ग्लासगो, नौ नवंबर, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति एवं 2015 के पेरिस जलवायु समझौते में अहम भूमिका निभाने वाले बराक ओबामा ने हताश जलवायु कार्यकर्ताओं से अपनी लड़ाई जारी रखने की यहां अपील की। ओबामा ने जलवायु के प्रति सजग युवाओं से यहां कहा, ‘‘कुछ नतीजों के चलते आंदोलन की सफलता प्रभावित नहीं होनी चाहिए।’’ वह यहां ग्लासगो के स्ट्रैथक्लाइड यूनिवर्सिटी के छात्रों व अन्य लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में एक सांसद, एक फिल्मनिर्माता, कारोबारी और कार्यकर्ता समूहों के प्रमुख आदि शामिल थे। राष्ट्रपति का कार्यकाल समाप्त होने के पांच साल बाद भी ओबामा (60) नरमपंथी युवाओं में अपना प्रभाव रखते हैं। ओबामा ने कहा, ‘‘सवाल यह है कि वे देश कहां हैं जो सचमुच में हमारी उम्मीदों पर खरा उतरे हैं?’’ उन्होंने राष्ट्रपति रहने के दौरान अमेरिका को नवीकरणीय ऊर्जा के पथ पर अग्रसर किया था, जबकि उनमें से कई कार्यक्रमों को डोनाल्ड ट्रंप ने वापस ले लिया। वहीं, यूंगांडा की जलवायु कार्यकर्ता वेनेसा नकाते ने सोमवार को ट्वीट किया कि वह उस वक्त 13 साल की थी जब ओबामा के नेतृत्व में अमेरिका और अन्य अमीर देशों ने गरीब देशों को ‘ग्लोबल वार्मिंग’ से लड़ने के लिए 100 अरब डॉलर प्रति वर्ष देने का वादा किया था लेकिन उन राष्ट्रों ने वादा तोड़ दिया। उन्होंने कहा, ‘‘वह पूर्व राष्ट्रपति पर प्रहार नहीं कर रही है, लेकिन वह सच बोल रही है। धन मुहैया करने का वादा किया गया लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया।’’
मंगलवार, 9 नवंबर 2021
ओबामा ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की अपील की
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