बिहार : बिंद टोली के 300 परिवारों के बीच पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 10 अगस्त 2021

बिहार : बिंद टोली के 300 परिवारों के बीच पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया

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पटना.
गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर के मद्देनजर जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह द्वारा नकटा दियारा और बिंद टोली का निरीक्षण किया गया और लोगों से बातचीत की गई.लोगों की मांग पर वार्डवार 14 नाव उपलब्ध कराने तथा फसल क्षति का अविलंब आकलन करने का निर्देश दिया गया.बिंद टोली के 300 प्रभावित परिवारों के बीच पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया.


दीघा स्थित बिंद टोली में रहते थे

पहले बिंद समुदाय के लोग दीघा स्थित बिंद टोली में रहते थे.पूर्व मध्य रेलवे परियोजना के लिए कार्य विस्तार के लिए स्थल की आवश्यकता थी.तब बिहार सरकार ने रेलवे को जमीन देने के लिए बिंद समुदाय को सूली पर चढ़ा दी.विस्थापित करने के बाद बिंद समुदाय को कुर्जी में बसाया गया.जहां बिंद समुदाय को बसाया गया है गंगा नदी का मुख्य बहाव वाला स्थल है.जहां प्रत्येक साल पानी का बहाव तेज हो जाता है.यहां पर गरीबी रेखा के नीचे खेतीहर मजदूर घर बनाकर रहते हैं.वहां पर उनके घरों में पानी प्रवेश कर गया है. बिंदटोली और बांसघाट-कुर्जी -दीघा मुख्य रोड से संपर्क टूट गया है. यहां रहने वाले लोग नाव से शहर में आ रहे हैं.


बिंद टोली के लोग ऊंचे स्थान पर चले गए 

लगभग तीन हजार आबादी वाले बिंद टोली के लोग ऊंचे स्थान पर चले गए हैं.यहां पर रोड बन रहा है.उसी पर आश्रय जमा लिये है. गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद पूरा बिंद टोली में भी पानी प्रवेश कर गया है.लोग जरूरी सामग्री की खरीददारी नाव से ही करने शहर में आ रहे हैं. इधर, अधिकारियों का कहना है कि गंगा के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. जैसे ही जलस्तर बढ़ने से बिंद टोली प्रभावित होगा वैसे ही वहां के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया जाएगा.इसके लिए सरकारी नाव की व्यवस्था की गई है.साथ ही ऐसे लोगों को ठहरने के लिए दीघा में व्यवस्था की गयी है.


रविवार को डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह पहुंचे

पटना में तेजी से बढ़ रही गंगा नदी ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। बाढ़ के पानी से घिरा नकटा दियारा पंचायत पटना सदर अंचल अंतर्गत 14 वार्ड एवं 9384 वोटर का पंचायत है.यहां गंगा का पानी कहर बन गया है. खतरे को लेकर अधिकारी अलर्ट मोड पर है. पटना के सभी प्रभावित वार्ड में एक-एक नाव की व्यवस्था की गई है.रविवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह भी मौके पर पहुंच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अफसरों को निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है. वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में दहशत का माहौल है.फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है.


डीएम ने किया मुआयना

रविवार को डीएम ने इनफ्लैटेबल मोटरबोट से पटना सदर अंचल के बाढ़ प्रभावित नकटा दियारा एवं बिंदटोली का मुआयाना किया.इस दौरान प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना. नकटा दियारा पंचायत के वार्ड नंबर 11 में लोगों से समस्या जानी. बच्चों की पढ़ाई लिखाई, आर्थिक आय का साधन, पशुओं का रखरखाव, खेती बारी से लेकर अन्य जानकारी ली.


मांग पर प्रत्येक वार्ड में एक-एक नाव

नकटा दियारा में बाढ़ के कारण लोग परेशान हैं.डीएम ने लोगों की मांग पर आवागमन की सुविधा तथा दैनिक आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए प्रत्येक वार्ड के लिए एक-एक नाव की व्यवस्था जल्द कराने का निर्देश दिया है.अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर को निगरानी का निर्देश दिया गया है.


