दरभंगा. पटना महाधर्मप्रांत और मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत में ईसाईफर नामक सिस्टरों का धर्मसमाज कार्यशील है.मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत में ईसाईफर समाज की एक सिस्टर जोसफा और दूसरी एक पटना महाधर्मप्रांत में कार्यशील हैं.सिस्टर जोसफा का कार्यक्षेत्र दरभंगा था.वहां पर सिस्टर जोसफा का ब्रेन हेमरेज हुआ.उसे तत्काल पाटलिपुत्र औघोगिक परिसर पटना में स्थित निजी CNS hospital में भर्ती किया गया.गहन निगरानी रखने वाले सूत्र के अनुसार अर्थाभाव के कारण ब्रेन हेमरेज से पीड़ित सिस्टर जोसफा को काम कटवाकर सरकारी PMCH में भर्ती किया गया.यहां पर उल्टी गंगा बहाने के दरम्यान सिस्टर जोसफा की मृत्यु हो गयी. बताया जाता है कि ईसाईफर धर्मसमाज में अनसूचित जनजाति (आदिवासी) सिस्टर लोग कार्यशील हैं.यह भी बताया कि यह धर्मसमाज बहुत ही गरीब और तंगी की हालत से गुजर रहा है.कार्यक्षेत्र दरभंगा में सिस्टर जोसफा बीमार पड़ी. उसे तत्काल पटना के CNS hospital में भर्ती कराया गया.यहां के चिकित्सकों ने सिस्टर को ब्रेन हेमरेज घोषित कर दिया.बताया गया कि पैसों की किल्लत होने के कारण सिस्टर को यहां से नाम कटवाकर PMCH में भर्ती करवा दिया गया. वहीं पर दम तोड़ दी.इस संदर्भ कहा गया कि मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत व ना ही पटना महाधर्मप्रांत ही आर्थिक मदद किये.सिस्टर का दोष यही है की वह आदिवासी धर्मसमाज की सिस्टर थीं. शीला जौर्ज ने जानकारी दी है कि सिस्टर जोसफा को मुजफ्फरपुर में दाउदपुर कोठी कब्रिस्तान में दफन कर दिया हैं जो लक्ष्मी चौक के पास है.इसके पूर्व मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत के बिशप काजेटन फ्रांसिस ओस्ता के नेतृत्व में मिस्सा हुआ.मुजफ्फरपुर पल्ली के पल्ली पुरोहित विंसेंट फ्रांसिस ने दफन विधि का संचालन किया.
रविवार, 11 जुलाई 2021

बिहार : उल्टी गंगा बहाने के दरम्यान सिस्टर जोसफा की मृत्यु
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