गुड़गांव। गुड़गांव की ईएनटी सर्जन डॉ सारिका वर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि देश को कोरोना की त्रासदी से लड़ते-लड़ते एक साल हो गए हैं। आज हम सब एक राष्ट्र के रूप में पीछे मुड़कर देख रहे हैं और सोच रहे हैं कि बीते दिनों में आखिर हमने क्या हासिल किया या नहीं किया? मुझे अच्छे से याद है कि कैसे एक साल पहले हम मेरे जैसे डॉक्टरों और कोरोना योद्धाओं के लिए दीया जला रहे थे, थाली बजा रहे थे। किसी ने नहीं सोचा कि हम ज़्यादा अस्पतालों की, मेडिकल कॉलेजों की और स्वास्थ्य सेवाओं पर ज़्यादा सरकारी खर्च की मांग करें। एक डॉक्टर के रूप में मैं कोरोना के खिलाफ़ लड़ाई में पहली पंक्ति में खड़ी थी, इसके साथ ही मैंने ये पेटीशन शुरू की थी ताकि सरकार हमारी जीडीपी का 10% स्वास्थ्य पर खर्च करे। आप सभी लोगों के समर्थन के लिए धन्यवाद, आप ने ना केवल साइन किया बल्कि आगे बढ़कर इसे शेयर करते रहे, मेरी पेटीशन पर आज 2 लाख लोगों के साइन आ चुके हैं। पेटीशन पर हमने 2 सांसदों और डॉक्टरों के एसोसिएशना समर्थन जुटा लिया था। पर 2021 का बजट स्वास्थ्य के लिहाज़ से बेहद निराशाजनक था। कोरोना की दूसरी लहर में साफ़ है कि इस फैसले का खामियाजा पूरा देश भुगत रहा है! संक्रमण बढ़ता जा रहा है, रोज़ लाखों लोग वायरस की चपेट में आ रहे हैं और हज़ारों जान गंवा रहे हैं। यहाँ तक कि श्मशानों और कब्रिस्तानों में जगह कम पड़ गई है। सुबह से लेकर शाम तक मेरा फोन बजता रहता है और लोग अस्पताल में बेड की गुहार लगाते हैं। मैं बेड कहाँ से लाऊँ जब हैं ही नहीं। लोगों की गुहार से आँख भर आती है-- ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसंट्रेटर, एंटी वायरल दवाएं और प्लाजमा। अगले कुछ हफ्ते इससे बुरे होने वाले हैं। चुनावी रैलियों और धार्मिक कार्यक्रमों पर पूरी रोक नहीं लगी, पूरी आशंका है कि लोग यहाँ से अपने गाँव और ज़िले में संक्रमण ले जाएंगे। कोरोना केसों की सुनामी में पहले से थक चुके अस्पताल एकदम डूब जाएंगे।
फिर अगला कदम क्या होना चाहिए?
यदि केंद्र सरकार को अभी भी नहीं लगता कि स्वास्थ्य बजट को 10 गुना बढ़ाया जाना चाहिए तो हम मिलकर उसे इस बारे में जागरूक कर सकते हैं। 2 लाख लोगों की आवाज़ कम नहीं होती। हमें तब तक स्वास्थ्य बजट बढ़ाए जाने की मांग करती रहनी होगी जबतक ये मांग पूरी नहीं हो जाती।
आप क्या कर सकते हैं?
मैंने स्वास्थ्य एवं वित्त मंत्रालय के लिए कल (20 अप्रैल) एक वीडियो मैसेज बनाया था। मैं आप सभी से अनुरोध करती हूँ कि इस वीडियो को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करिए। और रिप्लाई (मैसेज वाले आइकन पर क्लिक कर के) कर के सरकार के नाम अपना सुझाव ज़रूर पोस्ट करें। भारत और भारतीयों के हित के लिए बोलते रहने के लिए आपका आभार। चलिए मिलकर कोशिश करें ताकि अगला स्वास्थ्य बजट पर्याप्त हो।
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