राणा ने नेशनल कांफ्रेंस से दिया इस्तीफा, भाजपा में हो सकते हैं शामिल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 11 अक्तूबर 2021

राणा ने नेशनल कांफ्रेंस से दिया इस्तीफा, भाजपा में हो सकते हैं शामिल

rana-resign-national-confrence-will-join-bjp
जम्मू ,10 अक्टूबर, नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता एवं तीन बार विधायक रहे देवेंद्र सिंह राणा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। श्री राणा के स्थान पर वरिष्ठ नेता रतन लाल गुप्ता को जम्मू प्रांत के लिए नेशनल कांफ्रेंस नया प्रांतीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। श्री राणा अपने करीबी दोस्त और नेशनल कांफ्रेंस के एक अन्य नेता एवं पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह स्लाथिया के साथ सोमवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि श्री राणा ने नेशनल कांफ्रेंस और पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व विधायक ने अपने ट्विटर हैंडल से नेकां के प्रांतीय अध्यक्ष का अपना पद भी हटा दिया है। वह प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के भाई हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि श्री राणा श्री स्लाथिया के साथ कल दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में महासचिव अरुण सिंह, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, भाजपा सांसद जुगल किशोर, पूर्व उपमुख्यमंत्रियों और जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, “डॉ फारूक अब्दुल्ला ने श्री स्लाथिया और श्री राणा के इस्तीफे स्वीकार कर लिए हैं। आगे कोई कार्रवाई या टिप्पणी आवश्यक नहीं समझी जाती है।” डॉ. अब्दुल्ला नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष हैं। श्री राणा ने चार अक्टूबर को कहा था कि वह अब भी नेशनल कांफ्रेंस में हैं लेकिन जम्मू के हित के लिए बलिदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा था, “मैं अभी भी पार्टी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) का प्रांतीय अध्यक्ष हूं और मैंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन जम्मू क्षेत्र और उसके लोगों के हित में कोई भी बलिदान कर सकता हूं।” जम्मू की राजनीति का प्रमुख चेहरा श्री राणा अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार भी थे। उन्होंने कहा, “मैं जम्मू के मुद्दों और आकांक्षाओं से समझौता नहीं करूंगा।” वह जम्मू के नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने भाजपा सहित जम्मू क्षेत्र के सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होने और क्षेत्र के हितों की रक्षा के लिए जम्मू घोषणापत्र को अपनाने की अपील की। उन्हाेंने कहा कि जिस तरह कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लोग अपने राजनीतिक और धार्मिक जुड़ाव से ऊपर उठकर अपने क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों पर एकमत होते हैं, वैसा ही जम्मू में भी होना चाहिए। नेशनल कांफ्रेंस ने श्री राणा के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता रतन लाल गुप्ता को इस पद के लिए चुनाव होने तक जम्मू का प्रांतीय अध्यक्ष नामित कर दिया। यह घोषणा श्री राणा के एक अन्य नेता सुरजीत सिंह स्लाथिया के पार्टी छोड़ने के बाद हुई है। इससे पहले डॉ. अब्दुल्ला ने श्री राणा और श्री स्लाथिया के इस्तीफे स्वीकार करने की पुष्टि की। 

कोई टिप्पणी नहीं: