पटना. बिहार में आज से पहली से आठवीं कक्षा खोल दिए गये हैं. गयी.मुख्यमंत्री नीतीश सरकार ने अनलॉक-5 के तहत स्कूलों को खोलने के निर्देश जारी किए हैं. पिछले कई महीनों से कोरोना वायरस की वजह से स्कूल बंद थे, सीएम नीतीश कुमार ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि कोरोना संक्रमण में कमी को देखते हुए 7 अगस्त से नौवी से दसवीं कक्षा के स्कूल और पहली से आठवीं कक्षा के सभी स्कूलों को 16 अगस्त से खोला जाएगा. इसके साथ ही सीएम नीतीश ने कहा कि कोचिंग संस्थान छात्रों की 50 प्रतिशत उपस्थिति (एक दिन छोड़कर) के साथ कार्य कर सकेंगे. सीएम नीतीश ने ये भी कहा कि विद्यालयों में बच्चों को कोविड अनुकूल व्यवहार की जानकारी दी जाएगी.कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते 133 दिनों से बंद क्लास एक से आठ तक के सभी स्कूल सोमवार से खुल गए. 72 हजार स्कूल खुलने से बच्चों में उत्साह है. बच्चों को कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से बचाने के लिए पूरी तैयारी की गई है. 50 फीसदी बच्चे फिर से स्कूल आएंगे.बेन्च, डेस्क से लेकर स्कूल परिसर तक सभी जगह सैनिटाइज किया गया है.इस पर 6 फीट की दूरी तय करके बैठेंगे. बच्चों को क्लास के दौरान मास्क पहनना होगा. स्कूल में बच्चों की उपस्थिति 50 फीसदी होगी. बच्चा एक दिन छोड़कर स्कूल जाएगा. बच्चे एक-दूसरे से छह फीट की दूरी बनाकर क्लास में बैठेंगे. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते 5 अप्रैल को बिहार के सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए थे. सोमवार से बिहार के करीब 72 हजार प्रारंभिक स्कूल खुल गए. सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में करीब 1.75 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं. प्रारंभिक स्कूलों में कक्षाएं सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगी. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छात्रों को सुबह 9:30 बजे से शाम 4 बजे तक पढ़ाया जाएगा. बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्कूल नहीं खुलेंगे.
बता दें कि बच्चों को बस, वैन या ऑटो से स्कूल ले जाने के दौरान कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा. ड्राइवर और कंडक्टर के साथ सभी लोगों को मास्क पहनना होगा. इसके साथ ही सैनिटाइजर भी रखना होगा. इसका उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर परिवहन विभाग के अधिकारी संबंधित वाहन का परमिट रद्द कर देंगे. परिवहन विभाग ने सभी जिलों को पत्र लिखकर स्कूली बसों, वैन, आटो आदि में कोरोना गाइडलाइन के नियमों का सख्ती से पालन कराने का आदेश जारी किया है. स्कूली बच्चों की गाड़ियों में शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जाएगा. ओवरलोड की अनुमति नहीं दी जाएगी. सभी जिलों में परिवहन पदाधिकारियों की टीम स्कूली बसों का औचक निरीक्षण करेगी. राज्य सरकार ने 12 जुलाई से 10वीं क्लास के ऊपर के स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला किया था. 7 अगस्त से 9वीं और 10वीं क्लास के स्कूल खोले गए थे.स्कूल खोले जाने के निर्णय के बाद से विद्यार्थियों में उत्साह है. विद्यार्थियों का कहना है कि कोरोना के कारण उनकी पढ़ाई अब तक प्रभावित रही है. ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से वे किसी विषय विशेष को पूरी तरह नहीं समझ पाते. स्कूल कक्षाओं में वे अपने अध्यापक से प्रत्यक्ष रूप से अपने विषय को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे. स्कूलों में प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 तक तीन घंटे ही कक्षाएं लगेंगी.इस समयावधि में विद्यार्थियों को खाने के लिए कोई ब्रेक नहीं मिलेगा.माता-पिता की अनुमति पहले की तरह अनिवार्य होगी.
स्कूलों में इन नियमों का करना होगा पालन
- मुखिया को स्कूल खुलने से पहले परिसर को पूरी तरह सैनिटाइजेशन करवाना होगा.
- कक्षाओं में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करनी होगी.
- स्कूल आने वाले सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी.
- कोरोना के बिना लक्षण वालों को ही परिसर में प्रवेश मिलेगा.
- सभी विद्यार्थियों व स्टाफ को मास्क लगाकर रखना होगा.
- कोई भी विद्यार्थी पेन, पेंसिल, कॉपी या अन्य सामान का आदान प्रदान नहीं करेगा.पानी की बोतल घर से लेकर आनी होगी.
- कोई भी विद्यार्थी न तो अपनी सीट बदल सकता है और न ही किसी दूसरी कक्षा में जा सकता है.
शैक्षणिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए सरकार का स्कूलों का खोलने का निर्णय बेहतर है.जो बच्चे स्कूल नहीं आ सकते उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी. इस निर्णय से विद्यार्थी बेहतर तरीके से अपनी तैयारी कर सकेंगे.
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