खाद की किल्लत को लेकर भाकियू ने किया प्रदर्शन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 12 नवंबर 2021

खाद की किल्लत को लेकर भाकियू ने किया प्रदर्शन

farmer-protest-for-compost-in-mathura
मथुरा, 12 नवम्बर, उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में रबी की फसलों की बुवाई के लिए खाद की किल्लत झेल रहे किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। संगठन के जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर के नेतृत्व में किसान योद्धा चौक से पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां प्रदर्शनकारी किसानों को मुख्य द्वार पर रोक दिया गया। इस दौरान किसान नेताओं की पुलिस से कहासुनी भी हुई। किसान नेता जिलाधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन देने पर अड़े थे लेकिन ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट जवाहर लाल श्रीवास्तव ने स्वीकार किया। ज्ञापन में पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने, खाद की कालाबाजारी रोकने, आवारा पशुओं से फसलों को बचाने एवं बारिश से बर्बाद हुईं फसलों का मुआवजा शीघ्र देने की मांग की गई है। तोमर ने बताया कि खाद सहित अन्य समस्याओं को समाधान के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है और यदि ऐसा नहीं होता है तो भारतीय किसान यूनियन पुनः इससे भी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी। दूसरी ओर, बृहस्पतिवार को हुए एक घटनाक्रम में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल छाता तहसील में पराली जलाने को रोकने से संबंधित बैठक से जब भाग लेकर लौट रहे थे तो उन्होंने छाता क्षेत्र की कृषि उत्पादन मण्डी में स्थित महेश खाद-बीज भण्डार का निरीक्षण किया जहां उन्हें डीएपी खाद के 63 कट्टे रखे मिले, जो न तो भंडारण रजिस्टर में चढ़ाए गए थे और न ही पॉस मशीन में उनकी प्रविष्टि थी। इतना ही नहीं, एनपीके खाद के 100 में से 62 कट्टे नदारद मिले, जो बेचे जा चुके थे लेकिन स्टॉक में उनकी भी प्रविष्टि नहीं की गई थी। जिलाधिकारी ने इस दुकान को सील करने के बाद साथ में मौजूद जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह को निर्देश देकर दुकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

कोई टिप्पणी नहीं: