मधुबनी : दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर सड़क पर उतरा एमएसयू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 14 अगस्त 2021

मधुबनी : दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर सड़क पर उतरा एमएसयू

masu-protest-in-madhubani-for-aiims-darbhanga
मधुबनी, दरभंगा एम्स के निर्माण में हो रहे देरी के खिलाफ एमएसयू के द्वारा 8 सितंबर को एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन पर शिलान्यास किया जायेगा। इसको लेकर आज मधुबनी में गाँधी श्मार्क पर माल्यार्पण करते हुऐ पैदल मार्च जिला समाहरणालय तक किया गया। पैदल मार्च का अगुवाई मधुबनी जिला संगठन मंत्री अंकित आजाद और मयंक विश्वास ने किया मार्च के बाद मीडिया को संबोधित करते हुऐ मधुबनी जिला अध्यक्ष विजय श्री टूना ने कहाँ की भारत सरकार द्वारा 2015 के बजट में बिहार के लिए दूसरे एम्स की घोषणा की गई थी। घोषणा के 6 साल के बाद भी एम्स निर्माण के लिए आज तक एक ईंट तक नहीं जोड़ा जा सका है। दरभंगा के साथ घोषित कई एम्स का निर्माण हो चुका है और कार्य शुरू है जैसे नागपुर एम्स 2014 में घोषित हुआ था,  2018 में बनकर तैयार हो गया। गोरखपुर एम्स 2014 में घोषित हुआ, 2019 में ओपीडी शुरू हो गया और अब सेवा में है। 2018 में तेलंगाना में एम्स घोषित हुआ, पार्शियली फंक्शनल है। 2017 में देवघर, राजकोट में एम्स घोषित हुआ, दोनों जगह क्लास शुरू है। 2015 में विजयपुर, विलासपुर, गुवाहाटी में घोषित हुआ जहाँ क्लासेज शुरू है। दरभंगा में एम्स निर्माण में कई सारी तकनीकी कार्य होने है जैसे प्रस्तावित जमीन जहां एम्स बनना है उसे केंद्र सरकार को हस्तांतरित करना,भूमि को समतल करना,भूमि को अतिक्रमण मुक्त करना,भूमि से पुराने निर्माण को हटाना। आजतक बिहार सरकार भूमि को अतिक्रमण मुक्त नही कर सकी है। जमीन का समतलीकरण नही हुवा है। जिस रफ्तार से एम्स निर्माण से सम्बंधित निर्णय लिए जा रहे है इससे ऐसा प्रतीत होता है 2035 तक एम्स बनकर तैयार हो सकेगा। वही एमएसयू के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री राघवेंद्र रमण ने कहाँ की महोदय कोरोना के समय सरकार की पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य है और ऐसे समय में एम्स निर्माण में हो रही देरी से मिथिला के लोगो मे भारी निराशा है। इस क्षेत्र के लोग इलाज करवाने के लिए अन्य शहरों में जाने के लिए मजबूर है और इससे आर्थिक,मानसिक और शारीरिक नुकसान का उन्हे सामना करना पर रहा है। गरीब जो अन्य शहरों में नही जा सकते है या निजी अस्पताल में इलाज नही करवा सकते है उन्हे विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। एम्स निर्माण के लिए फ़ॉर लेन कनेक्टिविटी दिया जाना है जिसके लिए भी अभीतक सरकार द्वारा कोई विशेष पहल नही किया जा रहा है, सरकार की इस सुस्ती के खिलाप मिथिला के लोगो मे जनाक्रोश है। 6 सालों में सरकार से शिलान्यास नहीं हुआ, अब मिथिला की जनता खुद दरभंगा एम्स का शिलान्यास करेगी। अगले 30 दिन तक मिथिला स्टूडेंट यूनियन ( MSU) के सेनानी टीम बनाकर गांव-गांव जाएंगे, घर-घर से दरभंगा एम्स के शिलान्यास के लिए ईंट जमा करेंगे, इसके बाद 8 सितंबर को दरभंगा में 5000 लोगों के समक्ष एम्स के लिए प्रस्तावित जगह पर उन इंटों से शिलान्यास करेंगे। मौके पर मिथिलावादी पार्टी जिलाध्यक्ष विवेक मैथिल नीतीश मिश्र, प्रवेश झा ,रौशन गणेश सहनी, अर्जुन बिहारी, नौसादआलम, सुमन सौरव, सागर कुमार, अविनाश कुमार, अजय कुमार यादव,समेत सैंकड़ो सेनानी उपस्थित थे

कोई टिप्पणी नहीं: