जनजाति के लोगों को धर्मांतरण के बाद आरक्षण का लाभ नहीं ? - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा , झंडा ऊँचा रहे हमारा। देश की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों को अनेकानेक शुभकामनाएं व बधाई। 'लाइव आर्यावर्त' परिवार आज़ादी के उन तमाम वीर शहीदों और सेनानियों को कृतज्ञता पूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन करता है। आइए , मिल कर एक समृद्ध भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। भारत माता की जय। जय हिन्द।

मंगलवार, 29 मार्च 2022

जनजाति के लोगों को धर्मांतरण के बाद आरक्षण का लाभ नहीं ?

no-tribe-reservation-after-change-religion-bidhuri
नयी दिल्ली, 29 मार्च, लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद ने धर्मांतरण करने वाले अनुसूचित जनजाति के सदस्यों को आरक्षण का लाभ नहीं दिये जाने की मांग उठाई। वहीं, आरएसपी के एक सदस्य ने एलआईसी एजेंटों को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के दायरे में लाने का अनुरोध किया। सदन में नियम 377 के तहत अपना विषय रखते हुए भाजपा के सुभाष बहेड़िया ने कहा कि धर्मांतरण करके मुसलमान और ईसाई बन गये अनुसूचित जनजाति के लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन ने कहा कि देशभर में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के हजारों एजेंटों के सामने अनेक समस्याएं हैं और सरकार को उन्हें ईएसआईसी के दायरे में लाने के श्रम और रोजगार मंत्रालय के पास विचाराधीन प्रस्ताव पर जल्द फैसला लेना चाहिए। वहीं, भाजपा के सुदर्शन भगत ने ओडिशा के गुमला में साल और महुआ के वृक्षों की बहुतायत को रेखांकित करते हुए इनके बीजों से खाद्य तेल निकालने के लिए क्षेत्र में प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने की मांग की। भाजपा के रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली न्यायिक सेवा और उच्च न्यायिक सेवाओं में ओबीसी समुदाय के लोगों को 27 प्रतिशत आरक्षण को लागू कराने की जरूरत बताई। द्रमुक की टी सुमति ने कहा कि तमिलनाडु में चेन्नई से कन्याकुमारी तक समुद्र तटों की सफाई की जरूरत है।

कोई टिप्पणी नहीं: