(डा० शिबन कृष्ण रैणा)
दुबई इन दिनों चर्चा में है। एक्स्पो दुबई २० और टी २० क्रिकेट-वर्ल्ड-कप की गहमागहमी इस खूबसूरत नगरी में चरम पर है।एक रिपोर्ट के मुताबिक विश्व में रहने लायक और सुंदर शहरों में दुबई का स्थान चौथे नंबर पर है शानशौकत,चमक-दमक,ऐश-इशरत और नफासत वाला शहर दुबई अपनी ऊंची-ऊंची इमारतों,भव्य मालों,शानदार होटल-रेस्ताराओं और खुली-चौड़ी-साफ़-सुथरी सडकों के लिए दुनिया-भर में जाना जाता है.यों तो इस शहर में देखने के लिए बहुत-कुछ है मगर ‘दुबई माल’ की अपनी एक अलग ही माया-महिमा और पहचान है. दुनिया के सब से बड़े कहे जाने वाले शोपिंग-माल ‘दुबई माल’ की आगोश में खड़ी यह भव्य इमारत 829.84 मीटर ऊंची है. विश्व की सबसे तेज़ गति से चलने वाली लिफ्ट इसमें लगी हई है.१६० मंजिलों वाली इस शानदार इमारत में रिहाइशी अपार्टमेंट,ऑफिस और होटल आदि बने हुए हैं. दुबई माल में दुनिया का सबसे बड़ा एक्वेरियम भी है. इसमें समुद्र में रहने वाले करीब 33000 जीव-जंतुओं को रखा गया है .सुनते हैं इसे बनाने में करीब 12बिलियन डालर का खर्च आया था . बुर्ज खलीफा से सटे दुबई माल की खूबसूरती को इसमें बने कृत्रिम वाटर-फाल ने चार चाँद लगा दिए हैं.माल में ही स्केटिंग के लिए एक शानदार आइस रिंक,फूडकोर्ट्,अंडरवाटर ज़ू आदि बने हुए हैं. हर शाम बुर्ज खलीफा इमारत के ठीक नीचे बने सरोवर में गीत-संगीत-प्रकाश से मिश्रित लगभग पंद्रह-बीस मिनेट का एक नयनाभिराम शो होता है जिसकी मनोहारी छटा और दृश्यावली देख सचमुच दांतों तले उँगली दबानी पडती है.यह अनोखा और सुन्दरतम नजारा बोट/नौका-विहार द्वारा या फिर दूर से देखा जा सकता है.इस अन्यतम नजारे को देखने के लिए दुनिया-भर से आये अपार सैलानियों की भीड़ यहाँ पर देखी जा सकती है.मात्र इस नज़ारे को देखने के लिए सैलानी दूर दराज़ जगहों से आते हैं और घण्टों इंतज़ार करते हैं।शाम को साढ़े सात बजे के करीब यह नज़ारा सिर्फ 15-20 मिनट तक देखने को मिलता है।
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