पटना : बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहें हैं। राज्य में हर दिन हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। वहीं इस बीच पटना हाई कोर्ट में अस्पतालों में ऑक्सीजन व बेड को लेकर एक याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने तल्खी भरे शब्द में सरकारी वकील से कहा कि ‘चाहे हाथ जोड़ें या पांव पकड़ें लेकिन डॉक्टर को हड़ताल पर नहीं जाने दें’। मालूम हो कि राजधानी पटना के एनएमसीएच में बुधवार को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल फिर से शुरू हो गई है । जिससे यहां इलाज करा रहे मरीज और उनके परिजनों को खासा तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है । ऐसे में आज सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने एनएमसीएचटी के हड़ताल पर यह मौखिक टिपण्णी की है। दरअसल , बुधवार को एनएमसीएच में डॉक्टर व अन्य मेडिकल कर्मियों के साथ मरीजों के परिजनों द्वारा मारपीट करने और फिर से जूनियर डॉक्टर के हड़ताल पर चले गए थे।जूनियर डाक्टरों का कहना था कि उनके तरफ से हर मरीजों को सही ढंग से देखभाल किया जा रहा इसके बाबजूद उनके साथ बदसलूकी किया जा रहा है। वहीं कोर्ट ने अपर महाधिवक्ता अंजनी कुमार से अनुरोध किया कि वे खुद प्रधान सचिव अन्य अधिकारियों से बात कर हड़ताल खत्म करवाने की कोशिश करें। राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि जूनियर डॉक्टरों की तरफ से हड़ताल टालने की बात हो गयी है। सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा दिया है।
गुरुवार, 29 अप्रैल 2021
बिहार : हाथ पांव पकड़ें लेकिन डॉक्टर को हड़ताल पर नहीं जाने दें : कोर्ट
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