नवी मुंबई, 10 मई, पिछले मैच में मिली हार को भुलाकर दिल्ली कैपिटल्स आईपीएल प्लेआफ की दौड़ में बने रहने के लिये बुधवार को राजस्थान रॉयल्स को हराने के इरादे से उतरेगी जबकि रॉयल्स जीत की लय को कायम रखना चाहेंगे । दिल्ली ने 11 में से छह मैच गंवाये हैं और अंकतालिका में पांचवें स्थान पर होने के बावजूद उनकी प्लेआफ की राह उतनी आसान नहीं है । सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स के इतने ही मैचों में दस अंक है । दिल्ली का नेट रनरेट प्लस 0.150 है लेकिन उसे अगले तीनों मैच जीतने होंगे । दूसरी ओर राजस्थान 14 अंक लेकर तीसरे स्थान पर है और उसे क्वालीफाई करने के लिये दो ही अंक की जरूरत है । उसका रनरेट भी प्लस 0.326 है जो आखिरी गणना में उपयोगी साबित हो सकता है ।
इस सत्र में दिल्ली की टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर पाने में नाकाम रही है । सनराइजर्स को हराने के बाद वह चेन्नई सुपर किंग्स से 91 रन से हार गई । डेवोन कोंवे के खिलाफ उसके गेंदबाज बेबस नजर आये और चेन्नई ने चौकों छक्कों की बौछार लगाकर 200 से अधिक रन बना डाले । दिल्ली के गेंदबाजों में कुलदीप यादव ने विकेट लिये हैं लेकिन पिछले दो मैचों में वह काफी महंगे रहे । तेज गेंदबाज एनरिच नॉर्किया की वापसी से बहुत फर्क नहीं पड़ा क्योंकि वह पिछले सत्रों का प्रदर्शन दोहरा नहीं सके । खलील अहमद जरूर किफायती रहे और अक्षर पटेल ने अच्छी गेंदबाजी की । बल्लेबाजी में डेविड वॉर्नर के बल्ले से रन निकले लेकिन उन्हें सलामी जोड़ीदारों से मदद नहीं मिली । दिल्ली पृथ्वी साव से लेकर मनदीप सिंह और श्रीकर भरत को आजमा चुकी है लेकिन वॉर्नर का सही सलामी जोड़ीदार उसे नहीं मिला । दिल्ली के लिये सबसे बड़ी चिंता कप्तान ऋषभ पंत का फॉर्म है । उसने अपने फॉर्म की झलक दिखाई लेकिन टीम को उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है । रॉयल्स के पास टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण है । युजवेंद्र चहल 14 . 50 की औसत से 22 विकेट ले चुके हैं । रविचंद्रन अश्विन , ट्रेंट बोल्ट और प्रसिद्ध कृष्णा ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है । रॉयल्स के लिये सबसे अच्छी बात यह है कि जोस बटलर पर अति निर्भरता नहीं रही है । यशस्वी जायसवाल ने पंजाब के खिलाफ अर्धशतक जमाया । संजू सैमसन और देवदत्त पडिक्कल को बेहतर पारियां खेलनी होगी । टीम को शिमरोन हेटमायेर की कमी खलेगी जो अपने बच्चे के जन्म के कारण गयाना लौट गए हैं ।
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