बिहार : पंचायत चुनाव को स्थगित रखा जाय : आनन्द माधव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021

बिहार : पंचायत चुनाव को स्थगित रखा जाय : आनन्द माधव

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पटना। राज्य में कोरोना के भयानक रूप से बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी, रिसर्च विभाग एवं मैनिफेसटो कमिटी के चेयरमैन  आनन्द माधव ने एक बयान जारी कर चुनाव आयोग से यह माँग किया है कि, स्थिति सामान्य होने तक बिहार में पंचायत चुनाव को स्थगित रखा जाय बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के चेयरमैन रिसर्च विभाग एवं मैनिफ़ेस्टो कमिटी तथा प्रवक्ता आनन्द माधव ने राजनीतिक रैलियों ने इस कोरोना काल में सबसे ज़्यादा क़हर मचाया है। उन्होंने कहा कि समाचारों के माध्यम से यह पता चल रहा है कि बिहार में चुनाव आयोग, पंचायती राज चुनाव के लिये अधिसूचना जारी करनें की तैयारी कर रहा है। संभवतः जून 2021 में चुनाव हो।  श्री माधव ने कहा कि ना सिर्फ़ कोरोना के मरीज़ों की संख्या में वृद्धि हो रही है बल्कि कोरोना के कारण लगातार मौत भी हो रही है। आज राज्य में एक लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, सक्रिय मामलों की संख्या पच्चीस हज़ार के आस-पास पहुँच चुका है, सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।हर तरफ़ हाहाकार मचा मचा हुआ है। कोरोना के इस दूसरी लहर में कोई नहीं बच पा रहा वरीय प्रशासनिक अधिकारी, राजनीतिज्ञ, डाक्टर, फ़्रंट लाइन हेल्थ वर्कर, जन प्रतिनिधि, आम जनता सभी कोरोना के शिकार हो रहे हैं और उनकी मौतें हो रही है। वही दूसरी ओर अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की घोर कमी ,रेमिडिविशिवर इंजेक्शन की कमी ,कंसल्वेन्ट प्लाजमा और हॉस्पिटल में बेड की भयानक कमी है।पूरे बिहार की स्थिति गंभीर ! ईश्वर ही इस राज्य का खेवनहार है।  ऐसे में अगर पंचायत चुनाव कराया जायेगा तो ये महामारी कितनों को लील जायेगी इसका अंदाज़ा लगाना भी कठिन है। अंत: चुनाव आयोग अपनें विशेष अधिकार का उपयोग करते हुए बिहार पंचायत चुनाव को कम से कम छ: महीने के लिये आगे बढ़ा दे। विदित हो कि उतर प्रदेश के स्वयं मुख्यमंत्री जी ने भी वहाँ पंचायत चुनाव को आगे बढ़ाने की अपील की है।पाँच राज्यों में जहॉं चुनाव है, वहाँ कोरोना से होने वाले मौतों में 45 % की बढ़ोतरी हुई है।अगर हम कोरोना के बढ़ते मामले को देखें तो पता चलता है कि बंगाल में 420%, असम में 532%, केरला में 103%, तमिलनाडु-165% तथा  पुडुचेरी में 169% कोरोना के मरीज़ों की संख्या में बढ़ी है। ऐसे में बिहार में पंचायत चुनाव कराना एक आत्मघाती कदम होगा। हम सब बिहार की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था से पूरी तरह से अवगत हैं। बिहार सरकार को भी इस मामले में चुनाव आयोग को पत्र लिख अपील पंचायत चुनाव फ़िलहाल टालनें की अपील करनी चाहिए।चुनाव या उत्सव कुछ महीनें ठहर सकता है क्योंकि जनता की जान से अधिक क़ीमती कुछ नहीं है। 

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