प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत स्वीकृत किये जाने वाली राषि ग्रामीण क्षेत्र में भी शहरी क्षेत्र के मान से दी जाये - भार्गव
विदिशाः- विदिशा विधायक शशांक भार्गव ने प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री म.प्र. शासन को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत जो आवास स्वीकृत किये जा रहें है जिसके अंतर्गत शहरी क्षेत्र में प्रति आवास 2.70 लाख रूपये की राषि हितग्राही को दी जाती हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्र में प्रति हितग्राही 1.35 लाख दी जाती है। उन्होने कहा कि आज की स्थिति में शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में आवास निर्माण कराया जाना काफी महंगा है। सम्पूर्ण निर्माण सामग्री जिसमें लोहा, सीमेंट, गिट्टी एवं अन्य सहायक सामग्री शहर से ही परिवहन होकर ग्रामों में जाती है। वही दूसरी ओर पेट्रोल एवं डीजल के भाव अधिक होने से परिवहन खर्च भी काफी अधिक हो गया है। ऐसी परिस्थितियों में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियो को अपने आवास निर्माण कराने हेतु दी जा रहे राशि ऊंट के मुह में जीरे के समान सिद्ध हो रही है। उन्होने अपने पत्र में कहां कि एक बात विषेष रूप से ध्यान देने योग्य वर्ष 2011 से आवास योजना का कार्य प्रारंभ हुआ था उस समय लोहे के दाम प्रति क्विंटल 3800 रूपये थे जो आज की स्थिति में 9500 रूपये हैं उस समय सीमेंट के दाम प्रति बोरी 150 रूपये थे जो आज प्रति बोरी 350 हैं ठीक इसी प्रकार अन्य सहायक सामग्रीयों के दाम दुगने से अधिक होने से ग्रामीण क्षेत्र में 1.35 लाख में गरीब हितग्राही अपना कच्चा मकान तोडकर अल्प राषि में अधूरे आवास का ही निर्माण करा पा रहा है एवं उसे ऐसी स्थिति में बेघर होने की स्थिति का सामना भी करना पड रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों आवास अपूर्ण स्थिति में हैं। उन्होने कहा कि वर्ष 2011 में निर्माण सामग्री की दरों में एवं आज की स्थिति में निर्माण सामग्री की दरों में व्यापक अंतर को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत स्वीकृत राषि 1.35 लाख में वृद्धि कर 2.70 लाख की जाये जिससे की ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर आवास हितग्राहीयों को उनकी अधूरी कुटीर पूर्ण हो सके।
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प्राकट्य पर्व कार्यक्रम आज, नागरिकों से आयोजन में शामिल होने की अपील
आमंत्रण-
कलेक्टर श्री भार्गव ने जिले के सभी गणमान्य नागरिकों, पत्रकार बंधुओं से आह्वान किया है कि रविवार 10 अप्रैल की सांय सात बजे विदिशा शहर के श्री रामलीला मैदान में आयोजित प्राकट्य पर्व कार्यक्रम में सपरिवार शामिल होकर कलाकारों की हौसला अफजाई करें।
शीला त्रिपाठी (बघेली लोक गायिका) का संक्षिप्त परिचय-
संगीत की प्राथमिक शिक्षा अपने पिता श्री मुनीद्र प्रसाद मिश्रा जो की विन्ध्य क्षेत्र के प्रसिद्ध संगीतकार से प्राप्त की, तत्पश्चात श्री डीके सक्सेना अकाशवाणी से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा प्राप्त की मेरे द्वारा अनेक संगीत के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां प्राप्त की गई। जो निम्नानुसार हैं, विभिन्न आकाशवाणी केंद्रों के अलावा युवा उत्साव 1998 में गायन। युवा उत्साव 2000 में गायन। अनेक शासन स्तरीय संगीत बैठकों में अपनी प्रस्तुती देने का अवसर प्राप्त हुआ जिनमें सिंहस्थ महाकुम्भ वर्ष 2016 उज्जैन मध्यप्रदेश, लोकरंग समारोह वर्ष 2017 भोपाल, बादल राग, भारत भवन भोपाल वर्ष 2017, श्रुती समारोह वर्ष 2017 जनजाति संग्रहालय भोपाल उत्तराधिकार, जनजाति सग्रहलय भोपाल वर्ष 2019, नाबार्ड द्वारा आयोजित उमंग समारोह होटल पलास रेसीडेन्सी भोपाल वर्ष 2020,महाशिवरात्री महोत्सव, त्रिवेणी संग्रहालय उज्जैन वर्ष 2021,सिद्धा समारोह, जनजातिय संग्रहालय वर्ष 2021, इसके अलावा मेरे द्वारा आकाशवाणी भोपाल एवं दूरदर्शन भोपाल में नियमित कलाकार के रूप में समय-समय पर प्रस्तुती दी जा रही है। साथ ही स्वराज हिन्दी न्यूज चैनल में देवी गीतों की उनकी एक श्रृंखला प्रसारित की गई है, साथ ही आदिवासी एवं लोककला तथा बोली विकास एकेडमी भोपाल द्वारा संचालित जनजाति संग्रहालय में 100 से अधिक बघेली लोक गीतों की रिकॉडिंग की गई।
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