देंगे। ऑक्सीजन एक्सप्रेस'' केन्द्र की पहल सराहनीय मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केन्द्र सरकार ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से राज्यों तक उनकी आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति की पहल की है। निश्चित ही यह सराहनीय है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा गत सप्ताह ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए रेल के माध्यम से टेंकर लोड कर भेजे जाने का सुझाव दिया गया था। ऑक्सीजन की क्षति न हो - मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐसे समय जब ऑक्सीजन की बहुत जरूरत है, भोपाल के पास एक ऑक्सीजन टैंकर पलटा, लेकिन ऑक्सीजन की क्षति नहीं हुई। स्थानीय प्रशासन, परिवहन विभाग ने तत्परता से कार्यवाही की। मुख्यमंत्री ने कहा इसी तरह सभी का सतर्क रहना आवश्यक है। रोगियों के कार्य की वस्तुओं को सहेजने के लिए सजगता प्रशंसनीय है। इसी तरह ऑक्सीजन के अनावश्यक उपयोग पर नियंत्रण भी आवश्यक है। आगर-मालवा और शाजापुर जिलों के सैम्पल उज्जैन जाएंगे बैठक में बताया गया कि उज्जैन के आरडी गार्डी अस्पताल में उज्जैन सहित आगर-मालवा और शाजापुर के सैम्पल भी भेजे जाएंगे। उज्जैन में वर्तमान में प्रतिदिन 2 हजार टेस्ट की क्षमता है। टेस्ट रिपोर्ट जल्द प्राप्त हो इस उद्देश्य से झाबुआ और अलीराजपुर में लिए गए सैम्पल अहमदाबाद भेजे जा रहे हैं। इससे एक दिन में ही रिपोर्ट मिलने लगी है। छह संभाग में एक-एक हजार बिस्तर क्षमता केन्द्रों के लिए भवन चिन्हित होंगे मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि छह संभागों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में कमिश्नर्स को कोविड केयर सेंटर के लिए भवनों को चिन्हित करने को कहा गया है। भविष्य में बढ़ने वाली रोगी संख्या की आशंका को ध्यान में रखते हुए यह तैयारी करने को कहा गया है। इन भवनों में लगभग एक हजार बेड उपलब्ध होंगे। आइसोलेशन रोगियों के लिए जरूरत होने पर ऑक्सीजन बेड के रूप में भी इनका उपयोग किया जा सकता है। नर्सिंग स्टाफ एवं 450 अनुबंधित चिकित्सकों की सेवाएं इन केन्द्रों में ली जाएंगी। अन्य राज्यों के रोगी लाभान्वित हो रहे कोविड की नियमित समीक्षा में आज यह तथ्य भी सामने आया कि म.प्र. में जाँच, उपचार की बेहतर व्यवस्थाएँ होने से अन्य प्रांत के रोगी भी आ रहे हैं। ग्वालियर में झाँसी के रोगी आकर जाँच करवाते हैं। ग्वालियर संभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर प्रशासन को निर्देश दिए कि आइसोलेशन में रहने वालों का ध्यान रखें। छोटे आवास गृह में रहने वाले लोगों को आवश्यक सुविधाएँ दी जाएँ। ग्वालियर में 57 निजी अस्पताल भी इलाज कर रहे हैं। अच्छे अस्पतालों को अधिग्रहण कर सेवाएँ ली जा रहीं हैं। ग्वालियर की विस्तृत समीक्षा में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनता कर्फ्यू स्वतः स्फूर्त हो, सभी दल भी इसमें सहयोगी हों। अब मोबाइल फीवर क्लीनिक का संचालन- स्वास्थ्य विभाग के प्रजेंटेंशनमेंअपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में 12 हजार 248 रोगी हैं। रिकवर हुए रोगियों की संख्या 6497 है। एक्टिव केस 4,706 हैं। देश में मध्यप्रदेश के 4.4 प्रतिशत रोगी हैं। प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट बीस है लेकिन रिकवर होकर रोगी घर आ रहे हैं। भोपाल, इंदौर में अभी केस स्थिर हैं। लेकिन नियंत्रण की चुनौती का सामना कर सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में 720 फीवर क्लीनिक चल रहे हैं। अब चलित फीवर क्लीनिक के संचालन की तैयारी भी की गई है। नागरिकों के घर तक सैम्पल लेने के लिए वाहन पहुँचेंगे। रैपिड टेस्ट के पश्चात पॉजीटिव परिणाम पर संबंधित व्यक्ति को वहीं किट भी प्रदान की जाएगी। साथ ही होम आयसोलेशन के संबंध में भी मार्गदर्शन दिया जाएगा। जबलपुर और रीवा संभाग में रेपिड टेस्ट की क्षमता बढ़ाएंगे। इसी तरह विंध्य अंचल में व्यवस्थाएँ बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अभी रीवा में 1500 प्रतिदिन की टेस्ट क्षमता को 2000 तक ले जाने का प्रयास है। संभाग में लेब की सुविधा बढ़ाएंगे। इसके साथ ही सिंगरौली में अधिक टेस्ट हो सकें, इसके भी प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री के अन्य निर्देश - होम आयसोलेशन में रहने वाले रोगियों का स्वास्थ्य जल्दी ठीक हो, इसके लिए चिकित्सक सम्पर्क कर मार्गदर्शन दें। वार्ड और मोहल्ले स्तर पर लोग स्वयं कोरोना कर्फ्यू लगाएँ। आगामी 30 अप्रैल तक इस व्यवस्था को प्रभावी रखा जाए। बिस्तर क्षमता बढ़ाने के निरंतर प्रयास हों। संक्रमण की चैन तोड़ने केलिए सरकार और समाज मिलकर कार्य करते रहें। औषधियों और ऑक्सीजन की आपूर्ति की वितरण व्यवस्था सुचारू रखें। वित्तीय संसाधनों की कमी नहीं होगी, जिलों से आवश्यक राशि के प्रस्ताव समय पर मिलें।शासकीय सेवक निर्धारित सीमा से अधिक कार्य पर न आएं।


एसडीएम ने उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण कर कार्य में गति लाने के दिए निर्देश  


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कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी आष्टा श्री विजय कुमार मंडलोई एवं जावर नायब तहसीलदार शेखर चौधरी द्वारा भंवरी उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ उपार्जन कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। एसडीएम श्री मंडलोई द्वारा उपार्जन कार्य में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को मास्क लगाने एवं आपस में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उपार्जन कार्य के दौरान आने वाले किसानों को भी कोरोना वायरस से बचने के लिए शासन द्वारा जारी गाईड लाईन का पालन अनिवार्य रूप से कराएं। इसी प्रकार जिले में उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण अधिकारियों द्वारा निरंतर किया जा रहा है।    

कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर लगातार की जा रही है चालानी कार्यवाही  


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कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव एवं रोकथाम के लिए कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देश पर एसडीएम श्री रवि वर्मा व राजस्व अमले के द्वारा कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर चालानी कार्यवाही लगातार की जा रही है। साथ ही बिना मास्क लगाने वालों को समझाईश दी जा रही है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग रखें व मास्क आवश्यक रूप से लगाएं।

29108 किसानों से 2 लाख 25 हजार 913 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी


जिले में आज 29108 किसानों से 2 लाख 25 हजार 913 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी जिले के उपार्जन केन्द्रों द्वारा की गई। अधिकारियों द्वारा उपार्जन केन्द्रों का सतत निरीक्षण किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अजय गुप्ता ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे उपार्जन केन्द्रों का सतत निरीक्षण करें और यह देखें की किसानों को फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई भ्री असुविधा न हो।


जिले में 169 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले, वर्तमान में कोरोना एक्टिव-पॉजीटिव की संख्या 684, 3 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु, मृतकों की कुल संख्या 59


पिछले 24 घंटे के दौरान 169 व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव मिले। इनमें सीहोर शहरी क्षेत्र के 45 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। जो तहसील चौराहा, शुगर फैक्ट्री चौराह, सिंधी कॉलोनी सुभाष नगर, शिव आराध्य कॉलोनी, शीतल विहार, सैकड़ाखेड़ी, रेलवे स्टेशन रोड़, राय बिल्डिंग, पुलिस लाईन, क्रिसेंट रेसिडेंसी, पल्टन एरिया, पुरानी सब्जी मंडी, नेहरु कॉलोनी, मोती बाबा मंदिर क्षेत्र, लुनिया चौराहा, कस्बा, कंचन विहार, हाउसिंग बोर्ड, गंज, मडली मार्केट, इंग्लिशपुरा, बड़ा बाजार, ए-1 सिटी, जेएनवी, जयंती कॉलोनी, जनता कॉलोनी के निवासी हैं। इसी तरह आष्टा क्षेत्र से 35 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है जो सियाखेड़ी, सिराड़ी, सेमनरी रोड़, पुराना दशहरा मैदान, मैना खजुरिया, खाचरौद, कजलास, बड़ा बाजार, आष्टा अलीपुर, मुकाती कॉलोनी, टिटोरिया, बुधवारा, काजीखेड़ी के निवासी हैं। इछावर अन्तर्गत 17 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं जो इछावर के वार्ड नंबर 07,02,11,06,12, नीलबड़, अमलाहा, पालखेड़ी, पांगरा, रामदासी, बिछोली, ढाबलामाता के निवासी हैं। बुदनी क्षेत्र अन्तर्गत 36 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। जो देवगांव, ग्वाड़िया, बुदनी के वार्ड नंबर 08, 01,02,09,07,14, पीलीकरार, तालपुरा, शाहगंज, सेमरी, पिपरिया, नीनोर, मकोड़िया, मांजरकुई, रेहटी, मधुबन कॉलोनी, हथनोरिया के निवासी हैं। इसी प्रकार नसरुल्लागंज क्षेत्र से 21 व्यक्ति पॉजीटिव मिले हैं जो नसरुल्लागंज थाना क्षेत्र, कोर्ट क्षेत्र, नसरुल्लागंज के वार्ड नंबर 14,05,08, सेमलपानी, नीमोटा, सखरगंज, गोपालपुर, धोलपुर, बजरंग कुटी, बड़नगर, नीलकंठ रोड़ नसरुल्लागंज, किसान मोहल्ला, सोठिया के निवासी हैं। श्यामपुर क्षेत्र से 15 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं जो सिकंदरगंज, दोराहा, निपानिया कला, कुरनिया, खारी, बिलकिसगंज, चरनाल, छापरी के निवासी हैं। जिला चिकित्सालय स्थित डेडिकेटेट कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) में पिछले 24 घंटे के दौरान 3 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु हो गई। मृतकों में 1 महिला तथा 2 पुरुष शामिल है। सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में जिले में एक्टिव पॉजिटिव 684 हैं। आज 26 व्यक्ति रिकवर हुए। कुल रिकवर व्यक्तियों की संख्या 3716 हैं। कुल कोविड संक्रमित मृत व्यक्तियों की संख्या 59 है । आज 651 सैम्पल लिए गए है। जांच के लिए सीहोर शहरी क्षेत्र से 160, श्यामपुर से 75, विकासखंड नसरुल्लागंज से 92, आष्टा से 151 एवं बुदनी विकासखंड से 93 तथा इछावर से 80 सेंपल लिये गए हैं। जिले में कुल कोरोना पॉजीटिव व्यक्तियों की संख्या 4457 है जिसमें से 59 की मृत्यु हो चुकी है 3716 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए है। तथा वर्तमान में एक्टिव/पॉजीटिव की संख्या 684 है। आज 651 सैंपल जांच हेतु लिए गए। कुल जांच के लिए भेजे गए सेंपल 93562 हैं जिनमें से 87652 सेंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। आज 645 सेंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल 1545 सेंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथालॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या  कुल 71 है। जिले मे जो व्यक्ति होम क्वारन्टाईन में हैं उनके निवास स्थान से सीधे संवाद हेतु जिला स्तरीय कोविड-19 कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। जिसका संपर्क नंबर- 07562-1075 है। जिला स्तर पर मोबाइल नंबंर 9425400273, 7987652577, 9479595519 पर कॉल सेंटर पर संपर्क किया जा सकता है। राज्य स्तर पर 104/181 नंबर पर कॉल करके भी टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 104 नंबर पर ई-परामर्श सेवा का भी लाभ लिया जा सकता है। होम क्वारन्टाईन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाईन नंबंर 18002330175 जारी किया गया है। होम क्वारन्टाईन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस अथवा साइकॉलाजीकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं।


