प्रस्तावित राष्ट्रीय खेल शिक्षा बोर्ड (एनएसईबी) के लक्ष्य और उद्देश्य निम्नलिखित होंगे :-
• खेलों में बड़े पैमाने पर प्रतिभागिता शुरू करना और व्यक्तिगत, सामाजिक और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देना।
•‘कैचिंग दैम यंग’और चिह्नित प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने के माध्यम से खेलों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना।
•खेल समुदाय और अभिभावकों को यह आश्वासन देना कि खेलों को अपनाने से पढ़ाई, वर्टिकल मोबिलिटी और रोजगार के अवसरों में कोई कमी नहीं होगी।
• खेलों से संबंधित वैकल्पिक करियर के अवसरों को सुव्यवस्थित तरीके से बढ़ावा देना।
• ऑनलाइन और आमने-सामने मॉड्यूलर प्रशिक्षण तैयार व संचालित करना,अभिविन्यास कार्यक्रमोंऔर वेबीनारों में शिक्षकों, पीई स्टाफ, कोच, सामुदायिक आउटरीच स्वयंसेवकों, स्वास्थ्य विशेषज्ञों, मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण मनोवैज्ञानिकों, पोषणविदों और फिजियोथेरेपिस्ट को शामिल करना।
• खेल में रूचि, भागीदारी व प्रदर्शन को बढ़ावा देने के बेहतर और अधिक प्रभावी तरीके विकसित करके खेल विकास में सहभागिता।
एनएसईबी का उद्देश्य जमीनी स्तर से उच्च शिक्षा तक सभी के बीच खेलों को बढ़ावा देना और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए इसमें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है।एनएसईबी मौजूदा बोर्डों के साथ सहयोग की अनुमति देगा, जिससे खिलाड़ी खेल के साथ-साथ अकादमिक रूप से अच्छी तरह विकसित हो सकें।खेल के क्षेत्र में अधिक से अधिक छात्रों को शामिल करना और उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है।वर्टिकल मोबिलिटी के लिए, एनएसईबी प्रतिस्पर्धा बढ़ाने को लेकर क्रेडिट प्वाइंट्स को उच्चतम स्तर पर स्थानांतरित करने और पढ़ाई छूट जाने की आशंका को दूर करने के लिए करियर की संभावनाओं में सहायता करने का काम करेगा। यह जानकारी युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें