एन जी ओ मीनाक्षी परिवार की सहायता से दिल्ली की लड़की को हरियाणा से मुक्त करवाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 28 जून 2021

एन जी ओ मीनाक्षी परिवार की सहायता से दिल्ली की लड़की को हरियाणा से मुक्त करवाया

  • बिचौलियों ने परिजनों को शादी का झांसा देकर बुलाया था चरखी दादरी, बाद में लड़की को बनाया घर मे बंधक

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नई दिल्ली। शादी समाज को बांधने का साधन है। अब भी कई लोग अपने बच्चों के लिए रिश्ते तलाश ही रहे होंगे और किसी बिचौलिए को संपर्क कर रहे होंगे या फिर बिचौलिए आप से संपर्क करने की कोशिश में होंगे कि फलां जगह अच्छा रिश्ता है। लेकिन सावधान अगर आप किसी को अच्छी तरह नहीं जानते तो हम आपको बता देते है कि शादी मोटी रकम लेकर लड़की को झांसा देकर शादी कराने का नया एक धंधा बन चुका है। इन बिचौलियों के चक्कर मे पड़कर कई लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद हो चुकी है। ऐसे ही बिचौलिए ऐसी किसी लड़की की तलाश में होते है जिनके परिवार परेशान होते है।  ऐसे शातिर गिरोह बने बिचौलिये आपकी बेटी के लिए अच्छे घर और वर का सपना दिखाकर उन्हें निशाना बनाते है। उन्हें लड़का दिखाने ओर परिवार दिखाने के बहाने बुलाया जाता है और जबरन शादी करवा लड़की को बंधक बनवा दिया जाता है। ऐसा ही एक ताज़ा मामला सामने आया है जहाँ गैर सरकारी संगठन मीनाक्षी परिवार एनजीओ  ने 20 वर्षीय दिल्ली की एक लड़की वंदना (बदला हुआ नाम) को  हरियाणा के चरखी दादरी से रेस्क्यू करवाया है।  एनजीओ  मीनाक्षी परिवार की  संचालिका मीनाक्षी मल्होत्रा ने बताया की लड़की वंदना की बहन ( लक्ष्मी बदला हुआ नाम) के मुताबित  वंदना के परिजन गरीब थे और उसके लिए कोई अच्छा घर देख रहे थे ऐसे में रोहिणी में रहने वाली उसकी बहन( लक्ष्मी बदला हुआ नाम) ने भी कई लोगो को उसके रिश्ते के बारे में कहा हुआ था।1 जून 2021को नागलोई में रहने वाली ऐसी ही औरत रिया ओर सरोज जो बिचौलिया का काम करती है ने लक्ष्मी को फोन किया कि हमने वंदना के लिये रिश्ता देखा है और तुम्हे घर परिवार और लड़का देखने चलना है तो चलो। तो लक्ष्मी ने हाँ भर भर दी तो उन्होंने कहाँ की नांगलोई चौक पर आ जाओ हमने किराये की गाड़ी की हुई है। उन्होंने कहाँ की लड़के और उसके परिवर से मिलवा देंगे बात कर लेना लड़के लड़की को दिखा देंगे। जिसके बाद लक्ष्मी और भाई हरीश वंदना   नांगलोई चौक पहुंच गये।जिसके बाद वह लोग इन्हें लेकर हरियाणा में मकवास गांव नियर फारेस्ट रिजर्व चरखी दादरी अन्नू नाम की महिला के घर ले गये। यहाँ पहुचने के बाद इन्हें चाय पिलाई गई जिसके बाद इनका दिमाग सुन्न हो गया अन्नू नाम की महिला ने फोन करके एक लड़के को बुलाया जिसके साथ बिठाकर उसने वंदना की जबरदस्ती माँग भर दी। घर में बंधक बनाने  के बाद भी उसे जबरन लड़के साथ भेज दिया और लक्ष्मी,हरीश,व अन्य को जान से मारने की धमकी दी और घर से भगा दिया।  दिल्ली से लेकर बेटी की रिहाई के हरियाणा में वह दर दर भटकते रहे।  पर न कोई सुनवाई नहीं हुई। न ही वंदना ही मिली और ना उसका अतापता मिला।  हार थक कर जब घर पहुंचे तो दूसरे दिन नांगलोई रहने वाली रिया और सरोज को फोन किया।  तो उन्होंने कहाँ की हने पता है वंदना कहा है हम उससे बात करवा देंगे। लेकिन उन्होंने कोई बात नही करवाई।  फिर एक दिन 5 जून दोपहर में किसी के नंबर से वंदना का फोन आया उसने बताया कि उसे किसी बड़े मकान में बंद किया हुआ है और उसके साथ बेरहमी से मार पिटाई कर रहे है,  मुझे यहाँ से ले जाओ। जिसके बाद लक्ष्मी द्वारा थाना अमन विहार में इस बाबत शिकायत की गई। लेकिन वंदना की खोज ख़बर नही मिल पा रही थी जिसके बाद जब मामला हमारी संस्था मीनाक्षी परिवार के संज्ञान में लाया गया तो हमने मामले की गम्भीरता को देखते हुये परिजनों से गहन पूछताछ की तो पाया कि उनके पास जो लड़का वंदना को लेकर गया था उसकी मोटर साईकिल का फोटो चुपके से हरीश ने मोबाईल में खींच लिया था।  जिसकी मदद से उसके घर का पता लग सका।  उस पते पर पहुंचने बाद में लड़की वंदना को हरियाणा पुलिस की सहायता से वहां से निकाला जा सका। समाजसेविका मीनाक्षी मल्होत्रा ने बताया की फिलहाल वंदना अब अपने घर है। लेकिन हर कोई इतना खुशकिस्मत नहीं होता न जाने कितनी ही लड़कियां ऐसे लोगो के चक्कर मे आकर कहीं न कहीं  अपनी हालात से समझौता कर रह रही होंगी।  जिनकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है। इसलिये किसी भी बाहरी व्यक्ति या बिचौलियों पर कतई भी विश्वाश न करे और न ही लड़कियों को अन्य किसी के कहने पर कही ले जाये।  यह वारदात उनके लिये एक सबक है जो लोग जल्दबाजी में अपने बच्चो के  रिश्तों के लिये बिचौलियों के हत्थे चढ़ जाते है। इसलिए जानकारी और सावधानी ही आपको बचा सकती है।

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