भक्त की निष्ठा से भगवान खंबे में भी प्रकट हो जाते है-आचार्य पं हर्षित शास्त्री जी महाराज
शहर के बीएसआई मैदान पर जारी प्रथम टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता, लेक सिटी वरियर्स ने एनसीसीसी क्रिकेट टीम को 32 रन से हराया
भागवत कथा में चौथे दिन मनाया भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
आज निकाली जाएगी भव्य कलश यात्रा, पहले दिन की जाएगी कुमकुम अर्चना
सात दिन तक जारी रहेगा कार्यक्रम
शुक्रवार से आरंभ होने वाले दिव्य कार्यक्रम की शुरूआत में कुमकुम अर्चना की जाएगी, इसके पश्चात शनिवार को आवला नवमी को विल्प पत्र से अर्चना की जाएगी, रविवार को दशमी के पावन अवसर पर हल्दी गठान अर्चना, सोमवार देव उठनी ग्यारस के पावन अवसर पर तुलसी अर्चना, मंगलवार को द्रव्य अर्चना, बुधवार को प्रदेाष पर्व पर पुष्प अर्चना और गुरुवार को समापन अवसर पर कमल दल अर्चना के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष भी राधा कृष्ण महिला मंडल ने आस्था के साथ लगातार एक माह तक कार्तिक माह पर दिव्य यज्ञ का आयोजन किया था।
गिरिराज गोवर्धन को समर्पित अन्नकूट महोत्सव भगवान को लगाए छप्पन भोग, भगवान गणेश की नगरी में उमड़ा शिव भक्तों का सैलाब
धन और धर्म का उपयोग सही स्थान पर होना चाहिए
उन्होंने कहा कि धन और धर्म का सही स्थान पर इस्तेमाल करना चाहिए। धन का महत्व आज के समय में ही नहीं, बल्कि प्राचीन समय से रहा है। धन के बिना न तो कोई यज्ञ होता है न ही कोई अनुष्ठान। जीवन निर्वाह धन के बिना नहीं हो सकता। राष्ट्र की उन्नति एवं समृद्धि का परिचायक भी धन ही है। प्राचीन समय में कहा जाता था कि धन और सरस्वती का बैर है। अर्थात ये दोनों एक स्थान पर इक_े नहीं रह सकते, लेकिन आधुनिक युग में यह सिद्धांत बदल गया है। आज धन और विद्या दोनों साथ-साथ चलते हैं। धर्म और धन का सही उपयोग करना चाहिए। इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि गुरुवार को श्री महापुराण का अंतिम दिन था, इस मौके पर हजारों की संख्या में देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया। आगामी 13 नवंबर से गया में कथा का आयोजन किया जाएगा।
सीहोर जिले को मिलेगा 6 हजार मेट्रिक टन यूरिया
गेहूँ की बोनी का कार्य प्रारंभ है।। जिले में लगभग 80 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में बुवाई का कार्य पूर्ण हो चुका है। बुवाई के बाद लगभग 20 दिवस उपरान्त यूरिया का टॉप ड्रेसिंग (छिड़काव) करते है। यह देखा जा रहा है कि कृषक गण प्रथम सिंचाई के पूर्व यूरिया का छिड़काव करते है जिसके कारण गेहूँ फसल में नत्रजन की मात्रा उचित मात्रा में नहीं मिलती है। वैज्ञानिक द्वारा दी गई सलाह अनुसार प्रथम सिंचाई के बाद यूरिया का टॉप ड्रेसिंग (छिड़काव) करना चाहिए जिससे कि पौधों को आवश्यक नत्रजन की मात्रा मिल सके, यही प्रक्रिया दूसरी बार भी अपनाना चाहिए। कृषकों को यह भी सलाह दी गई है कि प्रथम सिंचाई के बाद 01 बोरी यूरिया का छिड़काव करें एवं द्वितीय सिंचाई के बाद भी 01.बोरी यूरिया का छिड़काव प्रति एकड़ करना चाहिए। जिले में यूरिया की निरंतर आपूर्ति की, जा रही है। जिले को 02 रेक दिनांक 12.11.2021 को मिलना प्रस्तावित है। निजी व्यापारियों द्वारा भी यूरिया वितरण कराया जा रहा है। निजी व्यापारियों को निर्धारित मूल्य पर ही यूरिया विक्रय के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई भी व्यापारी अधिक मूल्य, पर यूरिया. विक्रय करते हुए पाया गया तो एफसीओ. के तहत कार्यवाही की जावेगी। निजी व्यापारियों के यहाँ यूरिया वितरण के समय निगरानी हेतु ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अतः कृषकों को सलाह दी जाती है कि यूरिया के प्रति चिंतित न हो, यूरिया की आपूर्ति सतत् रूप से जारी रहेगी।
जिले में रबी फसलों की बोनी का लक्ष्य 3 लाख 94 हजार से अधिक हेक्टर में की जाएगी
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने एक जानकारी में बताया कि जिले में 3लाख 94 हजार 20 हेक्टर में रबी फसलों की बोनी का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें प्रमुख फसल गेहूँ का 3लाख 16 हजार 200 एवं चना का 70 हजार हेक्टर में बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सोयाबीन की कटाई के पश्चायत खेतों में पर्याप्त नमी को देखते हुए गेहूँ एवं चना की बोनी का कार्य प्रारंभ किया गया। अभी तक जिले में 77 प्रतिशत गेहूँ की बोनी की जा चुकी है। बुदनी एवं नसरूल्लागंज में कमाण्ड क्षेत्र होने से बोनी का कार्य नवम्बर माह के अन्त तक जारी रहेगा। जिले के सीहोर, आष्टा एवं इछावर विकासखण्ड में बोनी का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। इन विकासखण्डों में गेहूँ की फसल 10 से 20 दिनों की हो चुकी है जिसमें प्रथम सिंचाई प्रारंभ हो चुकी है। सिंचाई के समय किसान भाई यूरिया का टॉप ड्रेसिंग करेंगें। वैज्ञानिक परामर्श अनुसार गेहूँ में यूरिया की संपूर्ण मात्रा एक ही बार में न डालते हुए प्रथम सिंचाई के समय यूरिया 45 कि.ग्रो./एकड़ एवं द्वितीय सिंचाई के समय पुनः यूरिया 45 कि.ग्रो./एकड़ का छिड़काव अनुशासित है। जिन क्षेत्रों में एक सिंचाई की सुविधा है वहाँ पर सिंचाई के साथ यूरिया 45 कि.ग्रो./एकड़ छिड़काव की अनुशासित की गई है। जिले में यूरिया की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में बनी हुई है। कृषकों की माँग अनुसार यूरिया का वितरण कराया जा रहा है।
नसरूल्लागंज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे मुख्यमंत्री श्री चौहान
- श्री चौहान नसरूल्लागंज 405 करोड़ के कार्यो का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 12 नवंबर को नसरूल्लागंज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे यहाँ 405 करोड़ से अधिक के निर्माण एवं विकास कार्यो का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल से प्रात: 11:30 बजे भोपाल से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान करेंगे तथा दोपहर 12 बजे नसरूल्लागंज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। वे यहाँ सीप अंबर सिंचाई परियोंजना शिलान्यास 174.94 करोड़, सीहोर कोसमी नसरूल्लागंज रोड 166 करोड़, नगर परिषद नसरूल्लागंज विकास कार्य 18.72 करोड़, पंचायत एवं ग्रामीण विकास के कार्य 14.65 करोड़, इटारसी से छीपानेर मार्ग लोक निर्माण विभाग संभाग बुधनी 16.27 करोड़, प्र.मं.ग्रामीण संड़क योजना अंतर्गत मार्ग 14.6 करोड़ के निर्माण कार्यो का शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान छात्रावास भवन निर्माण एवं उप तहसील टप्पा कार्यालय {पीआईयू} 2.31 करोड़ नगर परिषद नसरूल्लागंज निर्माण एवं विकास कार्य 3.12 करोड़ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग 8.25 करोड़ के कार्यो का लोकार्पण करेंगे। इसके उपरांत मुख्यमंत्री श्री चौहान दोपहर 3 बजे कार द्वारा नसरूल्लागंज से प्रस्थान कर दोपहर 3:15 बजे ग्राम मनासा पहुँचेंगे। श्री चौहान मनासा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान शाम 4:15 बजे कार द्वारा मनासा से प्रस्थान कर शाम 4:30 बजे नसरूल्लागंज पहुँचेंगे। श्री चौहान शाम 4:35 बजे नसरूल्लागंज से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।
खाद का संतुलित उपयोग करने कि किसानों को सलाह
कृषि विभाग द्वारा जिले के किसान को सलाह दी गई है कि आवश्यकता से अधिक रासायनिक उर्वरकों का उपयोग न करें। फसल के लिये अन्य पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होती है। कृषि विभाग ने किसानों से कहा है कि किसान मिटटी परीक्षण कराए और उसी के हिसाब से रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी गई है। किसानों से आग्रह किया गया है कि वे कृषि वैज्ञानिकों से सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर उर्वरकों का उपयोग करें ताकि फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त हो। वर्तमान मे रबी की फसलों के लिये जिले में पर्याप्त खाद की उपलब्धता है। गेंहू के लिये यूरिया 213 कि.ग्रा. एन.पी.के. 186 कि.ग्रा., म्यूरेट ऑफ पोटास 17 कि.ग्रा. प्रति हेक्टर, चना के लिये यूरिया 44 तथा सुपर फास्फेट 375 कि .ग्रा. प्रति हेक्टर, सरसों के लिये यूरिया 130 कि.ग्रा. सुपर फास्फेट 188 कि.ग्रा. तथा म्यूरेट ऑफ पोटास 33 किग्रा. प्रति हेक्टर, मसूर के लिये यूरिया 54 कि.ग्रा. तथा सुपर फास्फेट 313 कि.ग्रा. प्रति हेक्टर देकर अनुशंसित उर्वरक मात्रा की पूर्ति की जा सकती है। किसान भाईयों से अपील है कि गेंहू, सरसों, चना एवं मसूर फसल में रासायनिक खाद की अनुशंसित मात्रा का ही उपयोग करें। डीएपी के विकल्प के रुप में एन.पी.के. व एस.एस.पी. यूरिया एव म्यूरेट ऑफ पोटास उर्वरकों का उपयोग कर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते है। साथ ही सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करने से सल्फर 11 प्रतिशत एवं केल्सियम 21 प्रतिशत भी प्राप्त होंगें, जो फसल का उत्पादन बढाने में सहायक होंगें।
फोटो निर्वाचनक नामावली विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022, 30 नवम्बर, 2021 तक दावे और आपत्ति आमंत्रित
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 01 जनवरी 2022 के मान से फोटो निर्वाचनक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2022 का प्रारूप प्रकाशन 01 नवम्बर, 2021 को किया जा चुका है। आयोग के द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 01 नवम्बर, 2021 से 30 नवम्बर, 2021 तक दावे और आपत्ति दर्ज करने की तिथि निर्धारित है। इस अवधि में ऐसे मतदाता जिनकी आयु 18 वर्ष पूर्ण हो चुकी है। अपना नाम क्षेत्र बी.एल.ओ. से फार्म प्राप्त कर अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकते है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष पूर्ण करने वाले मतदाता अपना नाम जुड़वाने के लिए प्राप्त सुविधा का लाभ उठाये। इसके लिए बी.एल.ओ. के माध्यम से फॉर्म 6 भर सकते है। जिले के प्रत्येक मतदान केन्द्रों पर 01 नवम्बर, 2021 से 30 नवम्बर, 2021 तक फोटो मतदाता सूची प्रदर्शित की जाएगी। इसे देखकर मतदाता यह सुनिश्चित कर सकते है की मतदाता का नाम मतदाता सूची में है या नही। यदि है तो उसमें कोई गलती तो नही है। यदि कोई गलती है तो फॉर्म 8 भरकर गलती को सुधरवा सकते हैं। इसके अतिरिक्त नए वोटर कार्ड के लिए फार्म 6 भरकर उसके अपने पता आयु संबंधी दस्तावेज संलग्न कर वे बी.एल.ओ. को जमा करें। इसी प्रकार बी.एल.ओ. मतदाता को नवीन परिचय पत्र तैयार कराकर देगे। साथ ही ऐसे मतदाता जो नाम संबंधी का नाम आयु एवं पता में संशोधन कराना चाहता है, वह फार्म-8 भरकर सुधार संबंधी आवश्यक दस्तावेज लगाकर संशोधन कराये जाने हेतु फॉर्म-8 बी.एल.ओ. को जमा कर सकता है।जो मतदाता अन्य जगह चले गये है वह मतदाता सूची से नाम हटवाने हेतु फार्म-7 भरकर दे सकते है। और ऐसे मतदाता जिनकी मृत्यु हो चुकी है उनके परिवार से बी.एल.ओ. नोटिस देकर हटाने की कार्यवाही कर सकता है। जिले के ऐसे मतदाता जिनका नाम मतदाता सूची में नही है और वे पात्र है, से आग्रह किया है कि वे अपना नाम जुडवाने अथवा किसी प्रकार का संशोधन कराने अथवा हटाने संबंधी आवेदन बी.एल.ओ. को जमा कराएं।
