- * कोरोना संक्रमण के बढ़ते फैलाव के मद्देनजर डेडिकेटेड कोविड अस्पताल/कोविड हेल्थ सेंटर में बेडों की संख्या तुरंत बढ़ायें
- *पर्याप्त ऑक्सीजन, दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश
बेतिया। पश्चिम चम्पारण के जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का फैलाव तेजी से हो रहा है। ऐहतियातन कोविड संक्रमित मरीजों की समुचित चिकित्सीय व्यवस्था को सुदृढ़ करना आवश्यक है ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। जीएमसीएच में संचालित डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल सहित जिले के अनुमंडल मुख्यालयों में संचालित डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में बेडों की संख्या, ऑक्सीजन तथा दवाईयों की उपलब्धता अविलंब सुनिश्चित की जाय। कोविड मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या के मद्देनजर जिलाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन तथा अधीक्षक, जीएमसीएच को जीएमसीएच, बेतिया अवस्थित सी-ब्लाॅक के शेष बचे फ्लोर पर पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन बेड, शौचालय, शुद्ध पेयजल, हाउस कीपिंग, खान-पान आदि की व्यवस्था तुंरत करने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में कोविड-19 की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निदेशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर हाल में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुव्यवस्थित तरीके से करनी है, दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रखें ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो। साथ ही ऑक्सीजन आपूर्ति की जो जरूरत है उसको पूर्ण करने के लिए अग्रतर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों के इलाज में किसी प्रकार की कोई कोताही न हो, इस पर विशेष ध्यान दी जाय। इलाज के दौरान आने वाली समस्याओं को कैसे कम किया जा सकता है, इस पर सकारात्मकता के साथ कार्य करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि माईकिंग के द्वारा गांव-गांव, शहर-शहर तक कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने के लिए निरंतर अभियान चलायें। आमजन को अगल-बगल के गांव और मुहल्लों में जो कोरोना का फैलाव हो रहा है उसके बारे में बताएं कि आप अगर सतर्क और सजग रहेंगे तो संक्रमण का खतरा कम से कम होगा। उन्होंने कहा कि आमजन को यह जागरूक एवं प्रेरित करने की आवश्यकता है कि वे मास्क का जरूर उपयोग करें, आपस में दूरी बनाकर रहें, हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें, बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें। सिविल सर्जन द्वारा एक्टिव केसेज, आरटीपीसीआर जांच एवं टीकाकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। साथ ही कोविड अस्पतालों सहित सभी सरकारी अस्पतालों में दवा एवं बेडों की उपलब्धता तथा ऑक्सीजन की उपलब्धता आदि के संबंध में भी जानकारी दी गयी। सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि कोविड अस्पतालों सहित सरकारी अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखी जाय साथ ही स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत कार्यरत अधिकारी, डाॅक्टर, नर्स सहित अन्य सभी कर्मियों से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन उपलब्ध करायेंगे। अधीक्षक, जीएमसीएच द्वारा बताया गया कि डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में सभी बेड मरीजों से भर गये हैं। निर्देशानुसार बेडों की संख्या बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है ताकि कोविड मरीजों को भर्ती कर उनका समुचित इलाज किया जा सके। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, श्री सेधु माधवन एस, उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन, डाॅ0 अरूण कुमार सिन्हा, अधीक्षक, जीएमसीएच, श्री प्रमोद तिवारी, एसडीएम, बेतिया, श्री विद्यानाथ पासवान, निदेशक, डीआरडीए, श्री राजेश कुमार, ओएसडी, श्री बैद्यनाथ प्रसाद, डीपीएम, जीविका, श्री अविनाश कुमार उपस्थित रहे तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एमओआइसी, पीओ (मनरेगा), बीपीएम (जीविका) आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। ग्राउण्ड रिपोर्ट है कि लगभग हर घर में कोई ना कोई पॉजिटिव हैं और लोग कुछ भी बता नहीं रहे हैं। कुछ समझ में नहीं पा रहा है। सरकारी सुविधा के नाम पर पी एच सी से केवल कॉल आता है पॉजिटिव लोगों का हाल चाल लेने के लिए। RTPCR test का मारा मारी जारी है।केवल GMCH में हो रहा है गावों तक सुविधा उपलब्ध नहीं है जबकी ये महामारी अब गावों में पैर पसार चुकी है। लेकिन लोगों के पास सुविधा नहीं है कि वो शहर जा के टेस्ट करा सके। कई लोग गांवों में ऑक्सीजन की कमी से मर रहे हैं जिनकी गिनती सरकार नहीं कर रही है। हर रोज जिला में लगभग 50 लोग कोरोना से मर रहे हैं लेकिन रेकॉर्ड में नहीं आता है।
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