सीहोर (मध्य प्रदेश) की खबर 10 अप्रैल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 10 अप्रैल 2022

सीहोर (मध्य प्रदेश) की खबर 10 अप्रैल

एसपीएल-4 के खिताबी मुकाबले में काका लायंस को हराकर क्रिसेंट वारियर्स बनी विजेता

  • जीत के लिए एक ओवर में बारह रन चाहिए थे काका लायंस को

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सीहोर। शहर के बीएसआई मैदान पर स्व. प्रमोद पटेल की स्मृति में खेली गई एसपीएल-4 टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के रोमांचक खिताबी मुकाबले में शहर के प्रतिभाशाली हरफनमौला खिलाड़ी राज राय की 49 रन की विस्फोटक पारी और तीन विकेट की सटीक गेंदबाजी की बदौलत क्रिसेंट वारियर्स ने मैच के अंतिम ओवर में काका लायंस को आठ रन के नजदीकी मुकाबले में हराकर ट्राफी पर कब्जा किया। पल-पल बदलते इस मैच में काका लायंस को मैच के अंतिम ओवर में 12 रन की जरूरत थी, लेकिन टीम 19.4 ओवर में 10 विकेट खोकर 166 रन पर सिमट गई। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अतुल तिवारी, वीरु वर्मा, राकेश शर्मा, मनोज दीक्षित मामा, महेन्द्र शर्मा, आशीष शर्मा, हेमंत केसरिया, संजय पटेल, मदन कुशवाहा, संजय पेशवानी, रुपेश पारोचे, मोहनिश त्रिवेदी, चेतन मेवाड़ा, अतुल त्रिवेदी आदि ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। रविवार को खेले गए प्रतियोगिता के फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी क्रिसेंट वारियर्स की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट खोकर 174 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। जिसमें राज राय ने 49 रन, आशीष शर्मा, 36 रन, चेतन मेवाड़ा 25 रन और आदर्श राय ने 18 रन की पारी खेली थी। इधर काका लायंस की ओर से गेंदबाजी करते हुए मोहनिश त्रिवेदी, शुभम राठौर, हेमंत केसरिया, अमित शर्मा और सरवेन्द्र ने एक-एक विकेट हासिल किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी काका लायंस की पूरी टीम 19.4 ओवर में 166 रन पर ढेर हो गई। इसमें हेमंत केसरिया 38 रन, आदित्य अग्रवाल 33 रन, मोहनिश त्रिवेदी 31 रन और सुनील जलोदिया ने 23 रन की पारी खेली। इसके अलावा क्रिसेंट वारियर्स की ओर से उज्जवल पालीवाल-राज राय ने तीन-तीन विकेट हासिल किए और दो विकेट आदर्श राय ने लिए। डीसीए के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि फाइनल मैच का मैन आफ द मैच राज राय को उनके दोहरे प्रदर्शन की बदौलत दिया गया। इसके अलावा मैन आफ द सीरिज का पुरस्कार हेमंत केसरिया को 176 रन और दस विकेट लेने पर दिया गया। वहीं श्रेष्ठ बल्लेबाज आदर्श राय रहे। जिन्होंने 235 रन बनाए थे, गेंदबाज के रूप में सटीक गेंदबाज चेतन मेवाड़ा ने 14 विकेट हासिल किए। इसके अलावा अंत में प्रतियोगिता में शामिल टीमों के मालिकों में महेन्द्र शर्मा काका लायंस, अतुल तिवारी क्रिसेंट वारियर्स, वीरु वर्मा कृष्णा ब्लास्टर और यंग स्टार के संजय पेशवानी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। 


नौ दिवसीय श्रीराम कथा में सजाई भगवान शिव और माता पार्वती की झांकी

  • श्रद्धा व विश्वास का मिलन हैं शिव-पार्वती का विवाह-108 श्री उद्धव दास महाराज

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सीहोर। भगवान शिव विश्वास के प्रतीक हैं और पार्वती श्रद्धा की प्रतीक हैं। श्रद्धा और विश्वास का सम्मिलन ही शिव और पार्वती का विवाह है। विवाह के उपरांत ही मां पार्वती शिव को प्रसन्न करती हैं और शिवजी श्री राम कथा प्रारंभ करते हैं। राम कथा और श्रीराम जी के जन्म दोनों का प्रत्यक्ष रूप से दर्शन करने का अवसर मानव के जीवन में बड़े भाग्य के बाद आता है। शिव-पार्वती का विवाह श्रद्धा और विश्वास का मिलन है। उक्त विचार शहर के चाणक्यपुरी विश्वनाथपुरी में श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर समिति के तत्वाधान में जारी नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा में 108 श्री उद्धव दास महाराज ने कही। इस मौके पर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का वर्णन किया गया और सुंदर झांकी भी सजाई गई। महाराज ने कहा कि जब मनुष्य श्रद्धा और विश्वासपूर्वक भगवान का भजन करता है तभी उसकी भक्ति सफल होती है। उन्होंने भगवान शिव के दूल्हे वाले स्वरूप का वर्णन किया। कहा कि भगवान शिव ने जटा का मुकुट बनाया। जटा बालों की बनाई। बालों का जन्म सर पर होता है, वहीं विचारों का जन्म भी सर से हीं होता है। भगवान शिव कल्याण के देवता हैं। शिव जी बताना चाहते हैं कि जिस प्रकार बालों को समेट कर जटा बना दिया गया है उसी प्रकार अपने विचारों को भी इधर-उधर बिखरने नहीं देना चाहिए। अपने विचारों को भी जगत से समेट कर जगदीश में लगा लेना चाहिए। यह कल्याण का मूल मंत्र है। भगवान की सादगी और मनमोह लेने वाली छवि के कारण ही देवों के देव महादेव कहलाते है भगवान शंकर। उन्होंने कहा कि जितनी देर सत्संग में बैठा जाए मन की एकाग्रता के साथ सुना जाए। मनुष्य जीवन में अति आवश्यकता है भगवान की कथा श्रवण की। सती जी का जब दूसरा जन्म पार्वती जी के रूप में हुआ तब भगवान शिव के साथ विवाह हुआ। पार्वती जी है श्रद्धा। भगवान शंकर है विश्वास। दोनों का विवाह के माध्यम से मिलन ही मानो संकेत करता है कि जब तक साधक के हृदय में श्रद्धा रूपी पार्वती और विश्वास रूपी शिव का मिलन नहीं होगा तब तक उसके हृदय में श्री राम भक्ति का उदय नहीं हो सकता। 


आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं शिवसेना के कार्यकर्ता 


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सीहोर । पंजाब जीत के बाद और दिल्ली में किए गए काम से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेने की मध्यप्रदेश में लहर है मध्यप्रदेश में व्यापारी,किसान,मजदूर समाजसेवी और आमजन लोग आम आदमी पार्टी को अपनी प्राथमिकता के तौर पर चुन रहे हैं पूर्व में शिवसेना के जिला अध्यक्ष एवं बाबा भीमराव अंबेडकर चल समारोह अध्यक्ष रहे चेतन कुमार वास्तवार (गन्नू भाई) ने प्रदेश कार्यालय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह के नेतृत्व में प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत पटेल प्रदेश प्रवक्ता श्याम वर्मा जिला उपाध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान, इंजी. कृष्णपाल सिंह बघेल (प्रदेश मीडिया प्रभारी, विधानसभा क्षेत्र सीहोर) की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली। सदस्यता पश्चात चेतन ने कहा कि मैं आम आदमी पार्टी की देश के प्रति नीति और कामों से प्रभावित हूं और मैं  अरविंद केजरीवाल को देश का प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहता हूं और सीहोर जिले में आम आदमी पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पार्टी की नीति रीति के लिए काम करूंगा। सदस्यता कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष ग्रामीण दिलीप सिंह दांगी, जिला अध्यक्ष यूथ विंग राजेश मालवीय, जिला उपाध्यक्ष गजाधर सिंह जाट, जिला कोषाध्यक्ष एचपी मल्होत्रा, आदि अन्य सभी साथी उपस्थित रहे 


भंडारे में पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसादी की ग्रहण


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सीहोर। शहर के विश्राम घाट मां चौसट योगिनी मरीह माता मंदिर में जारी नौ दिवसीय दिव्य यज्ञ का समापन रविवार को रामनवमी पर किया गया। इस मौके पर सुबह यज्ञ में पूर्णाहुतियां दी गई और उसके पश्चात पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। भंडारे का आयोजन देर शाम तक चलता रहा। करीब एक क्विंटल से अधिक फूलों के द्वारा माता का विशेष श्रृंगार किया गया था। सुरक्षा के मद्दे नजर प्रशासन द्वारा पुलिस बल भी तैनात किया गया है। वहीं, मनोकामना की पूर्ति के लिए मंदिर में दर्शन पूजन चलता रहा। लाइन में लगे श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए। इस दौरान मंदिर में माता के जयकारे गूंजते रहे। वहीं, मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं द्वारा हवन पूजन भी किया गया। इसके साथ ही तमाम श्रद्धालुओं ने इस मौके पर मंदिर में आई कन्याओं का भी पूजन किया। इससे पहले मंदिर परिसर में हर साल की तरह इस साल भी शनिवार-रविवार की देर रात्रि को सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर निशा आरती में शामिल होकर धर्म का लाभ लिया। करीब 150 सालों से माता के दरबार में निशा आरती होती है और उसके पश्चात भंडारे का आयोजन होता है। पिछले दो सालों से कोरोना महामारी के कारण कन्या भोज आदि होते थे, लेकिन दो साल बाद हुए भंडारे में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।


हवन और भंडारे में उमड़ा आस्था का सैलाब

चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रसिद्ध मरीह माता मंदिर में जहां पर जारी नौ दिवसीय हवन के दौरान पंडित उमेश शर्मा, मनोज दीक्षित मामा, मंदिर के व्यवस्थापक गोविन्द मेवाड़ा सहित अन्य श्रद्धालुओं ने मां सिद्धिदात्री का आह्वान करते हुए यज्ञ में आहुतियां दी। इसके पश्चात सुबह दस बजे से भंडारे का आयोजन किया गया था। जिसमें शाम तक पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। पंडित श्री शर्मा ने बताया कि नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां सिद्धिदात्री भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं और उन्हें यश, बल और धन भी प्रदान करती हैं। शास्त्रों में मां सिद्धिदात्री को सिद्धि और मोक्ष की देवी माना जाता है। मां सिद्धिदात्री के पास अणिमा, महिमा, प्राप्ति, प्रकाम्य, गरिमा, लघिमा, ईशित्व और वशित्व यह 8 सिद्धियां हैं।  मां सिद्धिदात्री महालक्ष्मी के समान कमल पर विराजमान हैं। मां के चार हाथ हैं। मां ने हाथों में शंख, गदा, कमल का फूल और च्रक धारण किया है। मां सिद्धिदात्री को माता सरस्वती का रूप भी मानते हैं।


मतदाता सूची में नाम जुड़वाने-हटवाने की अंतिम तिथि आज


नगरीय निकायों की फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण कार्यक्रम में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, संशोधन कराने तथा मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए आज अंतिम तिथि है। मतदाता निर्धारित प्रपत्र में दावा-आपत्ति संबंधित बीएलओ के पास जमा कर सकते हैं। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रारूप ईआर-1, सूची से नाम हटवाने के लिए प्रारूप ईआर-2, संशोधन के लिए प्रारूप ईआर-3 तथा अपील के लिए प्रारूप ईआर-4 में आवेदन करना होगा। दावा आपत्ति केन्द्रों पर दावे-आपत्ति आज अपरान्‍ह 3 बजे तक लिए जाएंगे। प्राप्त दावा-आपत्तियों का निराकरण 16 अप्रैल 2022 तक संबंधित रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता सूची का सार्वजनिक स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन  25 अप्रैल 2022 को किया जाएगा।


