जोकोविच ने ‘ऑन-कोर्ट’ साक्षात्कार में अपनी बाहें फैलाते हुए कहा, ‘‘अब केवल एक मैच बचा है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस एक मैच में अपना सब कुछ लगा दूंगा। मैं इस अगले मैच को ऐसे समझूंगा कि यह मेरे करियर का अंतिम मैच है। ’’ एटीपी रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर सबसे ज्यादा हफ्ते तक रहने वाले जोकोविच अब रविवार को फाइनल में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी दानिल मेदवेदेव से भिड़ेंगे। जोकोविच ने इस साल फरवरी में आस्ट्रेलियन ओपन, जून में फ्रेंच ओपन और जुलाई में विम्बलडन में मेजर खिताब जीते हैं। सर्बिया के इस 34 साल के खिलाड़ी ने शुक्रवार को ज्वेरेव को हराकर अपने 31वें करियर स्लैम फाइनल में प्रवेश किया और फेडरर के इस रिकॉर्ड की बराबरी की। वह अभी तक न्यूयार्क में रिकॉर्ड नौ फाइनल में पहुंच चुके हैं जिसमें से तीन बार उन्होंने चैम्पियनशिप जीती है। वहीं रूस के 25 साल के मेदवेदेव ने सेमीफाइनल में कनाडा के 12वें वरीय फेलिक्स ऑगर एलियासिमे को 6-4 7-5 6-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। वह इस साल आस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में जोकोविच से हारे थे और 2019 अमेरिकी ओपन फाइनल में उन्हें नडाल ने हराया था।
पिछले साल जोकोविच को चौथे दौर के बाद फ्लशिंग मिडोज से डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था क्योंकि एक गेम गंवाने के बाद उन्होंने एक बॉल हिट की जो एक लाइन जज के गले में लग गयी थी। ज्वेरेव ने पहले सेट की शुरूआत तेजी से की और फिर लगातार दो ऐस लगाये। हालांकि इसके बाद ज्वेरेव डबल फॉल्ट भी कर बैठे। 4-4 की बराबरी के बाद ज्वेरेव ने अपनी सर्विस कायम रखकर पहला सेट अपने नाम किया। जोकोविच ने दूसरा सेट 36 मिनट में 6-2 से जीता जिसमें उन्होंने ज्वेरेव की दो बार सर्विस तोड़ी जो तीन डबल फाल्ट कर बैठे। ज्वेरेव ने तीसरे सेट की शुरुआत असहज गलती से की। जोकोविच संयमित बने हुए थे। दोनों खिलाड़ियों ने इसी दौरान 53 शॉट की एक रैली भी खेली जिसमें ज्वेरेव ने फोरहैंड क्रास कोर्ट विनर से प्वाइंट जुटाया। जर्मनी के खिलाड़ी ने दो सेट प्वाइंट बचाये लेकिन तीसरे में वह ऐसा नहीं कर सके और फोरहैंड क्रास के बाद जोकोविच ने स्मैश से सेट अपने नाम किया। चौथे सेट में ज्वेरेव ने ऐस से शुरुआत की और दोनों 1-1 से बराबरी पर थे। उन्होंने शानदार फोरहैंड विनर से इसे जीतकर फैसला निर्णायक सेट में पहुंचाया। पांचवें सेट में जोकोविच ने 5-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद ज्वेरेव ने अगले दो प्वाइंट हासिल किये। लेकिन इसके बाद जोकोविच ने बैकहैंड विनर से सेट प्वाइंट जीतकर फाइनल में प्रवेश किया। इस तरह साढ़े तीन घंटे तक चले मुकाबले के बाद जोकोविच ने कहा, ‘‘आप मैच के दौरान प्रत्येक सेट में कई तरह की भावनाओं से गुजरते हो। आप कोर्ट पर इनसे निपटने के लिये अकेले होते हो। इनसे बच नहीं सकते, आपको खुद निपटना होता है। ’’
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