पंढरपुर, (महाराष्ट्र), 08 नवंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ ,सबका विकास, सबका विश्वास’ के अपने मंत्र को सबके लिए समान भाव की भारत की संत परंपरा से प्रेरित बताया है और कहा कि यही भावना हमें देश के विकास के लिए प्रेरित करती है। श्री मोदी ने सोमवार को विडियो कांफ्रेंस के जरिए पंढरपुर तीर्थस्थल पर श्रीसंत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग और संत तुकाराम महाराज पालकी मार्ग का शिलान्यास किया। यहां भगवान की विष्णु विठ्ठल रूप में आराधना की जाती है। श्री मोदी ने इस अवसर पर वहां वीडियो के जरिए जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “भगवान विट्ठल का दरबार हर किसी के लिए समान रूप से खुला है। और जब मैं सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास कहता हूं, तो उसके पीछे भी तो यही भावना है।” उन्होंने कहा कि पंढ़रपुर में अलग अलग मार्गों पर चलने वाली पालकी यात्राओं का गंतव्य एक ही होता है। उन्होंने कहा, “ये भारत की उस शाश्वत शिक्षा का प्रतीक हैं जो हमारी आस्था को बांधती नहीं, बल्कि मुक्त करती है। ये हमें सिखाती है कि मार्ग अलग अलग हो सकते हैं, पद्धतियाँ और विचार अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य एक होता है।’ श्री मोदी ने कहा, ‘अंत में सभी पंथ ‘भागवत पंथ’ ही हैं।’ उनहोंने कहा, ‘यही भावना हमें देश के विकास के लिए प्रेरित करती है, सबको साथ लेकर, सबके विकास के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि वह पंढरपुर की सेवा को साक्षात् श्री नारायण हरि की सेवा मानते हैं।’श्री मोदी ने कहा यह वह भूमि है, जिसके बारे में संत नामदेव जी महाराज ने कहा है कि पंढरपुर तबसे है जब संसार की भी सृष्टि नहीं हुई थी। मोदी ने कहा कि वह पंढरपुर को देश को सबसे स्वच्छ और सुंदर तीर्थस्थलों में देखना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने जनभागीदारी का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं भविष्य में पंढरपुर को भारत के सबसे स्वच्छ तीर्थ स्थलों में देखना चाहता हूं। यह काम भी जनभागीदारी से ही होगा, जब स्थानीय लोग स्वच्छता के आंदोलन का नेतृत्व अपनी कमान में लेंगे, तभी हम इस सपने को साकार कर पाएंगे।’
मंगलवार, 9 नवंबर 2021
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास : मोदी
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