राज्य स्तरीय खेलवृत्ति के लिए आवेदन 31 मई तक


मध्‍यप्रदेश शासन के खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 के मध्य आयोजित अधिकृत राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पदक विजेता जिले के प्रतिभावान खिलाड़ियों से वर्ष 2022 की राज्य स्तरीय खेलवृत्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। अधिकृत राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 10,000 रूपये, रजत पदक पर 8,000 रूपये एवं कास्य पदक पर 6,000 रूपये खेलवृत्ति राशि प्रदान करने का प्रावधान हैं। वर्ष 2022 की खेलवृत्ति हेतु आवेदन 31 मई तक स्वीकार किए जा सकेंगे। खेलवृत्ति हेतु निर्धारित दिशा निर्देश व नियमावली विभागीय वेबसाइट www.dsywmp.gov.in पर उपलब्ध है।


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बढ़ाई विवाद से विश्वास योजना की अवधि


मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बिना सम्मति प्राप्त संचालित उद्योगों और संस्थानों के लिये लागू ’विवाद से विश्वास’ योजना की अवधि 30 अप्रैल, 2022 तक बढ़ा दी है। पूर्व में यह अवधि एक जनवरी से 31 मार्च, 2022 तक थी। मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि ऐसे उद्योग, जिनके द्वारा कभी भी सम्मति नहीं ली गई है, उनको प्रथमतः स्थापना सम्मति प्राप्त करनी होगी। साथ ही जिन उद्योगों ने स्थापना और उत्पादन की सम्मति ली है, लेकिन उसका नवीनीकरण नहीं कराया है, वे भी उक्त योजना अवधि में आवेदन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। एक जनवरी से 31 मार्च, 2022 तक की अवधि में सम्मति आवेदन करने वाले उद्योगों पर पूर्व वर्षों की अवधि के लिये देय स्थापना, उत्पादन सम्मति की शुल्क दरें वर्तमान विनिधान राशि पर देय होंगी। विलंब शुल्क देय नहीं होगा।


साढ़े पाँच हजार करोड़ से लोक निर्माण करायेगा एक हजार निर्माण कार्य, जिला मार्ग और बाढ़ग्रस्त संरचनाओं का पुनर्निमाण होगा प्राथमिकता


लोक निर्माण विभाग इस वित्त वर्ष में साढ़े पाँच हजार करोड़ रूपये की लागत से एक हजार निर्माण कार्य करायेगा। इनमें प्रमुख रूप से जिला सड़क मार्गों का मजबूतीकरण और अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त संरचनाओं के पुनर्निमाण कार्य को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई ने उक्त कार्यों के प्राक्कलन और डी.पी.आर. प्रमुख अभियंताओं के माध्यम से राज्य शासन को भेजे जाने के निर्देश दिये हैं। प्रमुख सचिव श्री मंडलाई ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में अपरीक्षित मद में साढ़े पाँच हजार करोड़ रूपये का आवंटन उपलब्ध कराया गया है। इसमें विभिन्न श्रेणी, योजना मद के कार्य कराये जाना है। सभी मुख्य अभियंता अप्रैल माह में शामिल कार्यों के प्राक्कलन और डी.पी.आर. विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रमुख अभियंता के माध्यम से भेजना सुनिश्चित करें।


युवाओं हेतु स्थापित पुरस्कारों के लिए प्रस्ताव 10 मई तक भेजें


युवाओं के लिए स्थापित पुरस्कारों यथा कबीर, शंकराचार्य, गुरु नानक, गौतम बुद्ध, रहीम राज्य सम्मान के प्रस्ताव 10 मई 2022 तक आमंत्रित किए गए हैं । जिला स्तर पर प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों के संबंध में पुरस्कार नियमों का उल्लेख किया गया है। इस सम्बन्ध में निर्देश दिए गए हैं कि 10 मई तक प्राप्त आवेदनों को रजिस्टर में तिथिवार पंजीकृत कर अंकित किया जाए। उक्तावधि के पश्चात प्राप्त आवेदन को स्वीकार नहीं किया जाए। आवेदन पत्रों में दर्शाई गई घटना कार्य उनकी जांच कराई जाए तथा पात्रतानुसार समिति द्वारा बैठक में जांच रिपोर्ट विचारार्थ रखे जाकर समिति की अनुशंसा की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उक्त कार्यवाही के उपरांत समिति की बैठक के कार्यवाही विवरण के साथ आवश्यक प्रस्ताव स्पष्ट अभिमत सहित 30 जून 2022 तक अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय भोपाल को अनिवार्य रूप से भेजने की व्यवस्था की जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जिन नामों का प्रस्ताव अनुशंसा की जाए उनकी प्रतिभा कार्यों की पहचान कम से कम जिले स्तर पर होनी चाहिए। 30 जून 2022 के पश्चात प्राप्त होने वाले प्रस्तावों पर विचार किया जाना संभव नहीं होगा।


लू से बचने के लिए जन सामान्य को आवश्‍यक सलाह


वर्तमान समय में तापमान में तेजी से वृद्धि हुई है,गर्म हवाएं चलने लगी हैं, जिसके कारण लू लगने की आशंका बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लू से बचने के लिए जन सामान्य को ज्यादा समय तक घर में रहने एवं अनावश्यक बाहरना निकलने की सलाह दी गई है। आमजन अति आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें । घर से बाहर निकलते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, खाली पेट घर से बाहर न जायें, इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास पानी जरूर पियें। लू से बचाव के लिए देशी घरेलू उपाय आम का पना, नीबू का पानी एवं प्याज के रस का उपयोग करें । बाहर निकलते समय सूती कपड़े से चेहरा और सर ढक़कर रखें तथा पानी साथ में जरूर रखें। पहनने के लिए सूती कपड़ों का अधिक उपयोग करें। अगर लू के लक्षण जैसे मितली आने, गला सूखने तथा बुखार का प्रकोप होने जैसा लगे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करके उचित उपचार करायें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठन्डे वातावरण से गरम या गरम वातावरण से ठण्डे में अचानक न जाने की भी सलाह दी गई है।


तेंदूपत्ता संग्राहकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए मदद का प्रावधान


एकलव्य शिक्षा विकास योजना’ में प्रदेश के वन क्षेत्रों में निवासरत तेन्दूपत्ता संग्राहकों के होनहार बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा संस्थानों में प्रवेश और उनके शिक्षा व्यय की प्रतिपूर्ति की जाती है। तेन्दूपत्ता संग्राहक के लिए यह जरूरी है कि पिछले 5 वर्ष में कम से कम तीन वर्षों में न्यूनतम एक मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया हो। फड़ मुंशी और समिति प्रबंधक द्वारा कम से कम तीन वर्षों तक तेन्दूपत्ता सीजन में कार्य करने पर तेंदूपत्ता संग्राहक के बच्चों की शिक्षा के लिए सहायता दी जाती है। बच्चों को योजना का लाभ लेने के लिए पिछली वार्षिक परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक लाना जरूरी है। इस सहायता योजना में व्यवसायिक कोर्स के विद्यार्थियों को वार्षिक 50 हजार रूपये दिए जाते हैं । गैर तकनीकी स्नातक विद्यार्थियों को 20 हजार रूपये, कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को 15 हजार रूपये और कक्षा 9वीं एवं 10वीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को 12 हजार रूपये की वार्षिक सहायता दी जाती है ।


भू अर्जन प्रकरण साफ्टवेयर पर फीड करने के निर्देश


कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं भू-अर्जन अधिकारी को निर्देश दिए गए है कि नवीन भूमि अर्जन राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम एवं आपसी सहमति से कय नीति के तहत निराकृत अधिनियम 2013, एवं प्रचलित भू अर्जन प्रकरणों की जानकारी विहित साफ्टवेयर पर फीड की जाए। अब तक नवीन भूमि अर्जन अधिनियम 2013, राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम एवं आपसी सहमति से क्रय नीति के तहत निराकृत करें प्रचलित भू-अर्जन प्रकरणों की जानकारी से अवगत कराएं।


सस्ते लोन के चक्कर में फ्रॉड से बचने की सलाह


जिला प्रशासन ने नागरिकों से असामान्य रूप से रिटर्न या सस्ते लोन देने वाली गैर-वित्तीय संस्थाओं के प्रति सावधान और सचेत रहने का आग्रह किया है। आम नागरिकों से ऐसी संस्थाओं के पंजीयन के प्रति जागरूक रहने एवं उनकी प्रामाणिकता के संबंध में पहले जाँच पड़ताल करने की अपील की गयी है। ऐसी संस्थाओं के जमाकर्ताओं के लिये जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। सभी संबधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे समय-समय पर ऐसी संस्थाओं में जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण अधिनियम और अनियमित जमा प्रतिबंध अधिनियम के प्रावधानों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। जमाकर्ताओं और आम जनता और सरकार के बीच परस्पर विश्वास बनाने रखने के लिये दोषी संस्थाओं पर सख्ती बरतते हुए कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिये गये हैं।


होम्योपैथी कॉलेज में वृद्धजनो के लिए विशेष उपचार


भोपाल के स्वशासी होम्योपैथी महाविद्यालय में वृद्धावस्था जन्य रोगों के उपचार संबंधी कार्य नि:शुल्क रूप से किया जा रहा है। महाविद्यालय में 6 तरह की वृद्धावस्था जन्य बीमारियों डिमेन्सिया, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, आमवात, संधिवात, यूरोलॉजी और क्रोनिक आब्स्ट्रेक्टिव पल्मोनरी डिसीज के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। होम्योपैथी महाविद्यालय पं. खुशीलाल आयुर्वेद अस्पताल परिसर में संचालित हो रहा है।


 जरूरतमंद बच्चों के आपातकालीन पालन-पोषण देखरेख के लिए आवेदन


जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 के तहत मध्यप्रदेश पालन पोषण देखरेख दिशा-निर्देशों के तहत ऐसे बच्चे जिन्हें एक रात या कुछ दिनो के लिए अस्थायी रूप से पालन-पोषण की जरूरत होती है, उन्हें आपातकालीन पालन पोषण देखरेख के अंतर्गत रखा जाता है। इन दिशा-निर्देशो के तहत तीन परिवारों का चिन्हाकन किया जाना है। ऐसे चिन्हित व्यक्तियों को उपयुक्त व्यक्ति के रूप में बाल कल्याण समिति द्वारा नियमानुसार घोषित किया जाएगा। इसके लिए आवेदन इस समाचार के प्रकाशन के दस दिवस की अवधि में महिला एवं बाल विकास कक्ष क्रमांक-147 में उपस्थित होकर तथा  ईमेल  wedseh@nic.in  के माध्यम से प्रेषित कर सकते है। 


घरेलू हिंसा की पीड़ित महिलाओं के लिए सहायता योजना


महिलाओं पर होने वाली घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण कानून में पीड़िता को व्यापक प्रावधान है । कईं बार अपनों के हिंसात्मक व्यवहार से महिलाओं को स्थाई शारीरिक क्षति हो जाती है । राज्य सरकार ने घरेलू हिंसा पीड़िता के लिए सहायता योजना की शुरुआत की है । इस योजना के तहत अब महिला या बालिका को किसी अंग की स्थाई क्षति के फलस्वरूप 40 प्रतिशत से कम दिव्यांगता पर 2 लाख तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता पर 4 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा । इस मुआवजे के लिए पीड़ित या उसके आश्रित की ओर से घटना के एक वर्ष के भीतर संबंधित क्षेत्र के महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारी (संरक्षण अधिकारी) अथवा प्रशासक वन स्टॉप सेंटर को आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ घटना की एफआईआर प्रति संलग्न करना आवश्यक होगा। मेडिकल बोर्ड शारीरिक क्षति का आंकलन कर कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति को प्रतिवेदन देगा, जिसके आधार पर समिति द्वारा मुआवजे की स्वीकृति दी जाएगी।


प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना में शहरी क्षेत्र के श्रमिकों को मिलेगी वृद्धावस्था पेंशन


नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि शहरी क्षेत्रों के असंगठित श्रमिकों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ दिया जायेगा। योजना में पंजीयन का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा है कि "आजादी के अमृत महोत्सव" में सभी पात्र श्रमिकों का पंजीयन अभियान चलाकर किया जाये। इस योजना में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था में पेंशन एवं सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल सकेगा। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ स्ट्रीट वेन्डर, मिड-डे-मील वर्कर, बोझा ढोने वाले, ईट भठ्ठा मजदूर, मोची, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामगार, धोबी, रिक्शा चालक, भूमिहीन मजदूर, कृषि श्रमिक, निर्माण श्रमिक, बीड़ी श्रमिक, हथकरघा श्रमिक, चमड़ा श्रमिक, दृश्य-श्रव्य बाधित श्रमिक, दैनिक वेतन भोगी, सफाई कर्मचारी, ऑउटसोर्स संस्था द्वारा नियोजित कर्मचारी/सफाई कर्मचारी या इसी तरह के अन्य व्यवसाय में काम करने वाले श्रमिकों को दिया जा सकता है।


सतत विकास में जन-भागीदारी और अनुभवों से करेंगे नए युग का सूत्रपात : मुख्यमंत्री श्री चौहान


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सतत विकास में भागीदारी और अनुभवों को साझा करने के लिए आयोजित स्वयंसेवी संस्थाओं का सम्मेलन जन-सहभागिता के नए युग का सूत्रपात करेगा। सम्मेलन के निष्कर्षों को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। निष्कर्षों का क्रियान्वयन राज्य सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएँ मिल-जुलकर करेगी। स्वयंसेवी संस्थाएँ भी राज्य सरकार के लक्ष्य और उद्देश्य के अनुसार विकास और जन-कल्याण के कार्य में लगी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश बनेगा तो जन-सहयोग से ही बनेगा। प्रदेश में कोविड-19 के प्रबंधन में सामने आई जन-भागीदारी इसका उदाहरण है। इंदौर नगर को स्वच्छता के क्षेत्र में जो सफलता मिली है, वह भी जन-भागीदारी से ही संभव हुई है।मुख्यमंत्री श्री चौहान कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में अटल बिहारी वाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा सतत विकास में सहभागिता तथा अनुभवों को साझा करने के लिए आयोजित स्वयंसेवी संस्थाओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विकास और जन-कल्याण के क्षेत्र में आगे आने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इस उद्देश्य से जिला स्तर पर जन अभियान परिषद द्वारा पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जन अभियान परिषद को इस कार्य के लिए सुशासन संस्थान द्वारा प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन-जन की पहल को विकास की प्रक्रिया में सम्मिलित करना है। प्रदेश में गठित महिलाओं के स्व-सहायता समूह 20 हजार करोड़ रुपए का योगदान प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था में दे रहे हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं को ऊर्जा साक्षरता के लिए भी अभियान चलाना चाहिए। बिजली की बचत को अभियान बनाकर हम प्रदेश में चार हजार करोड़ रुपए की बचत कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में हो रहे सकारात्मक कार्यों और नवाचारों के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि सम्मेलन से प्राप्त सुझावों और अनुशंसाओं को राज्य में लागू किया जाएगा। साथ ही शासकीय व्यवस्था में सुधार से संबंधित प्राप्त सुझावों का भी क्रियान्वयन होगा।

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