ग्रामीण आजीविका मिशन 37 लाख ग्रामीण महिलाओं को कोराना की  रोकथाम हेतु कर रहा है प्रशिक्षित 


भारत सरकार एवं राज्य शासन की मंशानुसार कोविड-19 महामारी के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसार की रोकथाम हेतु कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार, स्वास्थ्य व्यवहार, प्रतिरक्षा निमार्ण एवं टीकाकरण पर एनआरएलएम अंतर्गत गठित समस्त स्व-सहायता समूह सदस्यों को प्रशिक्षित एवं जागरूक करने का कार्य म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्री एल.एम. बेलवाल ने बताया कि राज्य इकाई कार्यालय के संबंधित योजना प्रभारी को 8 अप्रैल 2021 एवं प्रत्येक जिले से 2 तथा प्रत्येक विकासखंड से 2 मास्टर ट्रेनर (कुल 732) का ऑनलाइन प्रशिक्षण राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, नई दिल्ली द्वारा 12 अप्रैल 2021 को दिया गया है। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर 2 चरणों में आगामी प्रशिक्षण देंगे। समस्त स्व-सहायता समूह सदस्यों को उनके ग्राम स्तर पर प्रशिक्षित करने के लिए प्रत्येक गाँव से एक सीआरपी को ऑनलाईन प्रशिक्षित किया गया है। जिन गाँव में सीआरपी उपलब्ध नहीं है वहाँ ग्राम संगठन के पदाधिकारी अथवा सक्रिय स्व-सहायता समूह सदस्यों तथा समस्त सीएलएफ के पदाधिकारी, ऑफिस वियरर्स तथा सीएलएफ एवं वीओ के सामाजिक गतिविधि उप-समिति के समस्त सदस्यों को ऑनलाईन प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस प्रकार लगभग 1 लाख 40 हजार सदस्यों का प्रशिक्षण प्रचलन में है। द्वितीय चरण में प्रशिक्षित सीआरपी/वीओ के पदाधिकारी/समूह की सक्रिय सदस्य अथवा सीएलएफ पदाधिकारी के माध्यम से ग्राम के समस्त स्व-सहायता समूह सदस्यों को छोटे-छोटे समूहों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भौतिक रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। उपरोक्त प्रशिक्षण में समस्त प्रशिक्षणार्थियों को कोविड-19 टीकाकरण पर जागरूकता, कोविड-19 उचित व्यवहार, उपयुक्त स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा वर्धन, भारत सरकार की स्वास्थ्य बीमा एवं स्वास्थ्य वित्त पोषित योजनाएँ, संक्रमण संचार एवं इसकी रोकथाम और रोग-प्रतिरक्षा बढ़ाने के उपाय आदि विषय पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण से म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के कुल प्रवेषित 44 हजार 553 ग्रामों में गठित 3 लाख 26 हजार 447 स्व-सहायता समूहों की लगभग 37 लाख महिला सदस्यों को कोविड-19 की रोकथाम के संबंध में जागरूक एवं प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है, जो कि 20 अप्रैल 2021 तक पूर्ण किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिये तैयार प्रशिक्षण सामग्री यथा मॉडयूल, पोस्टर, हैण्डआउट, फलायर आदि मास्टर ट्रेनर्स एवं अन्य प्रशिक्षकों (समुदाय सदस्यों) को उपलब्ध कराए जा चुके है। प्रशिक्षण के मुख्य बिन्दु टीकाकरण- कोविड-19 का टीका सुरक्षित है, यह हर वैज्ञानिक कसौटी पर खरा है। कोविड-19 का टीका 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों के लिए। पंजीकरण फोन पर, टीकाकरण केन्द्र पर स्वयं जाकर कराया जा सकता है। पात्रता प्रमाणित करने वाले दस्तावेज - फोटो आईडी (आधारकार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस, वोटर कार्ड, पेनकार्ड, मनरेगा जॉव कार्ड आदि। सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर नि:शुल्क टीकाकरण के लिये दिन एवं स्थान स्वयं चुन सकते हैं। कोविड 19 से बचने के उपाय (पंच सूत्र) घर से बाहर निकलते समय और काम पर जाने के दौरान अपने मुँह और नाक को मास्क, दुपट्टे या साफ कपड़े से ढक कर रखें। एक मीटर की दूरी बनाये रखें, गले न लगाये और न ही हाथ मिलाएँ। कम से कम 20 सेकण्ड के लिए अपने हाथ बार-बार धोएँ। सार्वजनिक स्थान पर थूके नहीं। अपनी आँख, नाक एवं मुँह को न छुएँ। गर्म पानी पीएँ। पौष्टिक खाना खाएँ। अपने भोजन में अदरक, हल्दी, तुलसी, जीरा, दालचीनी शामिल करें।यदि बुखार, सूखी खाँसी और साँस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाते है तो चिकित्सा सहायता लें।


जवाहर नवोदय विद्यालय कक्षा 6 की परीक्षा स्‍थगित 


शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए जवाहर नवोदय विद्यालयों में कक्षा 6 में प्रवेश हेतु 16 अप्रेल 2021 को मिजोरम, नागालैंड तथा मेघालय को छोडकर अन्‍य सभी राज्‍यों व केंद्र शासित प्रदेश में आयोजित होने वाली जवाहर नवोदय विद्यलय चयन परीक्षा – 2021 को प्रशासनिक कारणों से स्‍थगित कर दिया गया है। पुनर्निधारित तिथि, चयन परीक्षा की तिथि से कम से कम 15 दिन पूर्व अधिसूचित की जाएगी।


एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय शिक्षण कर्मचारी चयन परीक्षा, इच्छुक अभ्यर्थी 30 अप्रैल तक जमा करा सकेंगे आवेदन 


एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में शैक्षणिक पदों के लिये आवेदन-पत्र आमंत्रित किये गये हैं। जन-जातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संगठन, जन-जातीय छात्रों के लिये राष्ट्रीय शिक्षा समिति (एनईएसटीएस) है। संगठन सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत है। उक्त संस्था द्वारा राज्यों से एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के लिये शिक्षण स्टॉफ जैसे प्राचार्य (प्रिंसिपल), उप प्राचार्य (वाइस-प्रिंसिपल), पीजीटी और टीजीटी की भर्ती के लिये ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। आवेदन 30 अप्रैल, 2021 तक जमा कराये जा सकते हैं। ईटीएसएसई 2021 के लिये ऑनलाइन आवेदन, शैक्षिक योग्यताएँ, शिक्षण अनुभव और अन्य पात्रता मानदण्ड आदि के संबंध में ब्योरे सूचना बुलेटिन https://recruitment.nta.nic.in पर उपलब्ध हैं।


जिले में 4 हजार 425 व्यक्तियों को लगा कोरोना का प्रथम एवं द्वितीय टीका


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश के साथ ही सीहोर जिले में कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। सोमवार को जिले के कुल 91 सत्रों में 4 हजार 425 व्यक्तियों को कोविड का प्रथम एवं द्वितीय टीका लगाया गया। सीहोर शहरी क्षेत्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिला चिकित्सालय क़े 5 सत्र में कुल 413 इसी प्रकार आष्टा के 21 सत्र में 1306, बुदनी के 16 सत्र में 334,  इछावर के 12 सत्र में 601, नसरुल्लागंज के 10 सत्र में 404, श्यामपुर के 27 सत्र में 1367 व्यक्तियों को कोविड का प्रथम एवं द्वितीय टीका लगाया गया।

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