मानसून सत्र के दूसरे दिन भी नहीं चली लोकसभा की कार्यवाही - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 21 जुलाई 2021

मानसून सत्र के दूसरे दिन भी नहीं चली लोकसभा की कार्यवाही

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नयी दिल्ली 20 जुलाई, संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन टेलीफोन टैपिंग, महंगाई, किसान एवं डीजल पेट्रोल के दामों को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण दो बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी। अपराह्न तीन बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के आसपास आ गये। पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने एवं सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये। श्री सोलंकी ने हंगामा नहीं थमता देख कर सदन की कार्यवाही गुरुवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


इससे पहले आज पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई कांग्रेस तथा कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। वे जासूसी के कथित आरोपों, महँगाई, किसानों से जुड़े मसलों तथा अन्य मुद्दों को लेकर हंगामा कर रहे थे। श्री बिरला ने विपक्षी सदस्यों से शांति बनाये रखने की अपील की और प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की। कृषि एवं कृषक कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शोर-शराबे के बीच ही आधुनिक कृषि से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दिया। इस बीच विपक्ष के कुछ सदस्य हाथों में तख्तियाँ लिए सदन के बीचों-बीच आ गये। श्री बिरला ने एक बार फिर उनसे शांति बनाये रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सदन में तख्तियाँ लाना नियम-प्रक्रिया के अधीन नहीं है। कृपया सदस्य नारेबाजी और तख्तियाँ दिखाना बंद करें। उन्होंने कहा “आप जिस भी मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, सरकार चर्चा के लिए तैयार है।” लेकिन जब विपक्षी सदस्यों पर उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ तो उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे जैसे ही सदन समवेत हुआ, कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने सदन के बीचोंबीच आकर शोर शराबा किया और कार्यवाही को बाधित किया। हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी किरीट प्रेमजी भाई सोलंकी ने विभिन्न मंत्रालयों और समितियों के कामकाज से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात सभापटल पर रखवाए। इस बीच विपक्षी दलों के सदस्य अपना विरोध दर्ज कराते हुए हाथों में तख्तियां लेकर पीठासीन अधिकारी के सामने आ गए। श्री सोलंकी ने हंगामा कर रहे सदस्यों से आग्रह किया कि यह मानसून सत्र बेहद महत्वपूर्ण है कृपया सदन में शांति बनाएं रखें। इस दौरान भी हंगामा जारी रहने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के स्थगित कर दी थी।

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