सिद्धू ने राहुल गांधी से मुलाकात की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 16 अक्तूबर 2021

सिद्धू ने राहुल गांधी से मुलाकात की

siddhu-meet-rahul-gandhi
नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इससे एक दिन ही पहले ही, उन्होंने कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की थी तथा उन मुद्दों से वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया, जिनको लेकर उन्होंने पिछले दिनों पद छोड़ा था। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सिद्धू के इस्तीफे से जुड़ा गतिरोध खत्म हो सकता है और सिद्धू अपने पद पर बने रह सकते हैं। इस्तीफे की घोषणा के बाद सिद्धू ने पहली बार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है। सूत्रों के मुताबिक, बृहस्पतिवार को 24 अकबर रोड़ (कांग्रेस मुख्यालय) पर करीब सवा घंटे तक चली बैठक में पंजाब सरकार और संगठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई थी तथा सहमति बनाने का प्रयास हुआ था, ताकि चुनाव से पहले पूरी पार्टी एकजुट होकर मैदान में उतर सके। सूत्रों ने यह भी बताया कि फिलहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में बदलाव के आसार कम हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव में कुछ महीने का समय रह गया है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान सिद्धू के इस्तीफे को लेकर उनके और पार्टी दोनों के लिहाज से कोई सम्मानजनक फैसला कर सकता है। माना जा रहा है कि ‘बहुत जल्द’ निर्णय हो सकता है। बैठक के बाद सिद्धू ने कहा था, ‘‘मैंने पंजाब और पंजाबियों से जुड़ी चिंताओं से पार्टी आलाकमान को अवगत कराया है। मुझे कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी में पूरा विश्वास है। वो जो भी फैसला करेंगे, वो कांग्रेस और पंजाब के हित में होगा। मैं उनके निर्देशों का पालन करूंगा।’’ उल्लेखनीय है कि सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा था, ‘‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।’’ कांग्रेस आलाकमान ने अब तक सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। पिछले दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस दौरान यह भी चर्चा थी कि सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी की कार्यशैली को लेकर भी खुश नहीं हैं, हालांकि कांग्रेस के सूत्र इससे इनकार करते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: