पटना. भारत में कोविड-19 से मरने वाले चौथे कैथोलिक धर्माध्यक्ष हैं धर्माध्यक्ष पॉल अलोइस लकड़ा.उनका निधन 14 जून को हुआ था.उनसे पहले 5 मई को पोडिचेरी- कुद्दालोर के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष अंतोनी अनन्दारायर का निधन हुआ था और उसके दूसरे दिन झाबुआ के धर्माध्यक्ष बसिल भुरिया की भी मौत कोविड-19 से हुई थी.सागर के सिरो मलाबार धर्मप्रांत के सेवानिवृत धर्माध्यक्ष जोसेफ पास्टर निलांकविल का निधन 17 फरवरी को हुआ था. फादर सुरेश मैथ्यू के अनुसार भारत की कैथोलिक कलीसिया ने कोरोना वायरस महामारी में अब तक 283 पुरोहितों और 252 धर्मबहनों को खोया है.125 धर्मप्रांतीय पुरोहितों, 131 धर्मसंघी पुरोहितों, 9 धर्मबंधुओं और 252 धर्मबहनों की मौत का दावा किया. कोविद के कारण 44 मौतों के साथ येसु समाजी पुरोहितों में सबसे ऊपर थे जबकि मदर तेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी में 19 धर्मबहनों की मौतों के साथ धर्मबहनों की मौत की संख्या सबसे ज्यादा थी.फादरों के बीच इस बात का अफसोस है कि कोविड-19 से मरने वाले 29 सदस्य 50-70 वर्ष के बीच थे, जो उनके लंबे प्रशिक्षण और अध्ययन के बाद येसु समाजियों के बीच सबसे सक्रिय और कामकाजी आयु वर्ग के थे. लगभग सभी पुरोहित हृदय, मस्तिष्क और गुर्दे से संबंधित कुछ मुद्दे, कुछ कैंसर और मधुमेह रोगी या बीपी रोगी थे. इसलिए, स्वास्थ्य के मुद्दों ने जटिलताएं पैदा कीं.कुछ लोगों को यह महसूस करने में समय लगा कि वे कोविड -19 से पीड़ित हैं और उनकी दवा में देरी हुई और कुछ लोगों को सही अस्पताल खोजने में कठिनाई हुई.
गुरुवार, 17 जून 2021

अब तक 283 पुरोहितों और 252 धर्मबहनों को खोया कैथोलिक कलीसिया
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