बाढ़ से लाखों की फसल डूबी

वहीं नकटा दियारा पंचायत में बाढ़ के पानी से लाखों की फसल डूब गई है.दियारा क्षेत्र मे प्राय: लोग सब्जी एवं मोटे अनाज की खेती करते हैं.प्रशासन लोगों की समस्या को देखते हुए फसल की क्षति का आकलन करने का काम तेज कर दिया गया है.आपदा अनुदान की प्रति परिवार देय राशि की सूची तैयार की जा रही है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए देय आपदा अनुदान की राशि के वितरण के लिए भी सूची तैयार की जा रही है. लोगों को आपदा अनुदान के तहत प्रति परिवार 6000 रुपए दिए जाने हैं. इसकी पूरी तैयारी चल रही है, जिसमें कई टीम काम कर रही है.


गंगा की पल-पल ली जा रही अपडेट

गंगा का जल स्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो खतरा भी बढ़ जाएगा. प्रशासनिक अधिकारियों की टीम लगातार गंगा का अपडेट ले रही है.यहां प्रभावित लोगों से पूरी जानकारी ली जा रही है.समस्या का समाधान करने तथा उनका हालचाल जानने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के साथ स्थानीय स्तर पर अधिकारियों को अलर्ट मोड पर लगाया गया है.बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहकर गंगा के बहाव में तेजी का भी आकलन टीम कर रही है.


बाढ़ के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों को पौष्ट्रिक आहार मिले

दीघा बिंद टोली से विस्थापित होकर बिंद समुदाय के लोग कुर्जी दियारा क्षेत्र में पुनर्वासित हुए हैं.तब से बिंद टोली में गंगा नदी का पानी हेल जाना निश्चित है. यह सिलसिला पांच साल से जारी है. बता दें कि दीघा से कुर्जी आने पर गंगा नदी का विकराल रूप प्रथम बार बिंद टोली के लोग देखे थे.घर-द्वार छोड़ बाढ़ राहत शिविर में रहे.सरकार की ओर से पर्याप्त राहत सामग्री वितरित की गई.वहीं बाढ़ के दौरान शिशु होने पर प्रोत्साहन राशि दी गयी.कन्या शिशु को 15 व बच्चा को 10 हजार रू.दिया गया.बहुत लोगों को मिला भी नहीं. भीषण अवस्था में गर्भवती महिलाओं का प्रसव पीड़ा शुरू हो जाता है.करीब एक दर्जन महिलाओं का बच्चा हुआ.बता दें कि अखिलेश महतो और फुलावर्ती देवी को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ.इनका सामान्य प्रसव था.अकलू महतो व सविता देवी को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ. उसका लोअर सेगमेंट  सीजेरियन सेक्शन (एलएससीएस) हुआ.सूरज महतो व सूरती देवी को कन्या शिशु हुई है.इनका भी एलएससीएस से हुआ.कुर्जी बिंद टोली में बाढ़ के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों को पौष्ट्रिक आहार खरीदने के लिए सरकार प्रति बच्चा बीस हजार रू. दें.यह मांग बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने की हैं. कुर्जी बिंद टोली के लोग परेशान हैं.औपचारिक ढंग से 300 घर है.यहां के 90 प्रतिशत घरों में गंगा नदी का पानी हेल गया है.बता दें कि यहां के लोग नकटा दियारा ग्राम पंचायत के अभिन्न अंग हैं.दीघा से विस्थापित होने के बाद  कुर्जी में  वार्ड नम्बर-13 व 14 को स्थापित कर दिया गया है. यहां पर कुल 205 घर है.गंगा नदी का पानी घरों और राह पर पसर जाने से लोग निर्माणाधीन फोरलाइन रोड पर प्लास्टिक तान कर रहने को बाध्य हैं.

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