बिहार : जातीय जनगणना से ज्यादा जरूरी जनसंख्या नियंत्रण अन्यथा पैदा होंगे तालिबानी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 29 अगस्त 2021

बिहार : जातीय जनगणना से ज्यादा जरूरी जनसंख्या नियंत्रण अन्यथा पैदा होंगे तालिबानी

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पटना : बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने जाति के जनगणना और जनसंख्या नियंत्रण को लेकर एक बार फिर अपना स्पष्ट विचार व्यक्त किए हैं। मंत्री, बिहार सरकार ने कहा कि देश में जाति जनगणना से पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून आवश्यक है। अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं लाया गया, तो भारत का भी हाल वही होगा, जो आज अफगानिस्तान का है। यानी भारत में भी तालिबान पैदा होगा सर उठा कर तांडव मचाएगा। नीरज कुमार बबलू ने कहा कि देश जनसंख्या विस्फोट से दबा जा रहा है, इसे हर हाल में रोकना होगा, अन्यथा इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी। इसके लिए देश हित में जातीय जनगणना से पहले जनसंख्या नियंत्रण अति आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि जनसंख्या नियंत्रण लागू हो जाने के बाद देश में जातीय जनगणना हो जाए, इससे हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन पहले जनसंख्या नियंत्रण आवश्यक है। हालांकि, नीरज कुमार बबलू के इस बयान के बाद विपक्षी दलों द्वारा उन पर पलटवार किया गया। विपक्षी दलों ने नीरज कुमार बबलू के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि उनका यह बयान समाज को तोड़ने वाला है, तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वाला है। समाज हित के लिए ऐसा बयान मंत्री को नहीं देना चाहिए। ज्ञातव्य हो कि क्षेत्रीय पार्टियां जातीय जनगणना को लेकर भाजपा पर दवाब बनाने में लगी है। जातीय जनगणना नहीं कराने को लेकर क्षेत्रीय दल भाजपा पर दलित, पिछड़ा व अतिपिछड़ा विरोधी का आरोप लगा रही है। वहीं, इसपे पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि जनता द्वारा नकारे गए पारिवारिक पार्टियां और नेताओं ने विकास के दौड़ में कमजोर पड़ने पर अब जातीय उन्माद फैलाकर अपने सियासी रोटी सेकने के लिए लालायित हैं और जनता को भ्रम में डालने के प्रयास में लगे हैं। दो-तीन दशकों तक केंद्र और राज्य के सत्ता में रहने के बाद भी जो काम कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगी दलों द्वारा न कर सके। वे आज एनडीए सरकार पर दबाव बनाने का काम कर रही है। क्योंकि, जाति के नाम पर धर्म के नाम पर सियासी रोटी सेकीं जा सके।

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