बिहार : 6,222 करोड़ का आर्थिक नुकसान : सुशील मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

बिहार : 6,222 करोड़ का आर्थिक नुकसान : सुशील मोदी

6222-crore-loss-bihar-sushil-modi
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि कोविड की दूसरी लहर के मुकाबले के लिए केंद्र व राज्य सरकारों को भारी वित्तीय बोझ उठाना होगा। एसबीआई के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष के आंकलन के अनुसार कर्फ्यू, आंशिक लॉकडाउन व आवाजाही पर रोक से जहां राज्यों को 1 लाख 50 हजार करोड़ का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा वहीं बिहार को करीब 6 हजार 222 करोड़ की क्षति होगी। बिहार के 18 से 44 वर्ष के 5 करोड़ 47 लाख नागरिकों के दो डोज मुफ्त टीकाकरण यानी 11 करोड़ टीके पर परिवहन व अन्य रखरखाव आदि के खर्चे मिलाकर अनुमानतः 4,500 करोड़ रुपये व्यय होंगे, क्योंकि टीका निर्माता कम्पनियों ने एक डोज की कीमत 400 रुपये निर्धारित की है। मोदी ने बताया कि एसबीआई के मुख्य आर्थिक सलाहकार के आंकलन के अनुसार महाराष्ट्र को सर्वाधिक 82 हजार करोड़, मध्यप्रदेश को 21 हजार करोड़ व राजस्थान को 17,237 करोड़ का आर्थिक नुकसान कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लगाई गई विभिन्न पाबन्दियों को लेकर उठाना पड़ेगा। श्री घोष की रिपोर्ट के अनुसार 1 से 12 अप्रैल के बीच पश्चमी रेलवे से 3 लाख 23 हजार श्रमिक बिहार, यूपी लौट कर आये, जबकि सेंट्रल रेलवे के मुताबिक 4 लाख 70 हजार श्रमिक लौटे। कोविड के दूसरे चरण का गम्भीर असर आर्थिक गतिविधियों पर पड़ना लाजिमी है।

कोई टिप्पणी नहीं: