सीएम हेल्पलाइन आवेदनों के निराकरण हेतु विशेष शिविर आज से, प्रत्येक अनुविभाग स्तर पर प्रातः 11बजे से शुरू होंगे
डिप्टी कलेक्टर एवं सीएम हेल्पलाइन की नोडल अधिकारी श्रीमती अमृता गर्ग ने बताया कि
सी०एम० हेल्पलाईन पोर्टल 181 पर शिकायत अधिक संख्या में लंबित है। पूर्व में सी०एम० हेल्पलाईन की शिकायतों का निराकरण करते हुए संतुष्टि से बंद शिकायतों का वेटेज 45 प्रतिशत एवं Total weightage 80 से 85 प्रतिशत प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया था, परंतु मासिक ग्रेडिंग के संशोधित पैरामीटर अनुसार संतुष्टि से बंद शिकायतों का वेटेज 60 कर दिया गया है। सी०एम० हेल्पलाईन में जिले की स्थिति अच्छी नहीं है।
प्रत्येक माह की 20 तारीख को जिलों की ग्रेडिंग जारी की जाती है।
जिले की ग्रेडिंग में सुधार लाने हेतु सी०एम० हेल्पलाईन पर प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए तीन दिवसीय विशेष शिविर आयोजित कर अनुभाग अंतर्गत समस्त विभागों के एल-1 अधिकारियों को 11, 12 एवं 13 अप्रैल 2022 की प्रात 11. बजे अपने कार्यालय में बुलाकर मार्च माह की समस्त शिकायतों को संतुष्टि से बंद कराया जाना सुनिश्चित करें एवं प्रगति की जानकारी से सायं 5.00 बजे प्रतिवेदन प्रेषित कर हेतु निर्देश प्रसारित किए गए हैं। कलेक्टर श्री भार्गव ने समस्त एसडीएमओ में से कहा है कि एल - 1 अधिकारियों द्वारा संतुष्टिकारक निराकरण न करने व निराकरण में रूचि नही लिए जाने पर उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव प्रेषित करें। साथ ही प्रतिदिवस शिकायतों को संतुष्टि से बंद कराते हुए संतुष्टि का न्यूनतम वेटेज 55 प्रतिशत एवं कुल 85 प्रतिशत प्राप्त किया जाना सुनिश्चित करें।
हेपेटाइटिस के लक्षण होने पर तुरंत निःशुल्क उपचार लें - सीएमएचओ
राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस कंट्रॉल कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एके उपाध्याय ने बताया कि हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ी बीमारी जो वायरल इंफेक्शन के कारण होती है। इस बीमारी में लीवर में सूजन आ जाती है, हेपेटाइटिस में 5 प्रकार के वायरस होते है। जिसमें हेपेटाइटिस ए.बी.सी.डी और ई इन पांचों वायरस को गंभीरता से लेना चाहिये। क्योंकि इनके कारण हेपेटाइटिस महामारी जैसी बनती जा रही है और हर साल इसकी वजह से होने वाली मृत्यु के आंकड़े भी बढ़ते जा रहें है। हेपेटाइटिस का टाइप बी और सी लाखों लोंगो में क्रोनिक बीमारी का कारण बन रहें है, क्योंकि इनके कारण लीवर में सिरोसिस और कैंसर होते है। हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता पैदा करने और जन्म के बाद बच्चे को वैक्सीन देकर उसे हेपेटाइटिस से बचाया जा सकता है। सीएमएचओ डा उपाध्याय ने हेपेटाइटिस बी इन्फेक्टेड के ट्रासंफ्यूजन होने के कारणों पर गहन प्रकाश डालते हुए बताया है कि हेपेटाइटिस-सी, एचसीव्ही के कारण होता है और जैसे प्रदूषित खाना, प्रदूषित पानी के कारण भी होता है। हेपेटाइटिस के लक्षण पीलिया, बहुत अधिक थकान, पेट में दर्द, सूजन, खुजली, भूख न लगना, अचानक से वजन कम होना आदि लक्षण होने पर हेपेटाइटिस बी और सी की रोकथाम के संक्रमण को रोकने के लिये सभी शासकीय संस्थाओं पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये। उन्होंने ने आमजनता से अपील की है कि हेपेटाइटिस के लक्षण होने पर जिला चिकित्सालय में निःशुल्क जांच एवं उपचार लें, जिससे इस बीमारी से बचा जा सकता है।
दावे आपत्तियां प्राप्ति का आज अंतिम दिन
नगरीय निकायों एवं पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची 2022 का कार्य प्रगति पर है।कार्यक्रम अनुसार 11 अप्रैल 2022 तक दावे आपत्ति प्राप्त किये जायेंगे। आयोग द्वारा मतदाता पंजीकरण की अपील एवं जागरूकता हेतु अल्पावधि का एक जिंगल्स तैयार कराया गया है। इसके माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने एवं अधिक से अधिक मतदाता पंजीकरण की अपील हेतु समस्त नगर पालिका परिषदों, नगर परिषदों एवं पंचायतों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। डिप्टी कलेक्टर एवं उप निर्वाचन अधिकारी श्रीमती अमृता गर्ग ने बताया कि पूर्व में जारी निर्देशों के अनुसार व्यापक प्रचार प्रसार के कार्यों का दायित्व निर्वहन करने हेतु समस्त नगर पालिका नगर पंचायत जनपदों के अधिकारियों को निर्देश प्रसारित किए गए हैं।
सीएमएचओ ने नागरिकों से प्रिकॉशन डोज लगवाने की अपील की
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके उपाध्याय ने जिले के 18-59 उम्र के नागरिकों से प्रिकॉशन डोज लगवाने का आह्वान किया है। ने बताया कि लाभार्थियों को टीकाकरण की सुविधा ऑनलाइन अथवा ऑनसाइट दी जाएगी । ध्यान रहे कि कोविन पोर्टल पर किसी अन्य मोबाइल नंबर से पुनः रजिस्ट्रेशन नहीं करना है । लाभार्थी को अपने उसी मोबाइल नंबर का प्रयोग करना है जिस पर उसके टीकाकरण का प्रथम एवं द्वितीय डोज अंकित है । उसी मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए लाभार्थी ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें पूर्व की भांति www.CoWIN.gov.in पर लॉग इन करना है अपने मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए ओटीपी डालना है और अपने नाम के समक्ष दिख रहे प्रिकॉशन डोज के लिए सेशन बुक करना है। यह प्रक्रिया उसी प्रकार रहेगी जिस प्रकार द्वितीय डोज के लिए थी ।
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