बिहार : पाटलिपुत्र अंचल के वार्ड नम्बर-0 1 में दांवपेच शुरू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022

बिहार : पाटलिपुत्र अंचल के वार्ड नम्बर-0 1 में दांवपेच शुरू

  • पटना नगर निगम के पाटलिपुत्र अंचल के वार्ड नम्बर-01 में दांवपेच पर प्रकाश डाल रहे हैं आलोक कुमार

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पटना. पटना नगर निगम के पाटलिपुत्र अंचल में है वार्ड नम्बर-0 1.इस समय वार्ड पार्षद हैं छठिया देवी.वह 2017 के चुनाव में विजयी हुई है.इस बार भी छठिया देवी मैदान मारने को आतुर हैं.जानकार लोगों का कहना है कि इस बार छठिया देवी के लिए जीत का परचम लहराने की राह आसान नहीं है.मजबूत दावेदार रामजी चौधरी चुनौती देने लगे है.वर्तमान पार्षद की नाकामयाबी कार्यों का ताजमहल बनाने लगे है.नाकामयाब कार्यों का मुद्दा बनाकर भावी प्रत्याशी रामजी चौधरी धरातल पर कामयाबियों की बुनियाद डालने लगे हैं.हालांकि पटना नगर निगम का चुनाव अधिसूचना प्रकाशित होने में विलम्ब है. बताते चले कि पटना नगर निगम में कुल छह अंचल है.नूतन राजधानी अंचल, पाटलिपुत्र अंचल, बांकीपुर अंचल, अजीमाबाद अंचल, कंकड़बाग अंचल और पटना सिटी अंचल.इन छह अंचल में कुल 75 वार्ड है.नूतन राजधानी अंचल और पाटलिपुत्र अंचल में 16-16 वार्ड है. बांकीपुर अंचल और अजीमाबाद अंचल में 12-12 वार्ड है. कंकड़बाग अंचल में 11 वार्ड और सबसे कम पटना सिटी अंचल में 8 वार्ड है.पटना नगर निगम का चुनाव 2017 में हुआ था. अब 5 साल पूरा होने वाला है. अप्रैल-मई  2022 में वार्ड पार्षदों का चुनाव प्रस्तावित है.इस बार मेयर और उप मेयर का भी चुनाव सीघे वोटर ही करेंगे. पाटलिपुत्र अंचल में 1, 2, 5, 6, 7, 8, 20, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 22 ए, 22 बी व 22 सी वार्ड शामिल है.इन वार्डो में भावी प्रत्याशी बैनर लगाना शुरू कर दिये है.इसमें भावी प्रत्याशी रामजी चौधरी पीछे नहीं है.कई जगहों में भीमकाय बैनर लगाये हैं.इसमें शिवरात्रि की शुभकामनाएं दिए हैं.राजनीतिज्ञों की तरह लिखे हैं 'यही है जनता की पुकार  रामजी चौधरी अबकी बार'.2017 में कुछ मतों से पराजित होने के बाद भावी प्रत्याशी 2022 में किस्मत अजमाने मैदान में हैं.इस बार पूर्व पार्षद का समर्थन मिल रहा है.


वर्तमान पार्षद की नाकामयाबी कार्यों का मुद्दा बनाकर धरातल पर कामयाबियों की बुनियाद डालने वाले भावी प्रत्याशी रामजी चौधरी कहते हैं कि दीघा हाट पर स्थित सेंट्रल बैंक के पीछे गली में बिजली का खंभा लगवा रहे हैं.कुल आठ खंभे है.आदर्श कॉलोनी में लगेगा.सत्य की जांच करने पर पता चला कि 6 खंभे लगा दिये गये है.2 भी लगेगा.उसके बाद बिजली तार का संयोजन कर दिया जाएगा.आदर्श कॉलोनी के लोग खुश हैं.भावी प्रत्याशी रामजी चौधरी का नाम लेकर कहते हैं कि उन्होंने आदर्शपूर्ण कार्य कर रहे हैं. बता दें कि पटना नगर निगम का चुनाव सिर पर है.पटना नगर निगम में 75 है.जिसपर अप्रैल-मई में चुनाव होना है.इस बार जनता जनार्दन को वार्ड पार्षदों के साथ- साथ सीधे मेयर और डिप्टी मेयर को भी चुनना है.अभी से ही मेयर और डिप्टी मेयर पद का भावी प्रत्याशियों का नामों की घोषणा होने लगी है.सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू राय ने वर्तमान डिप्टी मेयर रजनी देवी को मेयर पद का प्रत्याशी घोषित कर बाजी मार दिये है. कहा जाता है कि मेयर सीता साहू ने अंतिम समय में रजनी देवी को मैदान में उतार कर नया दाव चला, जिसके बाद विरोधी चारों खाने चित्त हो गए. मजेदार बात ये है कि ये वही रजनी देवी हैं, जिन्होंने 2017 में मेयर सीता साहू को मेयर चुनाव में चुनौती दी थी. लेकिन  अंतिम समय में मेयर सीता साहू की तरफ से रजनी देवी को मैदान में उतारे जाने के बाद विपक्षी पार्षद भी हैरान रह गए.


इस बीच बिहार सरकार ने बिहार नगरपालिका (संशोधन) अध्यादेश, 2022 जारी कर बिहार नगरपालिका से जुड़े जनप्रतिनिधियों के अधिकारों को छीनकर मेयर और डिप्टी मेयर के प्रत्यक्ष चुनाव का फैसला लिया है. नए अध्यादेश से शहरी स्वायत्त शासन के शक्तियों के विकेंद्रीकरण की जगह केंद्रीयकरण होगा. पटना नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है. पूर्व डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता ने कहा कि बिहार सरकार के कैबिनेट में यह कानून पास कर दीं गई है लेकिन यह न्याय संगत नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री का चुनाव लोकसभा के सदस्य और मुख्यमंत्री का चुनाव विधानसभा के सदस्य करते हैं. ठीक उसी प्रकार से नगर निकाय चुनाव में निगम पार्षद ही मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव कर सकते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो मेयर, डिप्टी मेयर और निगम पार्षदों का चुनाव भी दलीय आधार पर होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि यह बात सही है कि पार्षदों के द्वारा मेयर या डिप्टी मेयर का चुनाव में पैसों का बंदरबांट होता है लेकिन चुनाव अगर दलीय आधार पर हो तो निष्पक्ष वातावरण में भयमुक्त चुनाव होगा. नगर निकाय कानून में जो नया अध्यदेश की मंजूरी बिहार सरकार के कैबिनेट से पास होकर राजपाल द्वारा मंजूरी दी गई है, उसपर विचार करने की जरूरत है. वर्तमान वार्ड पार्षदों को पराजित करने के लिए भावी प्रत्याशियों ने कमर कंस लिये हैं. शीतलहर और कड़ाके की ठंड के कारण प्रदेश में गरीबों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.समय रहते सरकार के द्वारा पटना नगर निगम क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड को देखते हुए युद्धस्तर पर गरीबों के बीच कंबल वितरण नहीं किया गया.इसके आलोक में भावी वार्ड पार्षदों ने गरीब आदमियों के बीच कंबल बांटने की जिम्मेवारी ले ली है.ऐसे लोगों के प्रयास से किसी की मौत ठंड के कारण नहीं हुई है.

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