बिहार : समाज और सरकार की सहभागिता से कोरोना पर मिल रही है विजय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 30 अक्तूबर 2021

बिहार : समाज और सरकार की सहभागिता से कोरोना पर मिल रही है विजय

social-unity-cause-vaccine-success
देश एक ऐतिहासिक क्षण की ओर बढ़ रहा है। 16 जनवरी, 2021 से पूरे देश में कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया गया। वह अब 100 करेड़ के ऐतिहासिक आंकड़े के करीब है। कोरोना के खिलाफ यह पूरे देश की जीत है। सरकार ने जो अभियान चलाया, उसमें हर वर्ग और हर नागरिक का सहयोग मिला। उसी का नतीजा है कि आज देश में इतने कम कोरोना के केस आ रहे हैं। हम यदि ये कहें कि हम कोरोना महामारी पर विजय पाने के लक्ष्य की ओर बहुत आगे बढ़ चुके हैं, तो कोई गलत नहीं होगा। इसमें सभी की भागीदारी रही है। आगे भी हमें पूरे समाज और लोगों की सहभागिता चाहिए। तभी कोरोना पर पूरी विजय हासिल किया जा सकता है। एम्स पटना में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को हम मरीजों को कैब या कोविड अनुरूप व्यवहार के लिए प्रोत्साहित करते हैं, हम उन्हें बताते हैं कि कोरोना से बचने के लिए किस तरह के व्यवहार का आदत में शामिल किया जाए हम उन्हें शिक्षित करते हैं कि कैसे संक्रमण बढ़ता है तो उन्हें क्या नुकसान हो सकता है। यदि वह कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन नहीं करेगें तो किस तरह वह अपने प्रियजनों को हमेशा के लिए खो देगें। कोविड की दूसरी लहर में इतना नुकसान देखने के बाद अब लोगों को समझ जाना चाहिए कि संक्रमण कितना गंभीर है और इससे बचने के लिए हमें हर संभव कोशिश करनी चाहिए। संक्रमण बढ़ने या घटने की संभावना के बीच हमें कोविड अनुरूप व्यवहार पर ही विश्वास करना चाहिए। अभी त्योहार का मौसम चल रहा है। कई त्योहार खत्म हो चुके हैं। कुछ आने वाले हैं। हमें ध्यान रखना होगा कि अभी मौसम भी बदल रहा है। गर्मी से सर्दी। ऐसे में कई तरह के संक्रमण होते रहे हैं। जरा सी लापरवाही से बड़ी मुसीबत आ सकती है। हमें सभी को समझाना है कि कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।


बिहार जैसे राज्य में लोग त्योहार के मौसम में दूर से आते हैं। अपने परिवार के साथ पर्व मनाने आते हैं। रेल, बस और हवाई जहाज की यात्रा करते हैं। मेरी सलाह है कि यदि बहुत अधिक जरूरी न हो, तो इस साल सार्वजनिक यात्रा से बचा जा सकता है। त्योहार अगले साल भी होगा। कोरोना पर देश ने एक बार विजय हासिल कर लिया, तो अगले साल सभी मिलकर त्योहार मनाएंगे। हमें और आपको अभी भी सावधान रहने की जरूरत है। लोगों को कोरोना अनुरूप व्यवहार का पालन करने के लिए प्रेरित करना होगा। त्योहारों के मौसम में सावर्जनिक जगहों पर लोग जाएं तो मास्क जरूर लगाकर जाएं। जितना संभव हो निर्धारित दूरी का पालन करें। जो लोग किसी गंभीर अथवा संक्रामक रोग से ग्रेसित हैं, उन्हें सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचना चाहिए। यह बेहद जरूरी है कि किसी भी त्योहार के आयोजकों को विशेष सतर्कता रखनी चाहिए। उनकी जिम्मेदारी आम लोगों से अधिक है। उन्हें यह व्यवस्था करना होगा कि निर्धारित स्थल में तयशुदा संख्या से अधिक भीड़ नहीं होनी चाहिए। जो लोग आयोजन स्थल पर आते हैं, उनके लिए सैनिटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था हो।





डॉ पीके सिंह

निदेशक, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना, बिहार

कोई टिप्पणी नहीं: