बेगूसराय : कवि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र का काव्यपाठ पटना दूरदर्शन से होगा प्रसारित। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 29 नवंबर 2021

बेगूसराय : कवि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र का काव्यपाठ पटना दूरदर्शन से होगा प्रसारित।

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अरुण कुमार(बेगूसराय) मोहन एघु पण्डित टोल निवासी सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य स्व० उमेश मिश्र उर्फ कीटो बाबू के कनिष्क पुत्र प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र दिखेंगे अब दूरदर्शन के चैनल प्रसार भारती पर। प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र अपने जीवन में न जाने कितने ही उतार-चढ़ाव देखे मुश्किलों को झेलते हुए निरन्तर अपने कविता लेखन और पाठन में अनवरत लगे रहे।जिन्दगी में आनेवाले हर मुसीबतों का सामना डट कर करते रहे जबकि वकालत में अव्वल नम्बर से पास होकर शुरुआती दौड़ में वकालत भी उन्होंने की पर साहित्यिक मिजाज होने के कारण वकालत उन्हें रास नहीं आई और उन्होंने वकालत छोड़ अपने काव्य संकलन में लग गए।हालांकि बीच मे कुछ दिन कवि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र जी संत महावीरा स्कूल के प्राचार्य के रुप में भी कार्य किए किन्तु उनकी कविताओं से जो लगाव था और आज भी है वह लगाव कहीं और नहीं हो सका,लगातार अपने जीवन शैली को जैसे काव्य में ही ढाल लिया हो।इस तरह सफर तय करते हुए कवि प्रफुल्ल चन्द्र विगत चालीस वर्षों से मंच पर काव्यपाठ करते आ रहे हैं।ये अलग बात है कि कभी बाल कवि के रूप में हिन्दी के प्रोफेसर डॉ० आनन्द नारायण शर्मा की गोद में बैठ कविता पाठ किए थे,फिर युवा कवि के रूप में फिर समय के साथ साथ इनकी ख्याति बढ़ती गई और गुजरात,दिल्ली, मधुबनी, विलासपुर आदि शहरों में काव्यपाठ से लेकर मंच संचालन में भी प्रसिद्धि पाई।बेगूसराय जिला प्रशासन के लगभग सभी कार्यक्रमों में यहाँ तक कि क्रिकेट टूर्नामेंट में भी उद्घोषक के रुप में ख्याति प्राप्त कर सबों के चहेते बन गए।प्रफुल्ल फ़िल्म जगत के भीष्म यानी मुकेश खन्ना के साथ भी मंच साझा किया तो वहीं जानकी बल्लभ शास्त्री,राहत इंदौरी,डॉ कुमार विश्वास, एहसान कुरैशी, पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे, कविता तिवारी,मालनी अवस्थी, सपना अवस्थी मैथिली ठाकुर,शम्भु शिखरादि जैसे हस्तियों के साथ मंच साझा करते हुए अब दूरदर्शन पर काव्यपाठ के साथ साथ मंच संचालन करते हुए नजर आएंगे और इनके साथ दूरदर्शन पर काव्यपाठ करते हुए दिखेंगे बहुचर्चित कवियों में अशांत भोला,दीनानाथ सुमित्र,गीतकार डॉ रामा मौसम,और नवादा के ओज कवि ओंकार शर्मा कश्यप।बेगूसराय से इन तीन कवियों का चयन कर दूरदर्शन ने यह साबित कर दिया कि कोयले के खान से हीरा को कैसे परख कर निकाला और निखारा जा सकता है।इसी लिए तो कवि प्रफुल्ल कहते हैं कि "मेरे सपने कल भी बड़े थे और आज भी बड़े हैं" जिसकी रिकॉर्डिंग पिछले दिनों ही हुई है और आगे भी होते रहेंगे जिसका प्रसारण पटना दूरदर्शन से समय समय पर होता रहेगा।वैसे मैं आपको इतना बता दूँ की आगामी 06 दिसम्बर को पटना दूरदर्शन से इसे प्रसारण करने की संभावना है।यह बात मोहन एघु बेगूसराय के लिए बड़े ही गर्व की बात है।

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