स्कूलों में बच्चों की सीखने की उपलब्धियों का आकलन करने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 12 को
एनसीईआरटी द्वारा सरकारी और निजी स्कूलों में बच्चों की सीखने की उपलब्धियों का आकलन करने के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण NAS) 12 नवंबर को होगा। संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस ने प्रदेश के संबंधित सभी शिक्षकों को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 में बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकानाएँ दी हैं। श्री धनराजू ने शिक्षकों से कहा है कि विगत ढाई-तीन माह से जिस दिन के इंतज़ार में पूर्ण लगन और ईमानदारी के साथ तैयारी कर रहे थे, वह दिन अब केवल एक दिन दूर है। पूरा विश्वास है कि यह राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021, भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया अनुरूप संपन्न होगा और सभी शिक्षकों की निष्ठा और विद्यार्थियों की मेहनत से हमारा मध्यप्रदेश बेहतर प्रदर्शन करेगा। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 के लिए सारी औपचारिकताएँ पूर्ण कर ली गयी है। सी.बी.एस.ई. द्वारा नामांकित प्रेक्षक की उपस्थिति में यह सर्वे संपन्न होगा। जिलों में कलेक्टर द्वारा नियुक्त स्वतंत्र प्रेक्षक भी यह सुनिश्चित करेंगे कि सर्वे कार्य तय प्रक्रिया अनुरूप आयोजित हो।
मध्यप्रदेश ने एक दिन में फिर बनाया वैक्सीनेशन में रिकार्ड, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दी प्रदेशवासियों को बधाई
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की जागरूक जनता के सहयोग से टीकाकरण महाअभियान में देश में पुन: सर्वाधिक वैक्सीनेशन का रिकार्ड बनने पर सभी को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिये चलाये जा रहे महाअभियानों में बड़ी सफलता मिली है। बुधवार 10 नवम्बर को रात्रि 9 बजे तक 13 लाख 52 हजार टीके लगाये गये, जो देश में हुए कोविड टीकाकरण में सर्वाधिक हैं। प्रदेश में 11 हजार 159 टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन लगाने की सभी व्यवस्थाएँ की गई थीं। केन्द्रों पर सुबह 9 बजे से टीका लगवाने के लिये लोगों का आना शुरू हुआ, जो दिन भर चलता रहा। जन-समुदाय की भागीदारी से टीकाकरण महाअभियान-5 को सफलता मिली। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में दिसम्बर अंत तक प्रदेश के शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये 10, 17 और 24 नवम्बर एवं एक दिसम्बर को कोविड टीकाकरण महाअभियान संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार 10 नवम्बर को कोविड टीकाकरण महाअभियान-5 संचालित किया गया। महाअभियान को सफल बनाने के लिये विशेष रणनीति बनाई गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान के आग्रह पर जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों, जन-अभियान परिषद के कार्यकर्ताओं ने लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने टीकाकरण केन्द्र जाने के लिये प्रेरित किया। स्कूली और महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं, एनसीसी और एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने कोरोना टीकाकरण के लिये परिजनों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महाअभियान की विशेष रणनीति में स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ. चौधरी ने दी बधाई
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कोविड टीकाकरण महाअभियान-5 की सफलता पर टीकाकरण से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ महिला-बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन, राजस्व, स्कूल शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग के ग्राम-स्तर से लेकर जिला-स्तर तक पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाने वालों और जिनकी दूसरी डोज ड्यू हो गई थी, उन्हें टीकाकरण केन्द्र लाकर टीका लगवाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर कोरोना मुक्त प्रदेश और देश बनायेंगे। प्रदेश में सभी व्यक्तियों को 31 दिसम्बर के पहले कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
जन-सामान्य में बिल लेने की प्रवृत्ति विकसित करना आवश्यक:–मुख्यमंत्री श्री चौहान
- एक दिसम्बर से वन विभाग की सभी नीलामियाँ ऑनलाइन होंगी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राजस्व संकलन से ही प्रदेश में विकास और जन-कल्याण के कार्य संभव होते हैं। अत: राजस्व संकलन में लगे विभागों का प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश की जनता पर बिना अधिक बोझ डाले, राजस्व संकलन में वृद्धि के हरसंभव प्रयास किए जाए। टैक्स की परिधि का अधिक लोगों तक विस्तार कर हम राजस्व संकलन बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खरीदी गई वस्तुओं का बिल लेने की प्रवृत्ति जन-जन में विकसित करना आवश्यक है। जन-सामान्य में यह भावना होनी चाहिए कि बिल लेने से राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त होता है, जो विकास और जन-कल्याण के काम आता है। अत: हम बिल लेकर राज्य के विकास में योगदान दे रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में वर्ष 2021-22 की राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा कर रहे थे। डिजिटल तकनीक तथा डाटा एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए जी.एस.टी. कलेक्शन सुधारा जाए।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वन विभाग की सभी नीलामियाँ 01 दिसम्बर से ऑनलाइन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खनिज ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किया जाए। आवश्यकता होने पर भारत सरकार के संबंधित विभागों से बात कर कार्य को गति प्रदान करें। डिजिटल तकनीक तथा डाटा एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए जी.एस.टी. कलेक्शन को भी राज्य में सुधारा जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नई आबकारी नीति तथा हैरीटेज वाईन पॉलिसी जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि नए वाहनों की कम आपूर्ति के परिणामस्वरूप वाहनों की बिक्री कम हुई है, जिससे परिवहन से आने वाले राजस्व में कमी आई है। वाहनों की आपूर्ति बढ़ने के साथ निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप राजस्व प्राप्त होने की संभावना है। बैठक में खनिज, वैट, जी.एस.टी., आबकारी, स्टाम्प एवं पंजीयन, परिवहन, ऊर्जा, वन, राजस्व, सिंचाई तथा नर्मदा घाटी विकास की राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा की गई।
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