बिहार : जातिगत जनगणना पर बेवकूफ बना रहे नीतीश और भाजपा : तेजस्वी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 9 जनवरी 2022

बिहार : जातिगत जनगणना पर बेवकूफ बना रहे नीतीश और भाजपा : तेजस्वी

nitish-bjp-cheted-bihar-tejaswi
पटना 09 जनवरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं पर बिहार में जातिगत जनगणना के मुद्दे पर लोगों को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाया। श्री यादव ने रविवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार को बिहार में जातिगत जनगणना कराने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा में दो बार जाति जनगणना का प्रस्ताव पारित हुआ इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की जरूरत ही नहीं है। प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार के नेतृत्व में सभी दल के प्रतिनिधिमंडल ने पिछले साल 23 अगस्त को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उनसे जाति आधारित जनगणना नहीं कराने के केंद्र के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के अनुरोध के बावजूद इस मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का रुख नहीं बदला। श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने बिहार में अपने संसाधान से जाति आधारित जनगणना कराने के मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा एक महीने से पहले की थी लेकिन अभी तक ऐसी कोई बैठक नहीं बुलायी गयी है। उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि जातिगत जनगणना कराने में श्री कुमार की कोई दिलचस्पी नहीं है और सर्वदलीय बैठक नहीं बलाया जाना उनकी अनिच्छा का प्रमाण है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि जातिगत जनगणना और बिहार को विशेष दर्जा देने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री श्री कुमार का खोखलापन उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि यह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव थे जिन्होंने सबसे पहले जाति जनगणना की मांग उठाई थी और जातिगत जनगणना के लिए सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से सड़कों पर संघर्ष किया था।

कोई टिप्पणी नहीं: